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औरेया में प्रत्याशी को रेड कार्ड, बहराइच SP ने दे डाली उम्मीदवारों को ये चेतावनी
शिक्षक मिन्न उल्ला ने बताया कि इससे पूर्व भी जिला प्रशासन द्वारा एक चुनाव के दौरान उन्हें लाल कार्ड थमाया गया था।
औरैया/बहराइच: एक तरफ राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से चुनाव ड्यूटी तो दूसरी तरफ से पुलिस द्वारा चुनाव में गड़बड़ी करने का नोटिस। आखिर इस जगह कौन-सही कौन गलत यह कहना बड़ा मुश्किल है, लेकिन इस दो तरफा कार्यवाही से पेशे से अध्यापक मिन्नत उल्ला बड़े ही आहत हुए है।
अध्यापक मिन्नत उल्ला का कहना है कि पुलिस को उन पर भरोसा नहीं है, पुलिस उन्हें अपराधियों की श्रेणी में देखती है जबकि चुनाव आयोग लगभग 26 वर्ष से उन पर भरोसा जताते हुए अनवरत चुनाव करवाने की जिम्मेदारी सौपता चला आ रहा है। तो फिर आखिर पुलिस का भरोसा उन पर क्यो नही है। जबकि न ही उन पर कोई आपराधिक मुक़दमे दर्ज है और न ही उनका विवादों से कोई नाता है। पुलिस के इस नोटिस के बाद अध्यापक मिन्नत उल्ला यह शिकायत चुनाव आयोग में करने की बात कह रहे है।
जिला प्रशासन ने शिक्षक को थमाया लाल कार्ड
इस संबंध में शिक्षक मिन्न उल्ला ने बताया कि इससे पूर्व भी जिला प्रशासन द्वारा एक चुनाव के दौरान उन्हें लाल कार्ड थमाया गया था। जिसकी शिकायत उनके द्वारा चुनाव आयुक्त की गई थी। चुनाव आयोग ने मामला संज्ञान में लेते हुए पुलिसकर्मी पर कार्यवाही भी की थी। इस बार भी वही समस्या उनके सामने दोबारा से खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि अब उनकी समझ में यह नहीं आ रहा है कि वह चुनाव ड्यूटी करने जाएं या फिर लाल कार्ड के आधार पर पाबंद हो। बताया कि 26 अप्रैल को होने वाले चुनाव में उनकी ड्यूटी लगी हुई है और उन्हें सहार ब्लॉक के किसी मतदान केंद्र पर पहुंचना है जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा 25 अप्रैल को सुबह 6 बजे सेंटर पर बुलाया गया था। अब ऐसी स्थिति में उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि वह क्या करें। वहीं उन्होंने कहा कि न तो मेरा कोई राजनैतिक और न ही आपराधिक इतिहास है फिर भी पुलिस प्रशासन ने उनके विरुद्ध ऐसी कार्रवाई अमल में लाई है। उन्होंने कहा इस बार भी इसकी शिकायत वह चुनाव आयोग से करेंगे।
प्रशासन द्वारा शिक्षक पर चुनाव में गड़बड़ी फैलाए का आरोप
शिक्षक ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा उन पर चुनाव में गड़बड़ी फैलाए जाने का आरोप लगाते हुए लाल कार्ड दिया गया है। कहा कि जब उनके पास लाल कार्ड आया तो उन्हें मानसिक आघात पहुंचा है। बताया कि वह एक शिक्षक है न कि कोई अपराधी कि उन्हें इस प्रकार से लाल कार्ड थमाकर पुलिस प्रशासन ने पाबंद किया है।
प्रशासन ने प्रत्याशियों को दी चेतावनी
उधर बहराइच पंचायत चुनाव से जुड़ी एक खबर सामने आई है। बहराइच में चौथे चरण में 29 अप्रैल को ग्राम की सरकार बनाने को लेकर मतदान होना है । चुनाव को निष्पक्ष ढंग से पूर्ण कराने के लिए जिला प्रसाशन लगातार ग्रामीण इलाकों में पंचायत चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के साथ बैठक कर शांतिपूर्ण ढंग से चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने की अपील की है, साथ ही चुनाव जीतने के लिए अपराधियों व दबंगों का सहारा लेने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी है ।
पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने पंचायत चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आप लोग नियम से चुनाव लड़ोगे तो हमे डंडा उठाने की जरूरत नही पड़ेगी। अगर कोई गड़बड़ी की तो मुकदमा लिख जाएगा, उसके बाद आप लोग अपना नाम हटाने के लिए सिफरिश करोगे, लेकिन किसी का भी फोन आने पर नाम नहीं हट पायेगा। उन्होंने मौजूद प्रत्याशियों से सख्त लहजे में कहा कि अगर आप लोगों में से किसी ने मतदाताओं को धमकाने व चुनाव को जीतने के किसी दबंग या अपराधी का सहारा लिया तो ऐसी कार्यवाही होगी कि दस साल के लिए पंचायत चुनाव लड़ना भूल जाओगे ।