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UP Flood News: प्रदेश में बाढ़ से हालात हुए बदतर, तैनात की गईं NDRF, SDRF व पीएसी की 60 टीमें
UP Flood News: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 60 टीमें तैनाती की गयी है। 1992 नावें तथा 564 मेडिकल टीमें लगायी गयी हैं।
UP Flood News: उत्तर प्रदेश में बाढ़ के हालात दिन पर दिन खराब होते जा रहे हैं। बुंदेलखण्ड के बाद अब पूर्वांचल के जिलों में बाढ का असर दिखने लगा हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और जल शक्ति मंत्री डा महेन्द्र सिंह बाढ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर चुके हैं। बाढ प्रभावित कई क्षेत्रों में सेना की मदद ली जा रही है। वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रदेश में अब तक दो दर्जन जिले बाढ से प्रभावित बताए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 60 टीमें तैनाती की गयी है, 1992 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है तथा 564 मेडिकल टीमें लगायी गयी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ द्वारा 536 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आमजन के लिए राशन, पीने के पानी, साफ-सफाई सहित तथा आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये है। उन्होंने बाढ़ राहत केन्द्रों पर भी प्रकाश, खाने, पीने के पानी, साफ-सफाई, चिकित्सा व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थायें निरंतर सुनिश्चित रखने के लिए कहा है। साथ ही साथ इन क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारें की व्यवस्था कराने के लिए कहा है।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरूवार को प्रयागराज के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के पश्चात सर्किट हाउस के सभागार में बाढ़ से सम्बंधित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बाढ़ की समीक्षा की। उन्होंने नांवों की संख्या को बढ़ाकर सभी प्रभावित लोगों तक सुविधायें मुहैया कराने के लिए कहा है।
व्यवस्थाएं चुस्त-दूरूस्त करने के निर्देश
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कैरोसिन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के साथ-साथ बैटरी चालित लैम्प की भी व्यवस्था कराने के लिए सम्बंधित अधिकारियों से बात की। बरसात के मौसम को देखते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बाढ़ राहत केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि यदि किसी बाढ़ राहत केन्द्र पर कहीं पर भी बरसात का पानी टपक रहा हो, तो बाढ़ प्रभावित लोगों को तत्काल दूसरे राहत केन्द्र में शिफ्ट किया जाये।
उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किसी भी बाढ़ राहत केन्द्र पर ज्यादा संख्या में लोगांे को न रखा जाये, इसके लिए अधिक संख्या में नए बाढ़ राहत शिविर बनाये जाये। उन्होंने बाढ़ राहत शिविर में मोबाइल टॉयलेट एवं साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये हैं ,साथ ही वहां पर लगाये गये सफाई कर्मियों को रोटेशन के आधार पर ड्यूटी पर लगाया जाये, जिससे साफ-सफाई का कार्य प्रभावित न हो।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने वर्षा की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है। गत 24 घंटे में प्रदेश में 12.7 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई है, जो सामान्य वर्षा से 10 के सापेक्ष 127 प्रतिशत है। इस प्रकार प्रदेश में एक जून, से अब तक 464.6 मिलीमीटर औसत वर्षा हुए, जो सामान्य वर्षा 462.7 मिलीमीटर के सापेक्ष 100 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि गंगा कचलाब्रिज बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, यमुना नदी- बांदा, प्रयागराज, शारदा-नदी पलियाकलॉ खीरी, क्वानों चन्द्रदीपघाट गोण्डा में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।
प्रदेश के वर्षा से प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एनडीआरएफ तथा पीएसी की कुल 60 टीमें तैनाती की गयी है, 1992 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी हैं तथा 564 मेडिकल टीमें लगायी गयी है। एनडीआरएफ एसडीआरएफ द्वारा 536 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। प्रसाद ने बताया कि अब तक कुल 20,768 ड्राई राशन किट वितरित किए गये हैं। अब तक कुल 1,67,213 फूड पैकेट वितरित किए गए हैं। प्रदेश में 951 बाढ़ शरणालय तथा 1228 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। प्रदेश में विगत 24 घंटों में स्थापित किए गए पशु शिविर की संख्या 38 अब तक कुल 504 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं। विगत 24 घंटों में पशु टीकाकरण की संख्या 26,405 तथा अब तक कुल पशु टीकाकरण की संख्या 2,77,075 है।