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सराहनीय: मासूमों को थी खून की जरूरत, पुलिसकर्मियों ने रक्तदान कर बचाई जान
बहराइच में एक ही परिवार के बीमार तीन मासूमों को पुलिस ने रक्तदान कर बचाई जान।
बहराइच: यूपी के बहराइच (Bahraich) जिले की पुलिस (Police) का एक मानवीय चेहरा सामने आया है। आर्थिक रूप से कमजोर एक ही परिवार के बीमार तीन मासूमों को खून न मिलने की सूचना पर एसपी ने चार सिपाहियों को मेडिकल कॉलेज भेजकर रक्तदान कराया और बच्चों को अब खून चढ़ने लगा। एसपी के इस पहल व रक्त देने वालो सिपाहियों की लोग जमकर तारीफ कर रहें हैं।
दरअसल, रिसिया थाना क्षेत्र के कटलिया भूपसिंह निवासी हाजरून के पति का देहांत हो चुका है। फाजरून के कंधों पर 24 वर्षीय बेटे इमरान, आठ वर्षीय बेटे फैजान व 12 वर्षीय बेटी सना की जिम्मेदारी है। तीनों को थैलीसीमिया बीमारी है। जिनका इलाज चल रहा है। बुधवार को तबियत बिगड़ने पर तीनों को खून की जरूरत पड़ी तो खून नहीं मिल रहा था। तभी एसपी सुजाता सिंह को किसी ने फोन पर जानकारी दी।
एसपी ने तत्काल स्काट में तैनात तीन पुलिसकर्मी संजीव यादव, धनंजय कुमार, जयेंद्र वर्मा व डायल 112 में तैनात हरिशंकर पांडेय को मेडिकल कॉलेज भेजा। चारों पुलिसकर्मियों ने रक्तदान कर महिला को खून उपलब्ध कराया। एसपी की इस पहल से महिला के चेहरे पर मुस्कान छा गई। एसपी सुजाता सिंह ने कहा कि पुलिस सदैव लोगों की मदद करने के लिए तैयार है। यह हमारा सौभाग्य है कि हमें सेवा करने का मौका मिला है।
भाइयों का विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, दरोगा और सिपाही घायल
बहराइच (Bahraich) जिले के बारोलिया गांव में बीते सोमवार को भाइयों के बीच विवाद हो रहा था। इसी दौरान एक महिला ने डायल 112 को विवाद की सूचना दे दी। सूचना पाकर पुलिस (Police) गांव पहुंच गई। मारपीट कर रहे लोगों को पुलिस अपने साथ ले जाने लगी। इसी दौरान एक बच्चा रोने लगा। वह भी पिता के साथ जाने की जिद करने लगा। बेटे को रोते देख पिता गाड़ी से उतर कर पीछे भागा। पुलिस ने सोचा कि वह भाग रहा है। रोकने के लिए पुलिस ने लाठी चला दिया, जिससे दो ग्रामीण घायल हो गये जिसके बाद नाराज ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया। जिसमें दरोगा व चालक घायल हो गए। पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, हरदी थाना अंतर्गत बरौलिया गांव निवासी मालती प्रसाद, भगवती व पारसनाथ सगे भाई हैं। सोमवार को भाइयों के बीच में विवाद हो गया। जमीनी विवाद में शुरू हुआ मामला मारपीट में उतर आया। मामला बढ़ता देख मालती प्रसाद की पत्नी मीरा देवी ने डायल 112 पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पाकर दरोगा और सिपाही गांव पहुंचे। पुलिस दोनों पक्ष को गाड़ी में बैठा कर थाने ले जाने लगी।
इसी दौरान एक बालक रोने लगा। पुत्र के रोने पर वासुदेव बेटे को समझाने के लिए दौड़ा। पुलिस को लगा कि वासुदेव फरार होने जा रहा पुलिस ने लाठी चला दिया। इससे नाराज ग्रामीणों ने पुलिस से हाथापाई व झड़प शुरू कर दी। झड़प में दरोगा व सिपाही घायल हुआ है। सूचना पाकर हरदी थाने की फोर्स मौके पर पहुंच गई। थानाध्यक्ष आरपी यादव का कहना है कि 5 लोगों को हिरासत में लेकर के पूछताछ शुरू कर दी गई है पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा की दृष्टि में गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।