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सोशल मीडिया के निशाने पर फिर से महिला कल्याण मंत्री स्वाती सिंह, विवादों से नहीं छूट रहा पीछा
रविवार को सीतापुर की प्रभारी मंत्री स्वाती सिंह जब राज्य सरकार की उपलब्धियां बताने का काम कर रही थीं, तभी कुछ मीडिया कर्मियों के सवालों पर वह भड़क गईं।
लखनऊ। सूबे की महिला एवं कल्याण मंत्री स्वाती सिंह (Swati Singh) अचानक भड़क जाने को लेकर एक बार फिर चर्चा में हैं। जिसका वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है उन पर तरह तरह के कमेंट्स किए जा रहे हैं।
दरअसल, रविवार को सीतापुर (Sitapur) की प्रभारी मंत्री स्वाती सिंह (Swati Singh) जब राज्य सरकार की उपलब्धियां बताने का काम कर रही थीं, तभी कुछ मीडिया कर्मियों के सवालों पर वह भड़क गईं। उन्होंने कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस सरकार की उपलब्धियों पर है। अगर आप लोग इस सोच और मानसिकता के साथ बैठे हैं कि हमें ट्रोल करना है तो ट्रोल बहुत लोगों का बहुत चीजों पर हो सकता है। प्रभारी मंत्री की गुस्से में कही गयी इस बात का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इसके पहले भी स्वाती सिंह कई बार विवादों में आ चुकी हैं। पिछले साल ही नायब तहसीलदार को फटकार लगाने का एक वीडियो भी उनका खूब वायरल हो चुका है। जबकि दो साल पहले सीओ बीनू सिंह को बुरी तरह हड़काने का आडियो भी खूब वायरल हुआ था।
राजनीति में लम्बा करियर नहीं, लेकिन वाक्य शैली प्रभावशाली
दरअसल, स्वाती सिंह का राजनीति में कोई लम्बा कैरियर नहीं है। उनका राजनीति में आना संयोगवश हुआ। वह एक साधारण गृहणी थीं। उनके पति दयाशंकर सिंह छात्र राजनीति से लेकर भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष जैसे बड़े पद पर रहे। उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले स्वाति सिंह के पति दयाशंकर सिंह ने मायावती को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके जवाब में बीएसपी के लोगों ने दयाशंकर की पत्नी और बेटी के लिए भी वैसी ही भाषा का प्रयोग कर बदला लिया था। उसके बाद स्वाति ने भी बीएसपी नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
वह लगातार टीवी डिबेट में आती रही। उनकी वाक् शैली से प्रभावित होकर ही पार्टी ने उनको महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष भी बना दिया। इसके बाद उन्हे सरोजनी नगर विधानसभा का टिकट दिया । वह चुनाव जीतकर पहले राज्यमंत्री और फिर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाई गयी। हाल ही में (भाजपा) के पूर्व उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह और उनके परिवार की महिलाओं और पत्नी स्वाति सिंह के खिलाफ अभद्र तथा अपमानजनक भाषा प्रयोग के मामले में स्वाती सिंह ने अपना बयान दर्ज कराया है।
सरकार बनते ही बियर शॉप के उद्घाटन में पहुंची स्वाती सिंह योगी सरकार में कई बार विवादों में आकर अपनी ही सरकार की किरकिरी करा चुकी हैं। वह पहली बार चर्चा में तब आईं जब प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार के गठन को दो ही महीने हुए थे । स्वाति सिंह मई , 2017 में गोमती नगर में एक बियर शाप के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंच गयीं। उस उद्घाटन कार्यक्रम की फोटो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो सरकार को इस पर सफाई देनी पड़ी।
इसके अलावा पिछले साल वह एक बार फिर वह चर्चा में आईं जब उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम के दौरान कन्याओं को 500-500 रूपए के नोट खुलेआम बांटे। यह मामला भी मीडिया की सुर्खिया बना। इस पर राज्यमंत्री स्वाति सिंह ने सफाई भी दी पर तब तक वह आरोपों से पूरी तरह घिर चुकी थीं।
सरोजनीनगर क्षेत्र में ही अपने घर के पास बने एक मंदिर पर कब्जे को लेकर स्वाति सिंह के भाईयों पर आरोप लगे जिसमें कहा गया कि स्वाति सिंह के संरक्षण में ही मंदिर पर कब्जा किया गया। इस मामले में क्षेत्र के लोगों ने अपना विरोध भी जताया पर यह मामला सुर्खियो में नहीं आ सका।
इस साल जनवरी में भी एक वीडियो हो चुका है वायरल
इसी साल जनवरी में भी स्वाती सिंह एक वीडियो वायरल हो चुका है। इस वीडियो में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह ने जब कानपुर के तीनों राजकीय बालगृह का औचक निरीक्षण किया। तो इस दौरान वो कल्याणपुर स्थित राजकीय बाल गृह (बालक) पहुंची और कार से उतर कर गेट पर पहुंची तो अधीक्षक रामकृष्ण अवस्थी ने फुर्ती के साथ ने उनके पैर छुते हुए आशीर्वाद ले लिया। इस दौरान वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाया। यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।