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ये है यूपी में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए मंत्री सतीश महाना का गेम प्लान

Rishi
Published on: 4 Oct 2017 10:01 AM GMT
ये है यूपी में इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए मंत्री सतीश महाना का गेम प्लान
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लखनऊ : पूर्व की सपा-बसपा और सपा सरकार की तर्ज पर ही बीजेपी सरकार भी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट की बड़ी बातें कर रही है। लेकिन बीते 10 वर्षों में यूपी में निवेश नाममात्र का ही हुआ। जो हुआ भी वो अपनी मंजिल न पा सका। ऐसे में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा ठोक रहे हैं कि जो इंडस्ट्रीज यूपी छोड़कर जा रही थी उनको जाने से रोका। जबकि टीसीएस के साथ सरकार की बातचीत कैसी थी, वो सभी को पता है। कितना दबाव बना तब जाकर कुछ बात बनी।

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मंत्री का दावा है कि उनकी बात उद्योगपतियों से चल रही है। हमने निर्णय लिया कि या तो आप यूपीएसआईडीसी के प्लाट पर 31 दिसंबर तक इंडस्ट्री लगाइए या प्लाट छोड़ दीजिए।

और क्या कहा मंत्री ने

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-सिक यूनिट पर भी विचार करेंगे कि हम इनको फ्री होल्ड कर सकें।

-पहली बार नोएडा में बिना सुविधा शुल्क के इंडस्ट्रियल प्लाट मिल रहे हैं।

-जब योजना आई तो बहुत सी सिफारिशें आई। पहली बार लाटरी के माध्यम से दीपावली के पहले प्लाट दे देंगे।

-पहली बार नोएडा में इंडस्ट्रियल प्लाट लाटरी से मिलेंगे।

-अब तक इसके लिए इंटरव्यू होता था।

-लखनऊ-आगरा रोड पर भी 3200 एकड़ प्लाट चिन्हित कर रहे हैं। इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट के लिए दूसरे राज्य और विदेश भी जाएंगे।

-सीएम आफिस के तहत सिंगल विंडो की स्थापना कर रहे हैं।

-पहली बार इंडस्ट्रियल प्रमोशन के लिए 35 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया। अब तक कभी नही हुआ।

-सीआईआई की नेशनल कॉन्फ्रेंस यूपी में नवंबर में होगी।

-5 हजार एकड़ लैंड बैंक डेवलप करने के लिए कहा है।

-तीन हजार एकड़ नोटिफाइड लैंड है।

-15 सालों में इंडस्ट्रीज और सरकार के बीच कोई कनेक्शन नहीं था। पिछले 15 साल सरकार के लिए सिर्फ व्यक्तिगत सुख के लिए था।

-पहले इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के लोगों को ही इंडस्ट्रीज के बारे में नहीं पता होता था।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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