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विश्व पत्रकारिता दिवस: "देश का चौथा स्तंभ डगमगा रहा है, जिसे रोकने पर हो विचार"
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि कोई भी काम कीजिए कठिनाइयां आती ही हैं, जब कोई धर्म का पालन करता हैं, तो लोगों को धर्म का सही मतलब बताना पड़ता है।
लखनऊ: विश्व पत्रकारिता दिवस पर राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि कोई भी काम कीजिए कठिनाइयां आती ही हैं, जब कोई धर्म का पालन करता हैं, तो लोगों को धर्म का सही मतलब बताना पड़ता है। जब राम वनवास गए तो लक्ष्मण और सीता ने भी अपने- अपने धर्म का पालन किया। धर्म का अर्थ हमे समझना चाहिए। इसी तरह आज का राष्ट्रधर्म क्या है, और उसका पत्रकारिता से क्या संबंध है, ये सोचना चाहिए।
शनिवार (13 मई) को राज्यपाल राम नाईक ने लखनऊ यूनिवर्सिटी में आयोजित हुए राष्ट्रधर्म और पत्रकारिता संगोष्ठी में शामिल हुए जहां उन्होंने ये बाते कही।
पत्रकारिता का जब हम विचार करते हैं
राज्यपाल ने मंच पर सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पत्रकार को सत्यता सहित धर्म का पालन करते हुए खबरें लिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ पत्रों को छोड़कर जो मीडिया हाउस है, इसका पता नारद जी ही लगा सकते हैं। देश में कही न कही से चारो स्तंभ हिल रहे हैं। इनको डगमगाने से कैसे रोका जाए। यह सोचने का विषय है। पत्रकारिता पर जब हम विचार करते हैं, तो इसके प्रारम्भ को देखना चाहिए।
मार्गदर्शन करना भी एक पत्रकार का धर्म
राज्यपाल ने वीर सावरकर का जिक्र करते हुए कहा, कि हिंदुस्तान के स्वतंत्रता संग्राम का जो वर्णन किया , वो भी सराहनीय रहा। सामान्य खबरें तकनीक के कारण तेज गति से जाती हैं। पत्रकार का दायित्व है कि सही खबरें, तथ्यात्मक खबरें लिखे। मैं केवल पहला पेज पढ़ता हूं। लेकिन अगर किसी को कोई अलग इंटरेस्ट है, तो वह अपने हिसाब से पेज देखेगा।
सोशल मीडिया की खबरों को देखकर थोड़ी उलझन सी होती है। इसलिए सही खबरें देकर लोगों का मार्गदर्शन करना भी एक पत्रकार का धर्म है। लेखक और पत्रकरिता के उद्देश्य नहीं बदल सकते। एक वाचक के नाते मुझे जो लगा बताया।
मंच पर गवर्नर रामनाईक के अलावा लखनऊ यूनिवर्सिटी के वीसी प्रोफेसर एसपी सिंह, हिंदुस्तान समाचार एजेंसी के संपादक सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
इन्हें किया गया सम्मानित
गवर्नर रामनाईक ने राजनाथ सिंह सूर्य, अभय कुमार, एनबीटी संपादक सुधीर मिश्र, जनसंदेश के सुभाष राय, टाइम्स ऑफ़ इंडिया के राजीव श्रीवास्तव, सहारा समय की शिल्पी सेन, दैनिक जागरण के अयोध्या संवाददाता प्रवीण तिवारी को सम्मानित किया।
नारद जी को प्रणाम करता हूं की पुनः आप अवतार लें
पूर्व मंत्री नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि सबसे पहले नारद जी को प्रणाम और प्रार्थना करता हूं की पुनः आप अवतार लें। राष्ट्रधर्म और पत्रकारिता धर्म निभाना कठिन भी है, और महत्वपूर्ण भी। राष्ट्र की एकता और अखंडता को कैसे बरकरार रखा जाए। ये महत्वपूर्ण है। आज की आवश्यकता है, कि हम राष्ट्रधर्म के गुणों को समझे और पत्रकारिता धर्म का पालन करें।