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पंचायत चुनाव:सालों से बदहाल हमीरपुर का गांव, मतदान से पहले विकास की आस

सरकारी योजनाओं का लाभ गरीब जनता तक नहीं पहुंच पाता, जिससे 5 साल बीत जाने के बाद भी गांवों की तस्वीर जस की तस बनी है

Ravindra Singh
Published on: 7 April 2021 8:00 AM GMT
हमीरपुर पंचायत चुनाव
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सोशल मीडिया से फोटो

हमीरपुर : आजकल पंचायत चुनाव को लेकर राज्य भर में राजनीति सरगर्मियां तेज हो गई है। पंचायत चुनाव के उम्मीदवार लोगों को रिझाने और अपने पक्ष में मतदान करने में जुटे हुए हैं, लेकिन एक बात जो लोगों को खल रही है कि क्या गांवों के हालात बदलने में ये उम्मीद्वार आने वाले समय खरे उतरेंगे।

चाहे जिला हमीरपुर के गांव हो या बात किसी भी और गांव के हालातों की करें । ज्यादातर गांवों के हालात जस के तस है। आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। गांव की उन्नति व विकास के लिए सरकार की तमाम योजनाएं धरी की धरी है, मतलब आती है लेकिन उन योजनाओं का लाभ गरीब जनता तक नहीं पहुंच पाता, जिससे 5 साल बीत जाने के बाद भी गांवों की तस्वीर जस की तस बनी रह जाती हैं ।




गांव में अव्यवस्था का बोलबाला

ऐसे ही एक गांव का मामला जो जनपद के गोहाण्ड विकासखंड के इटायल ग्राम पंचायत का है। जहां आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। यहां ग्राम प्रधान के कार्यकाल के पांच साल बीत जाने के बाद भी गांव में अव्यवस्थाओं का बोलबाला है।




ग्रामीणों ने बताया कि बरसात होते ही तालाब से सरकारी स्कूल तक रास्ता कीचड़ में बदल जाता हैं। जिस पर चलना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीण पिछले 10 सालों से बराबर इसी तरह से कीचड़ से होते हुए निकलने को मजबूर हैं, जबकि लोगों द्वारा इस संबंध में उच्च अधिकारियों से भी शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है ।




जनता परेशान

ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले 5 साल के कार्यकाल में गांव के विकास के लिए कुछ नहीं किया है जिसको लेकर ग्रामीणों नाराजगी है और अब इस चुनाव में मतदान का सही इस्तेमाल करने के मूड में है ताकि गांव विकास हो सके और लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिले।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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