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सीएम की नसीहत को किया दरकिनार, आईएएस ऑफिसर्स राजनीतिक दबाव के खिलाफ
लखनऊ: यूपी आईएएस एसोसिएशन की सालाना आम बैठक (एजीएम) में दूसरे दिन शनिवार को साफ कर दिया गया कि राजनीतिक प्रेशर एक हद तक ही स्वीकार होगा। जबकि पहले दिन शुक्रवार को सीएम अखिलेश यादव ने कड़े शब्दों में कहा था कि अधिकारी पूरी ईमानदारी से काम करें और सरकार को काम में सहयोग दें।
आईएएस ऑफिसर्स पर राजनीतिक दवाब की बात अक्सर सामने आती रही है। शनिवार को एजीएम में राजनीतिक दबावों की बात उठी। कहा गया कि राजनीतिक दबावों को एक हद तक ही स्वीकार्यता होनी चाहिए। अधिकारी व्यक्तिगत हित से उपर उठकर जनहित में काम करें जिससे तनाव न हो। इसे लेकर प्रशासनिक अफसरों को आत्मावलोकन करना चाहिए, जिससे अफसरों की इमेज बेहतर हो।
गौरतलब है कि 1997 में इसी आईएएस एसोसिएशन ने पूरे देश में सनसनी मचा दी थी। जब उन्होंने गुप्त चुनाव करके यूपी कैडर के तीन भ्रष्ट आईएएस अफसरों की पहचान की थी।
30 साल की सेवा पूरी कर चुके अफसरों को मिले चीफ सेक्रेटरी का स्केल
एजीएम में सर्विस से संबंधित मामले भी उठे। इसके पहले एसोसिएशन 30 साल की सेवा पूरी कर चुके आईएएस अफसरों को मुख्य सचिव का स्केल देने का मुद्दा उठाया था। एसोसिएशन के सचिव भुवनेश कुमार ने बताया कि अन्य सभी राज्यों में 1 जनवरी 2016 को उन आईएएस अफसरों को चीफ सेक्रेटरी का स्केल दे दिया है जो अपनी सेवा के 30 साल पूरे कर चुके हैं। पर अब तक यूपी में ऐसा नहीं हो पाया है।
बैठक ही अहम बातें
-वरिष्ठ पद पाने में आईपीएस अफसर, आईएएस अफसरों से आगे हैं।
-वर्ष 1985 बैच के आईपीएस को डीजी का पद दिया गया है।
-सरकार से मांग की गई थी कि ऐसे अफसरों को अपर मुख्य सचिव का पदनाम दिया जाए।
-यूपी में छोड़कर बाकि राज्यों में ऐसे अफसरों को अपर मुख्य सचिव का पदनाम दिया गया है।
-एसोसिएशन फिर सरकार से यह मांग पूरा करने का अनुरोध करेगी।
यूपी कैडर के इन आईएएस अफसरों की पीएम ने भी की तारीफ
केंद्र में तैनात अनिल स्वरूप ने कहा कि यूपी कैडर के अफसर केंद्र में अच्छा काम कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद उनकी तारीफ की है। ये हैं -
-जेएस दीपक पहले कोल इंडस्ट्री में थे अब टेलीकाम डिपार्टमेंट में हैं।
-माइनिंग डिपार्टमेंट में तैनात बलविन्दर कुमार के काम को सराहा जा रहा है।
-परिवहन विभाग में राजीव कुमार ने बेहतर काम किया है।
डीएम न बन पाने वाले युवा अफसरों को बनाया जाए नगर आयुक्त
झांसी के सीडीओ संजय खत्री ने कहा कि यूपी कैडर में युवा अफसरों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने सुझाव दिया कि यदि ये युवा अफसर डीएम नहीं बन पा रहे हैं तो उन्हें नगर आयुक्त बनाया जाए या फिर विकास प्राधिकरणों में तैनात किया जाए। इससे उन्हें भी अर्बन इलाकों में काम करने का अनुभव मिले।
सीनियर और जूनियर अफसरों के बीच वाट्सएप बना सेतु
वाट्सएप ग्रुप तथा याहू मैसेंजर, सीनियर और जूनियर अफसरों के बीच सेतु का काम कर रहा है। इसका एक ग्रुप बनाया गया है। जिसके जरिए युवा और सीनियर अफसर एक-दूसरे से जुड़ गए हैं और अपने विचारों का आदान-प्रदान करते हैं।
राकेश बहादुर फिर बने अध्यक्ष, भुवनेश कुमार सचिव
आईएएस एसोसिशन की एजीएम में एक बार फिर निवर्तमान कार्यकारिणी सदस्यों को फिर एक साल के लिए चुन लिया गया। सीनियर आईएएस राकेश बहादुर सिंह को एसोसिएशन का अध्यक्ष और भुवेनश कुमार को सचिव बनाया गया है। हालांकि सिंह दो महीने बाद ही भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायर हो रहे हैं। पर उन्होंने कहा कि वह एसोसिएशन से जुड़े रहेंगे।
-सुरेंद्र सिंह और आशुतोष निरंजन संयुक्त सचिव होंगे।
-विवेक वार्ष्णेय को कोषाध्यक्ष बनाया गया है।