पंचायत चुनाव: मंत्री समेत 50 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित

महोबा प्रशासन ने श्रम मंत्री रहे कुंवर बादशाह सिंह समेत 50 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित करते हुए नोटिस जारी किया है।

Ashiki
Published on: 2 April 2021 5:47 AM GMT
UP Panchayat Chunav 2021
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फाइल फोटो 

लखनऊ: यूपी में जैसे-जैसे पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav 2021) की तारीख नजदीक आते जा रहे हैं। प्रशासन सख्ती दिखाते जा रहा है। इसी कड़ी में महोबा जिले में पंचायत चुनाव को लेकर डीएम ने भी सख्त तेवर अपनाना शुरू कर दिया है। डीएम ने पूर्व मंत्री बादशाह सिंह समेत 50 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिये हैं। डीएम की इस कार्रवाई के बाद से इलाके में हड़कंप मच गया है।

कई प्रभावशाली लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित

दरअसल, बुन्देलखण्ड में गन कल्चर के चलते नेता और प्रभावशाली लोग साथ में बन्दूक लेकर चलने में अपनी शान समझते हैं। इस इलाके में नेताओं के काफिले की गाड़ियों की खिड़कियों से अगर दर्जनों बन्दूको की नाल बाहर ना दिखाई दें, तो लोग उसे नेता नहीं मानते, लेकिन डीएम महोबा ने पूर्व मंत्री के साथ कई प्रभावशाली लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं।

जारी हुआ नोटिस

महोबा जिला प्रशासन द्वारा बसपा शासनकाल में श्रम मंत्री रहे कुंवर बादशाह सिंह समेत 50 लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित करते हुए नोटिस जारी कर दिया गया है। इतना ही नहीं नोटिस का जवाब न देने पर लाइसेंस निरस्त कर दिए जाएंगे। डीएम सत्येंद्र कुमार ने बताया कि खरेला निवासी और पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के खिलाफ 22 मुकदमे दर्ज मुकदमे दर्ज हैं, जबकि उनके भतीजे पुष्पराज सिंह उर्फ सोनू सिंह के खिलाफ सात मुकदमे दर्ज हैं, जिनके लाइसेंस निलंबित किए गए हैं।

इसी तरह खरेला निवासी रमेश, कुआं निवासी प्रदीप कुमार तिवारी, सौरभ तिवारी, खरेला निवासी उमेश सिंह व जैलवारा निवासी प्रदीप कुमार के लाइसेंस निलंबित करते हुए नोटिस जारी किया गया है। महोबा जिले के इतिहास में यह पहला मामला है जब एक साथ 50 लोगो के शस्त्र लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। इसके अलावा जिला मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार ने तीन माह के अंदर गुंडा एक्ट के 13 अपराधियों को जिला बदर किया है। आपको बता दें कि बुधवार की देर शाम जिला मजिस्ट्रेट ने पूर्व मंत्री बादशाह सिंह समेत सात लोगों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित करते हुए नोटिस जारी किया था।

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