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UP News: यूपी के प्राइमरी स्कूल अब होंगे आधुनिक, 65 हजार विद्यालयों का हुआ चयन

UP News: यूपी के प्राइमरी स्कूल को आधुनिक बनाने के लिए हजारों विद्यालयों का हुआ चयन।

Abhinendra Srivastava
Published on: 22 Nov 2024 9:19 AM IST (Updated on: 22 Nov 2024 9:58 AM IST)
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UP News: प्राइवेट स्कूल और उसमें मिलने वाली सुविधाएं हमेशा से ही छात्रों और अभिभावकों को आकर्षित करती रहती हैं लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को सरकारी प्राइमरी स्कूल का ही सहारा लेना पड़ता है। उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राइमरी स्कूलों को लेकर कई बड़ी खबरें पहले भी आ चुकी हैं उन खबरों में प्राइमरी स्कूलों की स्थिति को लेकर कई सवाल खड़े किए गए हैं। लेकिन अब दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के प्राइमरी विद्यालय भी प्राइवेट विद्यालय से बेहतर होंगे और वहां पर भी सारी सुविधाएं मिलेंगी। बताया जा रहा है कि यूपी के प्राइमरी विद्यालय अब आधुनिक बनाए जाएंगे। इसके लिए प्रदेश के 65 हजार विद्यालयों का चयन किया गया है। जिन्हें आदर्श विद्यालय के रूप में किया विकसित जाएगा। प्रदेश की स्कूली शिक्षा में चल रही कायाकल्प की कवायद के तहत अगले पांच साल में 65 हजार से अधिक परिषदीय विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में तैयार किया जाएगा। इसके तहत विद्यालयों में सभी आवश्यक मूलभूत, आधुनिक सुविधाओं के साथ बच्चों को बेहतर शैक्षिक वातावरण भी देने का प्रयास होगा। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत किया जायेगा।

इन कमियों को किया जायेगा पूरा

प्रदेश में कुल 1.32 लाख परिषदीय विद्यालय हैं। इसमें से बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से आधे विद्यालयों को सभी आवश्यक संसाधनों से युक्त करने का प्रयास किया जाएगा। इसके तहत इन विद्यालयों में पठन-पाठन के लिए आवश्यक कमरे, स्मार्ट क्लास, अलमारी, आधुनिक लाइब्रेरी, किचेन-कैंटीन के साथ ही साफ शौचालय व पेयजल आदि की सुविधाएं भी दी जाएंगी। इन स्कूलों में खेल के मैदान बेहतर किए जाएंगे और इन्हें पर्यावरण की दृष्टि से भी हरा-भरा बनाया जाएगा।

इतना नहीं इन स्कूलों में अगर शिक्षकों की कमी है तो उसको भी पूरा किया जाएगा। सुरक्षा मानकों को भी पूरा कराया जाएगा। विभाग की ओर से ऐसे स्कूलों को चिह्नित करने और उनकी आवश्यकताओं के अनुसार आंगणन तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इन विद्यालयों को आदर्श बनाने का उद्देश्य यह है कि बच्चों को स्कूलों में सुरक्षित, तनावमुक्त और खुशहाल माहौल दिया जाए। ताकि वह स्कूल आने में हिचके नहीं और स्कूलों में आने पर उन्हें सीखने के बेहतर अवसर मिले।

यूपी के प्राइमरी स्कूल पर उठे कई गंभीर सवाल

वैसे उत्तर प्रदेश के प्राइमरी विद्यालयों पर हमेशा से ही गंभीर सवाल खड़े होते रहे हैं। खबरें आती रहती है कि दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों की स्थिति काफी दयनीय है। कई विद्यालय तो ऐसे क्षेत्र में स्थित है की बारिश के मौसम में वहां पहुंचना असंभव सा हो जाता है। उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प एक बड़ी चुनौती होगी। सवाल केवल विद्यालय के सुंदरीकरण और वहां की व्यवस्था की नहीं है सवाल तो यह भी है कि विद्यालय तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग भी सही होना चाहिए। दावा किया जा रहा है कि अब प्राइमरी विद्यालयों के रंग रूप बदल जाएंगे वहां पर आधुनिक सुविधाएं होंगी बच्चों को आधुनिक शिक्षा मिलेगी ऐसा माहौल होगा कि बच्चे स्कूल आना चाहेंगे लेकिन इन सभी चीजों के साथ विद्यालय किस क्षेत्र में स्थित है इस पर भी विचार करना जरूरी है और उस क्षेत्र का कायाकल्प करना भी जरूरी है ताकि कोई भी छात्र या अध्यापक विद्यालय में अपने आप को सुरक्षित महसूस करें विद्यालय जाते समय भी अपने आप को सुरक्षित महसूस करें।



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Sonali kesarwani

Sonali kesarwani

Content Writer

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