अपनी मांगों को लेकर सख्त हुए यूपी परिवहन निगम के कर्मचारी, 4 जुलाई से चक्का जाम का ऐलान

shalini
Published on: 19 Jun 2018 9:57 AM GMT
अपनी मांगों को लेकर सख्त हुए यूपी परिवहन निगम के कर्मचारी, 4 जुलाई से चक्का जाम का ऐलान
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मेरठ: उत्तर प्रदेश परिवहन निगम कर्मचारियों ने आगामी चार जुलाई की आधी रात से चक्का जाम करने की घोषणा की गई है। उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के सचिव लाखन सिंह ने आज यहां चक्का जाम का एलान करने के साथ ही यह धमकी भी दी है कि अगर इस दौरान रोडवेज कर्मचारियों का किसी भी स्तर पर उत्पीड़न किया गया तो हड़ताल तय समय से पहले ही कर दी जाएगी।

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उन्होंने कहा कि इस बार हमारी हड़ताल मांग पूरी होने तक समाप्त नही होगी। इसलिए इस दौरान आम जनता को होने वाली तमाम असुविधाओं की जिम्मेदारी शासन-निगम प्रशासन की होगी।

उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के सचिव लाखन सिंह ने कहा कि परिषद ने सातवे वेतनमान समेत पांच सूत्रीय मांगो को लेकर नौ अप्रैल को प्रदेशभर में चक्का जाम की घोषणा की थी। इस पर शासन व निगम प्रबन्धन स्तर पर हुई लंबी बातचीत में एक लिखित समझौता हुआ था जिसमें एक माह के अंदर रोडवेज कर्मचारियों को सांतवे वेतनमान देने की बात कही गई थी। लेकिन दो माह का समय बीत जाने के बाद भी रोडवेज कर्मचारियों के लिए सातवें वेतनमान की घोषणा नही की गई है। जिससे कर्मचारियों में गहरा आक्रोश व्याप्त है।

लाखन सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश के राज्य कर्मचारियों ,स्थानीय निकाय व स्वशासी संस्थाओं के साथ हा 17 निगमों के कर्मचारियों को भी सातवें केन्द्रीय वेतनमानों का लाभ मिल चुका है जिनमें ऊर्जा विभाग के चार वे निगम भी शामिल हैं जहां वर्ष दर वर्ष करोड़ों का घाटा है,जो कि समाचार पत्रों में छपी खबरों के अनुसार वर्तमान समय में 78 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।

रोडवेज नेता लाखन सिंह ने कहा कि फिर यूपी रोडवेज जो कि पिछले तीन सालों से लगातार शुद्ध लाभ में है और गत एक दशक से भी अधिक समय से नकद लाभ में चल रहा है उसको सातवें वेतनमान से क्यों वंचित किया जा रहा है।

लाखन सिंह के अनुसार सातवें वेतनमानों को एक जनवरी 2016 से लागू करने के अलावा हमारी मांग है कि संविदा चालकों -परिचालकों को फिक्स वेतन दिया जाये।

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