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Fog In UP: कोहरे का कहर, राहत के आसार नहीं, बसें ठप, वाहनों में रिफ्लेक्टर नहीं तो जुर्माना

Fog In UP: उत्तर प्रदेश में कोहरे का कहर बढ़ना शुरू हो गया है। अगले एक महीने तक ठंड और कोहरे से राहत मिलने की संभावना नहीं है जिसके चलते देर रात में वाहनों के हादसे बढ़ गए हैं।

Avnish Pal
Published on: 21 Dec 2022 8:48 PM IST
Fog In UP
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चैकिंग करती हुई पुलिस

Fog In UP: उत्तर प्रदेश में कोहरे का कहर बढ़ना शुरू हो गया है। अगले एक महीने तक ठंड और कोहरे से राहत मिलने की संभावना नहीं है जिसके चलते देर रात में वाहनों के हादसे बढ़ गए हैं। तमाम ट्रेनें रद कर दी गई हैं क्योंकि सड़कों पर दृश्यता अत्यंत कम हो जाती है और आगे चल रहे वाहन की लाइट दूर से दिखायी नहीं देती है। ऐसे में कोहरे में दुर्घटना से बचने के लिए गाड़ियों में रिफ्लेक्टिव टेप लगाने की हापुड ट्रैफिक पुलिस ने अपील की है। रिफ्लेक्टर न होने पर जुर्माने का प्रावधान किया है।

भदोही में बसों का परिवहन रोका

इसी तरह भदोही में बसों का परिवहन भी रोक दिया गया है। बसों का संचालन पूर्व नियोजित ढंग से रात्रि 8 बजे से प्रात: 8 बजे तक या कोहरा खत्म होने तक बंद रहेगा। मौसम विज्ञानियों के हिसाब से अगले कुछ दिन कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है।

हापुड़ में कोहरे के चलते विजिबिलिटी बेहद कम

हापुड़ से मिली खबर के अनुसार ठंड बढ़ रही है। ठंड के साथ-साथ कोहरा भी बढ़ता जा रहा है। कोहरे के चलते विजिबिलिटी बेहद कम है जिसके चलते आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इन दुर्घटनाओं से बचने के लिए हापुड़ ट्रैफिक पुलिस ने एक विशेष अभियान शुरू किया है।

हापुड ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ियों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाने की अपील

ठंड में कोहरे के चलते सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए हापुड ट्रैफिक पुलिस ने गाड़ियों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाने की अपील की है। इसके अलावा हापुड़ पुलिस महत्वपूर्ण खंभों और बैरिकेड पर भी रिफ्लेक्टिव टेप चिपका रही है ताकि दुर्घटनाएं ना हो सकें। हापुड ट्रैफिक पुलिस ने वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाना अनिवार्य कर दिया है। आमतौर पर चार और दोपहिया वाहनों पर पिछले हिस्से पर रिफ्लेक्टिव टेप चिपकाया जाता है।

गौरतलब है कि मोटर व्हीकल एक्ट के तहत वाणिज्यिक वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप ना होने पर 10 हजार रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। हाईवे पर चलने वाले ट्रक टैक्सी और तमाम वाहनों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाना अनिवार्य है। गौरतलब है कि 2022 में नवंबर में हापुड में 308 दुर्घटनाओं में 188 लोगों की जान गई थी जबकि 237 लोग घायल हुए थे।

रिफ्लेक्टिव टेप लगाने से हादसों में आती है कमी: ट्रैफिक सीओ

हापुड जनपद के ट्रेफिक सीओ आशुतोष शिवम ने बताया कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार पुलिस लोगों को रिफ्लेक्टिव टेप लगाने के लिए जागरूक कर रही है, ताकि कोहरे के चलते दुर्घटनाओं पर रोक लगाया जा सके। उन्होंने दावा किया कि रिफ्लेक्टिव टेप लगने से बेशक हादसों में कमी आती है। उन्होंने कहा कि हमने देखा है कि कभी-कभी तेज गति वाले वाहन कोहरे और धुंध के कारण, खराब दृश्यता के कारण दिल्ली - लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग और टोल प्लाजा पर वाहन डिवाइडर से टकरा जाते हैं, इसलिए फ्लाईवे पर भी रिफ्लेक्टिव टेप लगाए जा रहे हैं। ये टेप सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए दृश्यता में सुधार करते हैं। हमने इन टेपों को ट्रैक्टरों, ट्रकों और अन्य वाहनों पर भी चिपका दिया गया है।

घने कोहरे में नहीं होगा बसों का संचालन

एआरटीओ अरूण कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने कोहरे के दृष्टिगत बसों के संचालन में महत्वपूर्ण बदलाव करने का निर्णय लिया है। कोहरे के कारण हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि यदि मार्ग पर कोहरा पाया जायेगा तो बसों को मार्ग में पड़ने वाले बस स्टेशनों ढाबा थाना पेट्रोल पम्प टोल प्लाजा पर कोहरा कम होने तक खड़ी कर दी जायेगी। इसका निर्णय क्षेत्रीय प्रबंधक स्थानीय स्थिति के अनुसार करेंगे।

एक माह तक बसों की ऑनलाइन बुकिंग बंद

कोहरा छटने के बाद ही बसों का संचालन पुन: किया जायेगा। लगभग एक माह तक कोहरे के दृष्टिगत बसों की ऑनलाइन बुकिंग भी बंद कर दी गयी है। परिवहन मंत्री के निर्देश मिलने के उपरांत परिवहन निगम मुख्यालय में समीक्षा बैठक के दौरान उक्त निर्णय लिया गया है। यह सुनिश्चित कराने के लिए क्षेत्रीय सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रात्रि 8 बजे से रात्रि 12 बजे तक बस स्टेशनों पर कैम्प करेंगे तथा यात्रियों एवं चालक परिचालक हेतु स्टेशनों पर ठहरने अलाव शौचालय साफ-सफाई सुरक्षा के चाक-चौबंद उपाय उपलब्ध कराएंगे।

बस स्टेशनों पर स्थित कैन्टीन स्टाल रात-दिन खुले रहेंगे। ब्रेथ एनेलाइजर से चालकों की मादक पदार्थों के सेवन की जांच भी की जायेगी। बताया कि बसों का संचालन पूर्व नियोजित ढंग से रात्रि 8 बजे से प्रात: 8 बजे तक या कोहरा खत्म होने तक बंद किया जायेगा। जिससे किसी स्टेशन पर अत्यधिक बसें इकट्ठी न हों तथा यात्रियों को असुविधा न हो। किसी भी परिस्थिति में कोहरे की स्थिति में निगम बसों का संचालन नहीं किया जायेगा।

ठंड के साथ ही कोहरा भी ढा रहा कहर

भदोही। मौसम के यू टर्न लेते ही हुए मौसमी बदलाव के कारण भीषण ठंड एवं घने कोहरे से आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। हाड़ कपा देने वाली इस ठंड से लोगों को रोजमर्रा के कामकाज को लेकर अपने घरों से निकलना दूभर सा हो गया है। घने कोहरे एवं शीतलहर के प्रकोप के कारण बाजार सहित सड़कों पर लोगों के आवागमन में भारी कमी देखी जा रही है। वहीं विद्यालयों में पढऩे वाले छात्र. छात्राओं को शिक्षा को लेकर विद्यालय आने जाने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

तापमान में लगातार गिरावट से लोगों का जीना मुहाल

कड़ाके की ठंड के साथ कोहरा लगातार कहर ढा रहा है। तापमान में लगातार गिरावट से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। घने कोहरे की चादर दिन भर तनी रही। दृश्यता कम होने से सड़क पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। घरों में लोग दुबकने को विवश हुए। बर्फीली हवा और कड़ाके की ठंड ने लोगों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित कर दी है। सुबह पडऩे वाले घने कोहरे ने वाहनों की रफ्तार थाम दी है। शीत लहर के बीच बढ़ी ठंड के चलते लोग गर्म कपड़ों के बावजूद भी जगह.जगह अलाव का सहारा लेकर ठंड से निजात पाने की कोशिश कर रहे। घने कोहरे और कड़ाके की ठंड का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

ठंड व शीत लहर से चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त

ठंड व शीत लहर से चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार को सुबह घने कोहरे के कारण पारदर्शिता बहुत कम रही। जिसके चलते सड़कों पर वाहन लाइट के सहारे रेंगते नजर आए। दोपहर तक हवा चलने के बाद कोहरा छंटा लेकिन धुंध बनी रही। पिछले कई दिनों से चल रही पछुआ हवा ने गलन बढ़ा दी है। कड़ाके की सर्दी के बीच लोग कांपते नजर आए।

बुधवार को सुबह 9 बजे से ही कोहरे व बादलों के साथ सूरज की लुकाछिपी का खेल जारी रहा। गलन काफी बढ़ गई है। गर्म कपड़ों के बावजूद भी घरों में लोग एवं सड़कों पर राहगीर ठिठुरते नजर आए। ग्रामीण अंचलों के सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। सर्दी से बचने के लिए लोग घास फूस जलाकर काम चला रहे हैं।

नगर में भी कुछ सार्वजनिक स्थानों को छोड़कर अन्य स्थलों पर अलाव की व्यवस्था नहीं दिखाई दे रही है। ग्रामीण अंचलों में लोग बुधवार को लकड़ियां इकट्ठा कर अलाव जला कर सर्दी भगाते नजर आए। भीषण ठंड ने पशु पक्षियों को भी बेहाल कर दिया है। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवाँ के मौसम वैज्ञानिक सर्वेश बरनवाल ने बताया कि अभी फिलहाल कुहरे से राहत मिलने की कोई संभावना नही है। इसके साथ ही ठंड में भी इजाफा होगा।

Deepak Kumar

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