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Bull And Nilgai Attack: यूपी में अब सांड और नीलगाय के हमले से हुई मौत तो मिलेगा इतना मुआवजा
Bull And Nilgai Attack: योगी सरकार ने इसको लेकर एक बड़ा फैसला किया है। प्रदेश में अगर सांड और नीलगाय के हमले से किसी व्यक्ति की जान जाती है तो यूपी सरकार उसे मुआवजा देगी
Bull And Nilgai Attack: उत्तर प्रदेश में छुट्टा सांड़ का मुद्दा हमेशा सुर्खियों में रहता है, विपक्ष से लेकर किसान तक इसको लेकर सरकार को घेरते रहते हैं। अब योगी सरकार (Yogi Government) ने इसको लेकर एक बड़ा फैसला किया है। प्रदेश में अगर सांड और नीलगाय के हमले से किसी व्यक्ति की जान जाती है तो यूपी सरकार उसे मुआवजा देगी। पिछले दिनों योगी सरकार ने इसका आश्वासन दिया था लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के जरिए राज्य आपदा की सूची में शामिल कर लिया है। जिसके बाद अब अगर सांड, नीलगाय के हमले से किसी व्यक्ति की मौत होती है तो उसके घरवालों को सरकार मुआवजे के तौर पर 4 लाख रुपये देगी। इसकी अधिसूचना इसी हफ्ते के आखिर में जारी की गई है।
अभी तक राज्य आपदा के तौर पर था मुआवजे का प्रावधान
अभी तक राज्य आपदा के तौर पर जिसमें मुआवजे का प्रावधान था उसमें बेमौसम बारिश, अत्यधिक बारिश, तूफान, आकाशी बिजली गिरने से मौत, नौका दुर्घटना, सीवर की सफाई के दौरान मौत, सर्पदंश, गैस के उत्सर्जन, बोरवेल में गिरने, कुएं में डूबने से हुई मौत को इस सूची में शामिल किया गया था लेकिन अब सरकार ने सांड और नीलगाय के हमले की वजह से हुई मौत को राज्य आपदा घोषित कर दिया है। यूपी सरकार के एक वरिष्ठ अफसर ने कहा है कि राज्य आपदा घटना के मामले में मृतक के परिजनों को 4 लाख दिया जाता है। सरकार का यह निर्णय महत्वपूर्ण है।
विधानसभा चुनाव में बना था मुद्दा
गौरतलब है कि यूपी चुनाव 2022 के दौरान समाजवादी पार्टी और दूसरे दलों ने आवारा मवेशियों और सांड़ से किसानों को हो रहे नुकसान और सड़क पर खुल्ला घूमने से हो रहे हादसों को मुद्दा बनाया था। अखिलेश यादव ने तो यहां तक एक सभा में कह दिया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो सांड के हमले से जान गंवाने वालों को 5 लाख का मुआवजा उनकी सरकार देगी। विपक्ष के इस मुद्दे को बीजेपी ने भी नुकसान के तौर पर भांपा और उन्नाव की रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह वादा करना पड़ा था कि उनकी सरकार आने के बाद इस समस्या का समाधान किया जाएगा।
यूपी में को संरक्षण के लिए बनाई गई हैं गौशाला
योगी सरकार आवारा पशुओं से लोगों को हो समस्याओं को ध्यान में रखते हुए 6000 से ज्यादा गौशाले अबतक बना चुकी है। जिनमें 8.55 लाख से ज्यादा मवेशी रह भी रहे हैं। बावजूद इसके अभी किसानों की फसलों और सड़क पर घूमते आवारा मवेशी बड़ी संख्या में दिखाई देते हैं। इसका भी सरकार समाधान करने में लगी हुई है। वहीं केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आवारा मवेशी हैं।
बता 2017 में योगी सरकार आने के बाद प्रदेश में अवैध बूचड़खाना पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। गोवंश बचाने के लिए सरकार ने कई पहल की। अवैध बूचड़खाने बंद हो जाने से इनकी संख्या में काफी इजाफा हुआ और यह किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।