TRENDING TAGS :
UP Politics: मिशन 2022 की तैयारी में जुटी सपा, बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई करेंगे साइकिल की सवारी
UP Politics: उत्तर प्रदेश में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं।
UP Politics: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कुछ ही महीनों बाद विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने हैं। जिसको लेकर पूर्वांचल की राजनीति में अभी सरगर्मीयां शुरू हो गई हैं। पूर्वांचल की सियासत के में अच्छा खासी पकड़ रखने वाले बसपा से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिब्कातुल्लाह अंसारी आज शनिवार को अपने समर्थकों से साथ सपा में शामिल होंगे।
मिली जानकारी के मुताबित सिब्कातुल्लाब अंसारी सुबह 10 बजे समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि सिब्कातुल्लाह अंसारी के माध्यम से अंसारी परिवार समाजवादी पार्टी में अपना राजनैतिक सफर शुरू करेगा।
सिब्कातुल्लाह अंसारी गाजीपुर मोहम्मदाबाद से विधायक रहे हैं
सिब्कातुल्लाह अंसारी गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र से साल 2007 में सपा और 2012 में कौमी एकता दल से विधायक रहे थे। जिसके बाद विधानसभा चुनाव 2017 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े। लेकिन उन्हें बसपा के टिकट पर हार का सामना कर पड़ा। जिसके बाद अब अंसारी परिवार ने पंचायत चुनाव के बाद बसपा से उतर कर साइकिल पर सवार होने की रणनीति तैयार की है। मिली जानकारी के मुताबित कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है।
मिशन 2022 की दृष्टि से समाजवादी पार्टी सतर्कता के साथ बढ़ रही आगे
मिशन 2022 के लिए सतर्कता से तैयारी कर रही समाजवादी पार्टी बसपा के बाबुबली विधायक मुख्यार अंसारी और सांसद अफजाल अंसारी को पार्टी की सदस्यता दिलाने के लिए अभी संयम बरत रही है। जिसके बाद सपा के प्रदेश नेतृत्व ने बीच का रास्ता निकाला और उनके बड़े भाई सिब्कातुल्लाह अंसारी को सदस्यता दिलाई जा रही है।
वहीं सिब्कतुल्लाह ने भी स्वीकार कर माना लिया है कि वह समर्थकों के साथ शनिवार को सपा की सदस्यत ग्रहण करेंगे। उनके साथ बसपा सहित विभिन्न दलों के करीब दो दर्जन वरिष्ठ नेता भी समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे। पूर्वांचल के करीब 10 सीटों पर अंसारी परिवार के लोगों का प्रभाव बताया जा रहा है।
अंबिका चौधरी भी ले सकते हैं सपा की सदस्यता
मिली जानकारी के मुताबित शनिवार को मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे अंबिका चौधरी भी विधिवत सपा की सदस्यता ले सकते हैं। अंबिका चौधरी 1993 से लगातार कोपाचीट से अब तक फेफना सीट विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। साल 2012 में अंबिका चौधरी उपेंद्र तिवारी से चुनाव हार गए थे।
जिसके बाद विधासभा चुनाव 2017 में बसपा से चुनाव लड़े लेकिन वहां भी उनको हार की ही सामना करन पड़ा। इसके बाद उन्होंने बसपा से इस्तीफा दे दिया। और पंचायत चुनाव के बाद अपने बेटे आनंद चौधरी को सपा की सदस्यता दिलाई और जिला अध्यक्ष बनवाया। जिसके बाद से उनके सपा में दुबारा वापस लौटने की चर्चाएं तेज हो गई थी।