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UP MLC Election: 27 में 24 सीटों पर बीजेपी-सपा में सीधा मुकाबला, 3 पर निर्दलीय बिगाड़ रहे दोनों का समीकरण
UP MLC Election: तीन सीटों में से दो पर निवर्तमान एमएलसी चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें बनारस से बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह और प्रतापगढ़ से अक्षय प्रताप सिंह हैं ।
UP MLC Election 2022: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 27 सीटों पर आज मतदान (UP MLC Election 2022) हो रहा है । शाम 4:00 बजे तक वोटिंग चलेगी और 12 अप्रैल को इसके नतीजे घोषित होंगे । इन 27 सीटों पर सीधे भारतीय जनता पार्टी (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi party) उम्मीदवारों के बीच मुकाबला है । जिसमें बीजेपी का पल्लड़ा भारी भी दिखाई दे रहा है, क्योंकि 36 में से 9 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, लेकिन इन 27 सीटों में तीन ऐसी सीटें भी हैं, जहां निर्दलीय बीजेपी-सपा का समीकरण बिगाड़ रहे हैं ।
इन तीन सीटों में से दो पर निवर्तमान एमएलसी चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें बनारस से बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह (Annapurna Singh) और प्रतापगढ़ से रघुराज प्रताप सिंह (Raghuraj Pratap Singh) उर्फ राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह (Akshay Pratap Singh) हैं । 2016 में बृजेश सिंह को जहां बीजेपी का साथ मिला था वहीं प्रतापगढ़ में अक्षय प्रताप समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे । लेकिन इस बार यह दोनों उम्मीदवार निर्दल लड़ रहे हैं । तीसरी सीट आजमगढ़ की है यहां पर बीजेपी ने सपा विधायक रमाकांत यादव के बेटे अरुण कुमार यादव (Arun Kumar Yadav) को अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं सपा के टिकट पर राकेश यादव (Rakesh Yadav) चुनाव लड़ रहे हैं । सपा विधायक रमाकांत यादव अपने बेटे के खिलाफ समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राकेश यादव के लिए वोट मांग रहे हैं । इनके साथ ही बीजेपी के पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे विक्रांत सिंह के यहां से निर्दलीय चुनाव लड़ने से मामला त्रिकोणी हो गया है ।
प्रतापगढ़ में भारतीय जनता पार्टी ने जहां पूर्व विधायक, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हरी प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है तो निर्दल के तौर पर अक्षय प्रताप सिंह मैदान में हैं । समाजवादी पार्टी ने यहां से विजय यादव को मैदान में उतारा है । इसी तरह वाराणसी सीट पर भाजपा ने सुदामा सिंह पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है तो माफिया बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह इस बार चुनाव लड़ रही हैं । बृजेश सिंह ने भी अपना टिकट दाखिल किया था लेकिन बाद में उन्होंने पर्चा उठा लिया । सपा ने यहां से उमेश कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है ।
आजमगढ़ सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी कर रहे बीजेपी का नुकसान
आजमगढ़ सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी सबसे ज्यादा बीजेपी का नुकसान कर रहे हैं । क्योंकि विक्रांत सिंह के पिता पूर्व एमएलसी यशवंत सिंह भारतीय जनता पार्टी के नेता रहे हैं लेकिन उनके बेटे को टिकट नहीं मिलने के बाद जब निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन दाखिल कर दिया तो बीजेपी ने उनके पिता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया । अब यहां मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है । भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिंह जहां बेटे जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दिए हैं तो वहीं सपा के विधायक रमाकांत यादव बेटे को हराने के लिए अपना दमख़म दिखा रहे हैं ।