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UP ATS को बड़ी कामयाबी, दो पाकिस्तानी नागरिक सहित तीन आंतकी गिरफ्तार
लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों को गिरफतार कर लिया है।
UP ATS: लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है। यूपी एटीएस ने दो पाकिस्तानी नागरिक सहित तीन आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों आतंकी नेपाल के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। एटीएस को कई दिनों से जानकारी मिल रही थी कि पाकिस्तानी नागरिक नेपाल के रास्ते भारत में घुसने की फिराक में है। इस सूचना के आधार पर एटीएस ने ये कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक, यूपी एटीएस की फील्ड इकाई गोरखपुर ने नेपाल-भारत (सोनौली बॉर्डर) से तीनों आतंकियों को गिरफ्तार किया है। गिफ्तार किए गए आतंकियों में से दो पाकिस्तान से और एक जम्मू और कश्मीर का रहने वाला है। पूछताछ में आतंकियों ने अपना नाम मोहम्मद अल्ताफ भट पुत्र खिजर मोहम्मद भट, निवासी सादिकाबाद, रावलपिंडी, पाकिस्तान बताया है। दूसरे ने अपना नाम सैय्यद गजनफर पुत्र सैय्यद मोहम्मद बताया है, वह तारामणि चौक इरफानाबाद, पाकिस्तान का रहने वाला है। जबकि तीसरा आरोपी जम्मू और कश्मीर में श्रीनगर के कराली पोरा हवल का रहने वाला है, उसने अपना नाम नासिर अली पुत्र गुलाम अहमद अली बताया है।
आतंकियों के पास से ये सामान हुआ बरामद
पूछताछ में पता चला है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से इन्होंने ट्रेनिंग ली है। भारत में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के मंसूबे से भारत में घुंस रहे थे, हांलाकि एटीएस ने उनके मंसबों पर पानी फेर दिया है। गिरफ्तार किए गए तीन आतंकियों के पास से दो मोबइल, एक मेमोरी कार्ड, तीन पासपोर्ट (02 पाकिस्तानी एयर 01 भारतीय), सात डेबिड /क्रेडिट कार्ड, तीन आधार कार्ड, दो फ्लाइट टिकट, एक पाकिस्तानी ड्राइविंग लाइसेंस, दो पाकिस्तानी राष्ट्रीय पहचान पत्र के अलावा नेपाल, बांग्लादेश, भारत और यूएस की मुद्रा बरामद हुई है।
हिजबुल मुजाहिद्दीन से ली ट्रेनिंग
मोहम्मद अल्ताफ ने पूछताछ में बताया कि उसका जन्म कश्मीर में हुआ था और कारगिल युद्ध के बाद वह हिजबुल मुजाहिदीन के एक मिलिटेन्ट के साथ जिहाद की ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान चला गया। वह हमेशा से ही चाहता था कि कश्मीर, पाकिस्तान का हिस्सा बने। इसी उद्देश्य से अलताफ़ ने पाकिस्तान पहुंचकर आईएसआई के निर्देशन मे हिजबुल मुजाहिदीन के मुजफ्फराबाद कैम्प में जेहादी प्राशिक्षण लिया। वह पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी आईएसआई, कश्मीर स्थित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के साथ मिलकर भारत में आतंक फैलाने के उद्देश्य से भारतीय लोगों को अपनी तंजीम में जोड़ने की कोशिश कर रहा था।
नासिर ने दिए थे फेक आधार कार्ड
अल्ताफ को मुजाहिदों से हिदायत मिली थी कि वह खुफिया तौर से नेपाल के रास्ते जम्मू-कश्मीर, भारत में पहुंचें, जहां पर उसे आगे के प्लान के बारे में बताया जाएगा। नेपाल के काठमाण्डू में अलताफ़ की मुलाकात नासिर से हुई, जिसने अलताफ़ और गजनफर को फेक भारतीय आधार कार्ड उपलब्ध करवाए और नासिर ने ही इन दोनों को शेख फरेन्दा गाँव के रास्ते भारत आने के लिए बताया था।
नासिर अली कश्मीर का रहने वाला है और व्हॉट्सअप के जरिए इसका सम्पर्क पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी आईएसआई के सलीम नाम के व्यक्ति से हुआ था। सलीम ने नासिर को बताया कि तुम्हारे मामू गजनफर के साथ एक और व्यक्ति को पाकिस्तान से भेज रहा है, जो काठमाण्डु, नेपाल में मिलेंगे जिनहे लेकर उसे जम्मू-कश्मीर, भारत जाना है।