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UP Road Accident : यूपी में अब तक के भीषण सड़क हादसे, जानें हर घंटे में होती हैं कितनी मौतें

UP Road Accident : रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में हर एक घंटे में सड़क हादसों की वजह से 3 लोगों की मौत होती है। प्रदेश सरकार की माने तो बेहतर रोड इंजीनियरिंग के माध्यम से सड़क हादसे कम किए जा रहे हैं।

AKshita Pidiha
Written By AKshita PidihaPublished By Pallavi Srivastava
Published on: 28 July 2021 1:48 PM IST (Updated on: 28 July 2021 1:52 PM IST)
UP News
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सड़क दुर्घटना कांसेप्ट इमेज- सोशल मीडिया 

UP Road Accident : उत्तर प्रदेश में आए दिन हो रहे सड़क हादसों में निर्दोष लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। कभी तेज रफ़्तार वाहन की टक्कर से जान जाती है तो कभी खराब सड़कों में वाहन पलटने से। आखिर ये सिलसिला कब तक चलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में हर एक घंटे में सड़क हादसों की वजह से 3 लोगों की मौत होती है। प्रदेश सरकार की माने तो बेहतर रोड इंजीनियरिंग के माध्यम से सड़क हादसे कम किए जा रहे हैं।

एक सर्वे के मुताबिक रोड एक्सिटेंट की वजह एक्सपायर वाहन भी बताए गये हैं। सर्वे के मुताबिक 15 साल या इससे अधिक पुराने वाहनों से सबसे ज्यादा हादसे हुए हैं। इसलिए हादसों पर लगाम लगाने के लिए वाहनों का फिटनेस फैक्टर सबसे अहम है। सर्वाधिक दुर्घटनाएं और मौत इन्हीं पुराने वाहनों के हिस्से में आई हैं। आइये आपको बताते हैं कुछ बड़े सड़क हादसे-

भीषण सड़क हादसा (File Photo)pic(social media)

2013 सड़क हदसा

यूपी के बस्ती जिले के हरैया इलाके में सड़क दुर्घटना हुई जिसमें 13 लोग मारे गए। यह दुर्घटना एक यात्री बस और ट्रक की टक्कर से हुई। जिसमें बस ढाबे के पास खड़े ट्रक से टकरा गई। इस बस के यात्री संत कबीर नगर से मुंबई की ओर जा रहे थे


मई 2018 सड़क दुर्घटना

वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर ब्रिज के ढहने से 18 लोगो की दबकर दर्दनाक मौत हो गयी। एक यात्री बस इस फ्लाईओवर के पास से ही गुजर रही थी। हादसा कैण्ट रेलवे स्टेशन के पास हुआ। हादसे के वक्त एनडीआरएफ की टीम ने सहायता पहुंचायी थी। तत्कालीन गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे की जानकारी मिलते ही अधिकारियों को कार्यवाही के दिशा निर्देश दिए थे।

एक्सीडेंट में उड़े गाड़ी के परखच्चे (Accident File Photo) pic(social media)

मई 2020 सड़क हदसा

यूपी के औरैया जिले में एक ट्राला के पलट जाने से 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गयी। ये मजदूर झारखण्ड, बिहार तथा पश्चिम बंगाल से थे। यह घटना औरैया कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे पर ढाबे के पास हुई। इस घटना में 38 मजदूर गंभीर घायल हुए जो ट्राले में रखी आटे की बोरियों के ऊपर बैठे हुए थे। घायल मजदूर को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

20 नवंबर 2020 में हुई इतनी मौतें


यूपी के प्रतापगढ़ जिले के देशराज इनारा गांव के पास प्रयागराज -लखनऊ हाईवे में दुर्घटना हुई। जिसमें एक एसयूवी कार की भिड़ंत एक ट्रक से हुई जिसमें 14 लोगो की मौत हो गयी।


16 दिसम्बर 2020 में इतने लोग घायल


यूपी के संभल में कोहरे की वज़ह से बस ओर टैंकर के बीच हादसा हुआ जिसमे 09 लोगों की मौत हुई और 30 लोग घायल हुए। यह घटना आगरा-मुरादाबाद नेशनल हाईवे में धनारी के पास हुई।


08 जून 2021 भयंकर सड़क हादसा


यूपी के कानपुर में भयंकर सड़क हादसा हुआ। जिसमें डबल डेकर बस की टक्कर टेम्पो से हुई। इस हादसे में 17 की मौत और 24 अन्य घ्ाायल हुए। कानपुर के आईजी ने बताया कि यह बस लखनऊ से दिल्ली की ओर जा रही थी जिसमे स्थानीय मजडोरर सवार थे। घटना कानपुर के संचेती इलाके में हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर के माध्यम से शोक जताए हुए 50 हज़ार का मुआवजा घायलों को तथा 2 लाख मरने वालों के लिए घोषित किया। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने भी मारे गए लोगो के परिवार को 2 लाख मुआवजा देने का निर्णय किया।

बता दें कि बीति रात यूपी के बाराबांकी जिले में एक सड़क दुर्घटना हुई जिसमें 18 लोगों के मारे जाने की खबर है तथा 15 से अधिक लोग घायल बताये जा रहे हैं। यह घटना लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग के बाराबांकी जिले के राम स्नेही घाट पुलिस थाना के अंतर्गत हुई। इस घटना में डबल डेकर बस को तेज रफ्तार से आते हुए ट्रक द्वारा पीछे से टक्कर मारी गयी। इस दुर्घटना में प्रधानमंत्री मोदी ने मारे हुए लोगो के प्रति संवेदना जताते हुए प्रधानमंत्री दुर्घटना सहायता कोष से 2लाख की मदद का एलान किया जबकि घायलों को 50 हज़ार रुपए स्वीकृत किये।


यूपी सरकार के दावे

प्रदेश में तमाम प्रयासों के बाद भी सड़क हादसों में कमी नहीं आ रही। आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में हर एक घंटे में सड़क हादसों की वजह से 3 लोगों की मौत होती है। सरकार और प्रशासन का दावा है कि रोड़ इंजीनियरिंग बेहतर कर इन आंकड़ों को कम करने की कोशिश लगातार जारी है। सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए सरकार और प्रशासन द्वारा तमाम स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं।

इसको लेकर दावे भी किए जा रहे हैं कि बेहतर रोड इंजीनियरिंग के माध्यम से सड़क हादसे कम किए जा रहे हैं। इसके लिए तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। इतने प्रयासों के बाद भी उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे कम होने का नाम नहीं ले रहे। प्रति घंटे के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो तीन लोगों की मौत प्रति घंटे उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों की वजह से हो रही है।



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Pallavi Srivastava

Pallavi Srivastava

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