TRENDING TAGS :
UP सरकार का बाबा रामदेव की कंपनी को तोहफा, 430 एकड़ जमीन पर 25 फीसदी छूट
यूपी सरकार अब योग गुरू बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड पर मेहरबान है। इनको प्रदेश में अपनी इकाईयां लगाने के लिए सरकार ने छूटों (Consession) का पैकेज दिया है। उनकी कंपनी को 25 फीसदी छूट पर 430 एकड़ जमीन का तोहफा दिया है और यह भूमि खरीदने पर स्टांप ड्यूटी से भी 100 फीसदी छूट दी जा रही है।
लखनऊ: यूपी सरकार अब योग गुरू बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड पर मेहरबान है। इनको प्रदेश में अपनी इकाईयां लगाने के लिए सरकार ने छूटों (concessions) का पैकेज दिया है। उनकी कंपनी को 25 फीसदी छूट पर 430 एकड़ जमीन का तोहफा दिया है और यह भूमि खरीदने पर स्टांप ड्यूटी से भी 100 फीसदी छूट दी जा रही है। इसके साथ ही इनकी स्थापित होने वाली इकाईयों को इलेक्ट्रीसिटी ड्यूटी से छूट दी जाएगी।
हाल ही में राज्य सरकार ने केस-टू-केस आधार पर मेगा और सुपर परियोजनाओं के लिए विशेष सुविधाओं की घोषणा की है। इसके तहत पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड की यमुना एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथाॅरिटी (येडा) (पश्चिमांचल) और झांसी में कुल 2118.43 करोड़ की उत्पादन इकाइयां प्रस्तावित हैं।
यह भी पढ़ें ... 25000 करोड़ के हैं रामदेव के चेले, जरा सोचिए कितनी होगी योग गुरु की संपत्ति
455 एकड़ भूमि देगी येडा
इसके लिए येडा 455 एकड़ भूमि को कंपनी के पक्ष में वर्तमान आवंटन मूल्य पर 25 प्रतिशत छूट पर उपलब्ध कराएगी। इसमें से संस्थागत उपयोग के लिए चिन्हित सिर्फ 25 एकड़ भूमि प्राधिकरण की प्रचलित दरों पर आवंटित किया जाएगा। इस तरह 430 एकड़ जमीन के आवंटन में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को कन्सेशन दिया जा रहा है। प्रमुख सचिव औदयोगिक विकास रमा रमण ने इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया है।
यह भी पढ़ें ... रामदेव ने चाइनीज उत्पादों का किया बहिष्कार, योगा कैंप पाक में लगाने की तैयारी
पतंजलि को यह भी सुविधाएं
-455 एकड़ भूमि का 20 प्रतिशत (91 एकड़) सबलीज किया जा सकेगा।
-सबलीज की अनुमति आवंटन की तिथि से 7 साल के लिए मान्य होगी।
-यहां स्थापित इकाईयों को कच्चे माल की खरीद पर मंडी शुल्क से छूट मिलेगी।
यह भी पढ़ें ... अब जींस भी बनाएंगे बाबा रामदेव, लगा रहे कुर्ता-पाजामा और शर्ट-पैंट बनाने की फैक्ट्री
येडा में 1666.80 करोड़ का निवेश प्रस्तावित
-झांसी बुंदेलखंड में 451.63 करोड़ का निवेश प्रस्तावित हैं।
-कृषि, खादय, हर्बल, पशु आहार, डेरी उत्पाद और एफएमसीजी के प्रसंस्करण और उत्पादन इकाईयां लगाई जानी हैं।
-पूर्वांचल और मध्यांचल क्षेत्र में भी दो अन्य फीडर इकाइयां प्रस्तावित हैं।