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UP में कभी जलवा हुआ करता था आजम खान और मुख्तार अंसारी का, आज हो गयी ऐसी हालत

इन दिनों UP की राजनीति में आजम खान और मुख्तार अब्बास अंसारी के बिगड़े हालात को लेकर सूबे में चर्चाओं का दौर चल रहा है।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Ashiki
Published on: 20 July 2021 9:06 AM GMT (Updated on: 20 July 2021 9:36 AM GMT)
Mukhtar Ansari and Azam Khan
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मुख्तार अंसारी और आजम खान

लखनऊ: इन दिनों प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी के सांसद मो आजम खान (Azam Khan) और बहुजन समाज पार्टी के विधायक मुख्तार अब्बास अंसारी (Mukhtar Abbas Ansari) के बिगड़े हालात को लेकर सूबे में चर्चाओं का दौर चल रहा है। इन नेताओं का कभी प्रदेश में एक बड़ा कद हुआ करता था पर बिगड़ते स्वास्थ्य और कानूनी शिकंजे में फंसने के कारण दोनों ही कद्दावर नेताओं के दिन गर्दिश में हैं।

सीतापुर जेल में बंद लोकसभा सदस्य मो आजम खां इन दिनों खराब स्वास्थ्य के चलते अपना इलाज लखनऊ में करा रहे हैं। समाजवादी पार्टी की सरकार जाने और भाजपा सरकार आने के बाद से आजम खान लगातार कानूनी शिंकंजे में फंसते रहे, जिसके कारण उनको जेल जाना पड़ा। उन पर सौ से ज्यादा एफआईआर हो चुकी है, जिनमें जमीन कब्जे से लेकर भैंस चोरी तक के मामले शामिल हैं।


वह पिछले एक साल से अधिक समय से जेल की हवा खा रहे हैं। इस साल मई में जब कोरोना का ग्राफ बढ़ा तो इसका शिकार आजम खान भी हो गये। हालत बिगडने पर उन्हे लखनऊ लाया गया। यहां पर दो महीने इलाज कराने के बाद फिर आजम खान को वापस सीतापुर जेल भेज दिया गया, लेकिन दो दिन रहने के बाद ही यहां उनकी हालत खराब हो गयी जिसके बाद उन्हे फिर से वापस लखनऊ लाया गया है। जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।


आजम खान का राजनीतिक इतिहास

आजम खान का लम्बा राजनीतिक इतिहास रहा है। वह नौ बार रामपुर से विधायक रहने के बाद इस समय लोकसभा के सदस्य हैं। वह समाजवादी पार्टी की सरकार में संसदीय कार्यमंत्री और नगर विकास मंत्री जैसे अहम पदों पर रहे हैं। सत्ता में रहने के दौरान मो आजम खां के गुस्से के न जाने कितने लोग शिकार हो चुके हैं। आजम खां कई बार विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी प्रकट कर चुके हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद जब वह सत्ता से उतर गए तब भी उनका गुस्सा बरकरार रहा। समाजवादी पार्टी की सरकार तो चली गयी पर वह चुनाव जीत गए। जब वह जीत का सर्टीफिकेट लेने पहुंचे तो अचानक एक प्रशासनिक अधिकारी पर भड़क गए। आजम खां इस बात से एसडीएम पर नाराज हो गए क्योंकि उनको कीचड भरे रास्ते से अपने जीत का सर्टीफिकेट लेने आना पडा था।

अभी पिछले साल ही जब उनको पेशी के लिए जेल ले जाया जा रहा था तो भी इस बात पर नाराज हो गए कि उनको गाड़ी में बीच की सीट पर क्यों बैठाया जा रहा है। वह जेल गाडी की विंडो सीट पर बैठना चाह रहे थे।


एक दौर था जब पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी का जलजला हुआ करता था

इसी तरह एक बेहद सम्भ्रांत परिवार से राजनीति में आने वाले मुख्तार अंसारी के भी दिन गर्दिश में हैं। पूर्वांचल में कभी उनका जलजला हुआ करता था। यहीं नहीं उनके क्षेत्र की जनता भी उनको पसंद कर हर बार विधानसभा भेजती रहती थी। पर योगी सरकार आने के बाद से उनके दिन खराब होना शुरू हो गये। बहुजन समाज पार्टी के विधायक मुख्तार अंसारी इन दिनों बांदा जेल में हैं। उनका स्वास्थ्य भी इस समय ठीक नहीं बताया जा रहा है। 9 जनवरी 2018 को हार्ट अटैक पड़ने के बाद से वह जेल में हैं। कभी पंजाब जेल तो कभी बांदा जेल में रहने के कारण उनका स्वास्थ्य भी लगातार बिगडता ही जा रहा है। उन पर न जाने कितने मुकदमें दायर हो चुके हैं। उनकी अवैध सम्पत्ति को सरकार ने ढहाने का काम किया है। बताया जा रहा है कि बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी को इन दिनों पूरी रात नींद नहीं आती है। जिसके कारण उनका स्वास्थ्य लगातार खराब होता जा रहा है।

Ashiki

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