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UP Politics: ब्राह्मण राजनीति में BJP की एंट्री, 5 सितंबर से प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी, 'पंडितों' को किया जाएगा सम्मानित

UP Politics : उत्तर प्रदेश की सियासत में ब्राह्मणों की पूछ एक बार फिर बढ़ गई है।

Rahul Singh Rajpoot
Report Rahul Singh RajpootPublished By Shraddha
Published on: 2 Sep 2021 6:34 AM GMT
ब्राह्मण राजनीति में BJP की एंट्री
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 ब्राह्मण राजनीति में BJP की एंट्री( फोटो - सोशल मीडिया)

UP Politics : उत्तर प्रदेश की सियासत में ब्राह्मणों की पूछ एक बार फिर बढ़ गई है। सबसे पहले इस फॉर्मूले को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपनाया फिर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) भी इसी राह पर चल पड़े और अब सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी बसपा-सपा की तरह आगामी 5 सितंबर से प्रबुद्ध वर्ग संगोष्ठी की शुरुआत करने जा रही है।

यूपी चुनाव से पहले सभी बड़ी पार्टियां यूपी के 'पंडितों' को साधने की कोशिशें शुरू कर दी है। बीजेपी की तरफ से इसकी शुरुआत प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल करेंगे। ब्राम्हणों को साधने के लिए कई नेताओं की भी ड्यूटी लगाई गई है, जो प्रबुद्ध लोगों से संवाद कर उन्हें सम्मानित कर खुश करने की कोशिश करेंगे।

29 अगस्त को लखनऊ में हुई थी बैठक

बता दें कानपुर के शातिर अपराधी विकास दुबे और कई अन्य ब्राह्मणों की हुई हत्या के बाद योगी सरकार से ब्राह्मणों की नाराजगी जगजाहिर है, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को भी इस बात का अंदाजा लग चुका है। जिसके बाद बीते 29 अगस्त को राजधानी लखनऊ में विद्वत समिति यूपी की ओर से सहकारिता भवन में एक सम्मेलन और अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में राजस्थान के राज्यपाल और यूपी बीजेपी के प्रमुख ब्राह्मण नेता कलराज मिश्र, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय और अजय मिश्रा टेनी समेत कई अन्य नेता शामिल हुए थे। जिसमें आगे की रणनीति तैयार की गई थी।


भारतीय जनता पार्टी कार्यालय ( फोटो - सोशल मीडिया)


ब्राह्मणों को किया जाएगा सम्मानित

सूत्रों के मुताबिक इस विद्वत समाज सम्मेलन में तय हुआ था कि भारतीय संस्कृति एवं समाज के उत्थान के लिए कार्य करने वाले विद्वतजनों की भूमिका अहम है। जिसके तहत ब्राह्मण समाज के लोगों का सम्मान किया जाएगा। भाजपा इस समारोह के जरिए ब्राह्मण समाज को संदेश देने की कोशिश करेगी कि वह उनका पूरा सम्मान करती है।

सपा-बसपा भी ब्राह्मणों को साधने में जुटीं


बता दें यूपी में सबसे पहले ब्राह्मणों को साधने की कोशिश मायावती ने शुरू की थी। उसके बाद अखिलेश यादव ने भी अपनी पार्टी के ब्राह्मण नेताओं को इस मुहिम में लगा दिया। भगवान परशुराम की जयकार के साथ सपा के ब्राह्मण नेता प्रबुद्ध सम्मेलन कर रहे हैं। बसपा की ओर से जहां सतीश चंद्र मिश्रा इस जिम्मेदारी को संभाल रहे है तो वहीं सपा की ओर से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय, पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा, पवन पांडेय, संतोष पांडेय समेत तमाम नेता राज्य के अलग-अलग जिलों में प्रबुद्ध सम्मेलन करते दिखाई दे रहे हैं।

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