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UP News: अफसरों और मंत्रियों की भूमिका में नजर आएंगी आनंदीबेन, आज कानपुर में करेंगी उद्यमियों संग बैठक
UP News: आज सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक लगातार व्यस्तता के बावजूद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शाम छह से सात बजे के बीच उद्यमियों संग बैठक रखी है।
UP News: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज फिर एक बार अफसरों और मंत्रियों की भूमिका में नजर आएंगी। राज्यपाल की यह भूमिका कोई नयी नहीं है इससे पहले भी राज्यपाल अपने 11 सितंबर 2019 के दौरे में ऐसा कर चुकी हैं। उद्यमियों के मुताबिक बीते 25-30 वर्षों में किसी भी राज्यपाल ने औद्योगिक संगठनों के साथ कभी बैठक नहीं की। अब लगभग डेढ़ साल बाद राज्यपाल फिर से चमड़ा उद्योग की प्रगति पूछ सकती हैं।
आपको बता दें कि राज्यपाल की बुधवार को होने वाली बैठकों और कार्यक्रमों की सूची तैयार हो गयी है। आज सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक लगातार व्यस्तता के बावजूद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शाम छह से सात बजे के बीच उद्यमियों संग बैठक रखी है।
उद्यमियों नेे बातचीत में बताया कि उनकी याद में बीते 25-30 वर्षों में किसी राज्यपाल ने औद्योगिक संगठनों के साथ कभी बैठक नहीं की। औपचारिक मुलाकात होना एक अलग बात है लेकिन राज्यपाल आनंदी बेन पटेल डेढ़ वर्ष में तीसरी बार उद्यमियों के बीच होंगी।
जानकारी के मुताबिक 11 सितंबर 2019 को राज्यपाल ने जाजमऊ के वाजिदपुर स्थित आईए लेदर्स टेनरी का निरीक्षण किया था और चमड़ा उद्योग की ताजा स्थिति की समीक्षा भी की थी। तभी उद्यमियों को भरोसा दिया था कि कानपुर के चमड़ा उद्योग के लिए अच्छे दिन आने वाले हैं। राज्यपाल के कार्यक्रम की लिस्ट उसी दौर की याद दिला रही है।
क्या अब आएंगे उद्यमियों के अच्छे दिन
गौरतलब है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उस दौरे में उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को बुलाकर केंद्रीय योजनाओं के तहत हो रहे कार्यों की समीक्षा की थी साथ ही उसके बाद सचेंडी थाना और एक टेनरी का निरीक्षण भी किया था। आम तौर पर ये काम अफसरों, मंत्रियों या मुख्यमंत्री का होता है। हालांकि वादे के बाद भी चमड़ा उद्यमियों के अच्छे दिन अभी तक आए नहीं है। खबर है कि अब डेढ़ साल बाद राज्यपाल फिर से चमड़ा उद्योग की प्रगति पूछ सकती हैं, क्योंकि बैठक में चमड़ा कारोबारियों को प्रमुखता से बुलाया गया है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की आयोजित बैठक का महत्व इसलिए भी है क्योंकि पिछले डेढ़ साल में कानपुर के प्रभारी मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उद्यमियों के साथ एक भी बैठक नहीं की। कोरोना काल में प्रभावित हुए उद्योगों की स्थिति जानने का भी प्रभारी मंत्री ने कोई प्रयास नहीं किया।