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UP Police Bharti 2024: सिपाही भर्ती परीक्षा कराने वाली कंपनी एजूटेस्ट हुई ब्लैकलिस्ट, STF को मिले सबूत
UP Police Bharti 2024: सिपाही भर्ती पेपर लीक होने के बाद एसटीएफ की जांच में पुख्ता सबूत मिलने पर परीक्षा कराने वाली कंपनी एजूटेस्ट को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।
UP Police Constable Exam 2024: सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने बड़ी कार्रवाई की है। बोर्ड ने परीक्षा कराने वाली कंपनी एजूटेस्ट को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इस मामले की पुष्टी बोर्ड के अधिकारियों ने की है। ब्लैकलिस्ट होने के बाद अब एजुटेस्ट उत्तर प्रदेश में किसी भी विभाग की परीक्षा नहीं करा सकेगी। पेपर लीक मामले में जांच कर रही एसटीएफ की टीम को इस मामले में कंपनी के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। कंपनी के खिलाफ अब कानूनी शिकंजा करने की भी तैयारी हो रही है। इसके साथ ही रद्द हुए पेपर को दोबारा कराने की तारीखों का जल्द ही ऐलान हो सकता है।
चार बार नोटिस जारी कर चुका है एसटीएफ
मामले में एसटीएफ ने एजूटेस्ट कंपनी के संचालक विनीत आर्या को चार बार नोटिस भेज चुका है। हालांकि विनीत आर्या अपना बयान दर्ज कराने के लिए पेश नहीं हुए। एसटीएफ के अनुसार उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा लीक होने के बाद से ही विनीत अमेरिका चला गया है। अगर एजूटेस्ट के मालिक एसटीएफ के सामने पेश होकर बयान नहीं देते हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। एसटीएफ के पास पेपर लीक मामले में कंपनी के खिलाफ पुख्ता प्रमाण मिले हैं। इसी के बाद पिछले चार माह से विनीत को पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।
मास्टरमाइंड की तलाश तेज
विनीत आर्या के साथ ही एसटीएफ ने पेपर लीक के मास्टरमाइंड सुभाष प्रकाश की तलाश भी तेज कर दी है। बता दें कि पेपर लीक में प्रयागराज के रहने वाले राजीव नयन मिश्रा ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इन्ही के बयानों के आधार पर एसटीएफ सुभाष को पकड़ने का प्रयास कर रही है। इन्हीं के साथ ही एसटीएफ ने जांच में यह भी पाया कि सुभाष प्रकाश, राजीव नयन, रवि अत्रि सहित अन्य लोगों ने मिलकर पेपर लीक का गिरोह बनाया है। ये प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कराते हैं।
24 फरवरी को रद्द हुई थी परीक्षा
बता दें कि उत्तर प्रदेश कांस्टेबल भर्ती परीक्षा इसी साल 17 और 18 फरवरी को हुई थी। परीक्षा की शुचिता भंग कर उसे लीक कराया गया था। जिसके बाद इसे 24 फरवरी को सरकार ने इसे रद्द करने का फैसला लिया। यूपी के सीएम योगी ने कहा था कि छह महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराई जाएगी। सीएम योगी के दिए गए छह महीने के समय में महज 40 दिन का वक्त और बचा है। माना जा रहा है कि 20 से 25 जून के बीच दोबारा होने वाली परीक्षाओं की तारीखों का एलान कर दिया जाएगा।