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UP Nikay Chunav 2023: भाजपा में महापौर पद पर दो दर्जन से अधिक दावेदार, पार्टी नेतृत्व खंगाल रहा कुंडली

UP Nikay Chunav 2023: सबसे ज्यादा टिकट की मारामारी भाजपा में है। यहां महापौर के पद के लिए पूर्व महापौर समेत एक दर्जन अधिक दावेदारी ठोंक रहे हैं।

Sushil Kumar
Published on: 10 April 2023 8:57 PM IST
UP Nikay Chunav 2023: भाजपा में महापौर पद पर दो दर्जन से अधिक दावेदार, पार्टी नेतृत्व खंगाल रहा कुंडली
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UP Nikay Chunav 2023

UP Nikay Chunav 2023: पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीतिक राजधानी माने जाने वाले मेरठ में निकाय चुनाव का आरक्षण पुन र्निधारित होते ही बिसात बिछ चुकी है। अब मोहरों का इंतजार है। सबसे ज्यादा टिकट की मारामारी भाजपा में है। यहां महापौर के पद के लिए पूर्व महापौर समेत एक दर्जन अधिक दावेदारी ठोंक रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष रहते डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने वर्ष 2012 में सूबे की 14 में से 12 नगर निगमों पर जीत दर्ज की, वहीं सूबे की 45 प्रतिशत नगर पालिका एवं नगर पंचायतों पर भगवा परचम फहराया। मेरठ में पंजाबी चेहरा हरिकांत अहलूवालिया महापौर चुने गए। लेकिन प्रदेश में सत्ता पाने के बावजूद 2017 में मेरठ नगर निगम की सीट पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। बसपा से चुनाव लड़ी सुनीता वर्मा ने कांता कर्दम को 15 हजार से अधिक वोटों से हराया था। उस समय सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित थी। भाजपा इस सीट को हर हाल में जीतने की कवायद में जुटी है। इस बार सीट ओबीसी कोटे में गई है।

इस बार निकाय चुनाव में ओबीसी के आरक्षण के चलते देरी हुई। अब आरक्षण की सूची जारी होने के बाद सभी राजनीतिक दलों में मैदान में उतरने वाले दावेदार सक्रिय हो गए हैं। भाजपा की तैयारी लंबे समय से चल रही है। महापौर पद के लिए जहां दो पूर्व महापौर मधु गुर्जर और हरिकांत अहलूवालिया जैसे पुराने खिलाड़ी महापौर टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। वहीं नए खिलाड़ियों में डीएन डिग्री कालेज छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अंकित चौधरी भी जोर आजमाइश करने में पीछे नहीं हैं। पूर्व महापौर मधु गुर्जर के पति सुशील गुर्जर भी महापौर पद के लिए दावेदारी का आवेदन जमा करा चुके हैं। इनके अलावा कैंट बोर्ड की पूर्व उपाध्यक्ष बीना वाधवा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मनोज पोसवाल, डा.जेवी चिकारा के साथ जिला सहकारी बैंक चेयरमैन मनिन्दरपाल, आईएमए के पूर्वअध्यक्ष डा. तनुराज सिरोही, पूर्व एमएलसी लोकेश प्रजापति, पूर्व विधायक रविन्द्र भड़ाना, विनय प्रधान, नरेन्द्र उपाध्याय, मनोज पोसवाल, नरेश गुर्जर, हिन्दू महासभा के पूर्व महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही, रविन्द्र तेवतिया, विनय प्रधान भी दावेदार हैं।

पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया

पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया लगातार सक्रिय रहते अपनी उम्मीदों को दोबारा सींच रहे हैं। उनके संपर्क संघ से लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी एवं सांसद राजेंद्र अग्रवाल तक से हैं। कैंट बोर्ड की उपाध्यक्ष बीना बाधवा जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन मनिंदरपाल एवं जिलाध्यक्ष विमल शर्मा के जरिए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह का भरोसा जीतने में जुटी हैं। वहीं डीएन डिग्री कालेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रहे अंकित चौधरी जो कि युवा जाट नेता हैं, उनकी पैरवी पार्टी के केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान के अलावा स्थानीय संघ नेता कर रहे हैं। अंकित चौधरी शहीद परिवार से आते हैं। उनके दादा चौधरी वीरेन्द्र सिंह 1962 की लड़ाई में शहीद हुए थे।

पजांबी समाज भी मेरठ में लंबे समय से अपने प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है। ऐसे में अगर भाजपा पंजाबी समाज से ताल्लुक रखने वाले प्रत्याशी को लड़ाती है तो पूर्व महापौर हरिकांत अहलूवालिया और पूर्व कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष सुनील वाधवा की पत्नी पूर्व उपाध्यक्ष बीना वाधवा को प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। भाजपा में महापौर पद के लिए टिकट पर मुहर लखनऊ और दिल्ली से लगेगी। कोर कमेटी यहां से नाम तय करने के बाद लखनऊ भेजेगी, वहां से हरी झंडी मिलने के बाद दिल्ली से अंतिम मुहर लगेगी। ऐसे में सारे दावेदारों ने लखनऊ से दिल्ली तक सिफारिशें लगाना शुरू कर दिया है।

भाजपा के महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल का कहना है कि पार्टी की निकाय चुनाव की तैयारी पूरी है। संगठन जिसे टिकट देगा, उसे जिताएंगे। दावेदारों की संख्या अधिक है । मगर इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। उधर पार्टी सूत्रों की मानें तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने पश्चिम क्षेत्र के मेरठ समेत 14 जिलों पर फोकस कर रखा है। नेतृत्व मेरठ के दावेदारों की कुंडली तैयार करा कर खंगाल रहा है। नेतृत्व जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में है। इसलिए नेतृत्व दावेदारों की पैरवी करने वालों से साफ कहा गया है कि केवल जीतने वाले योग्य प्रत्याशी को टटोलें। केवल नामों की पैरवी नहीं करनी है। जीत की गारंटी देनी होगी।

चुनाव वर्ष आरक्षण जीत पार्टी

1995 सामान्य अयूब अंसारी बसपा

2000 सामान्य शाहिद अखलाक बसपा

2006 पिछड़ा वर्ग महिला मधु गुर्जर भाजपा

2012 पिछड़ा वर्ग पुरुष हरिकांत अहलूवालिया भाजपा

2017 अनुसूचित जाति महिला सुनीता वर्मा बसपा



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