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इस सीनियर IAS अफसर की नहीं हो रही सुनवाई, एसोसिएशन के हैं अध्यक्ष

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Published on: 7 Aug 2016 2:30 PM IST
इस सीनियर IAS अफसर की नहीं हो रही सुनवाई, एसोसिएशन के हैं अध्यक्ष
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लखनऊः यूपी के एक आईएएस अफसर हैं जो बेसिक इंटरनेट सर्विस की दयनीय स्थिति को लेकर परेशान हैं। कई बार ट्विटर पर अपनी भड़ास भी निकाल चुके हैं पर हैरानी की बात यह है कि इनकी कोई सुन नहीं रहा है। मजे की बात यह है कि मौजूदा समय में यह यूपी आईएएस एसोसियशन के अध्यक्ष भी हैं।

जी हां! हम बात कर रहे हैं आईएएस डाॅ. अनिल कुमार गुप्ता की जो मौजूदा समय में राजस्व परिषद के अध्यक्ष भी हैं। उनका कहना है कि यहां बेसिक इंटरनेट सर्विस की हालत दयनीय है। ऐसे में केंद्रीय टेलीकम्युनिकेशन विभाग लखनऊवासियों की सहायता क्यों नहीं कर सकता।

पहले भी दाग चुके हैं सवाल, कहा-लखनऊ कैसे हो सकता है स्मार्ट सिटी ?

बीते महीने केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी की लिस्ट में लखनऊ को पहले पायदान पर जगह मिली थी। उस समय भी आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता ने इसको लेकर सवाल दागा था और पूछा था कि लखनऊ कैसे हो सकता है स्मार्ट सिटी?

दयनीय स्थिति में इंटरनेट और सेलुलर सर्विस

अनिल कुमार गुप्ता ने कहा है कि आखिरकार लखनऊ जैसे शहर कैसे स्मार्ट सिटी हो सकते हैं, जब यहां बेसिक इंटरनेट और सेलुलर सर्विस दयनीय स्थित में है। आखिरकार इसका जवाबदेह कौन होगा ?

टेलीकाम कंपनी एअरटेल पर साधा निशाना

अनिल गुप्ता ने टेलीकाम कंपनी एअरटेल पर निशाना साधते हुए कहा था कि डिजिटल इंडिया या अन्य स्लोगन कैसे सफल हो सकते हैं, जब एअरटेल की तरह बेसिक टेलीकाम और इंटरनेट सर्विसेज ठीक नहीं हैं।

ये हैं स्मार्ट सिटी के बुनियादी जरूरतें

-ट्रांसपोर्ट - सिटी में एक से दूसरे जगह जाने में 45 मिनट से ज्यादा समय न लगे।

-स्मार्ट सिटी में 24*7 पानी और बिजली सप्लाई हो।

-वाईफाई कनेक्टिविटी 100 फीसदी घरों तक हो और इनकी स्पीड 100 एमबीपीएस तक हो।

-स्मार्ट सिटी में इमरजेंसी रिस्पॉन्स टाइम 30 मिनट से ज्यादा न हो।

-15 फीसदी इलाका एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स के लिए हो।

-सवा लाख की आबादी पर एक कॉलेज हो।

-10 लाख की आबादी पर एक यूनिवर्सिटी, एक इंजीनियरिंग कॉलेज, एक मेडिकल कॉलेज, एक प्रोफेशनल कॉलेज और एक पैरामेडिकल कॉलेज हाे।



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