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Shamli: कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए मामले में कार्रवाई शुरू, डर से कई दुकानदारों ने गिराए शटर
Kuttu ka Atta: प्रशासनिक सक्रियता और जांच रिपोर्ट आने से पहले ही कार्रवाई से घबराए कई दुकानदारों ने डर से अपनी दुकानें बंद कर दी। दरअसल, नवरात्र के मौके पर लोगों ने कुट्टू के आटे को खाया था।
Kuttu ka Atta: शामली जिले में कुट्टू का आटा (Buckwheat Flour) खाने से दर्जनों लोग बीमार हो गए। जिसके बाद कईयों को सरकारी अस्पताल तो कुछ को प्राइवेट क्लिनिक में भर्ती कराया गया।अब इस मामले में संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी (DM) ने एसडीएम (SDM) को कार्रवाई के आदेश दिए। हरकत में आई खाद्य खाद विभाग की टीम बीमार लोगों के घर पहुंची। साथ ही, टीम ने दुकानदार के यहां से सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भिजवाया है।
अब प्रशासनिक सक्रियता और जांच रिपोर्ट आने से पहले ही कार्रवाई से घबराए कई दुकानदारों ने डर से अपनी दुकानें बंद कर दी। दरअसल, नवरात्र के मौके पर लोगों ने कुट्टू के आटे (kuttu ka atta) को खाया था।
क्या है मामला?
मामला शामली के थानाभवन का है। नवरात्रि के मौके पर रात के समय व्रत खोलने के लिए साधकों ने कुट्टू के आटा (kuttu ka atta) इस्तेमाल किया। जिसके बाद थाना भवन इलाके के मोहल्ला हाफिज दोस्त के कई लोग बीमार पड़ने लगे। उन्हीं में से स्नेहलता और उनकी बेटी मीनाक्षी, सारिका, गीता, पूजा, परवेश पुत्र पप्पू, राम लेश, बेबी पत्नी लाला को उल्टी होने और चक्कर आने की शिकायत आई। इनमें से दो महिलाओं की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं, शेष लोग अपने घर पर ही निजी डॉक्टरों की निगरानी में इलाज करा रहे हैं।
सोशल मीडिया के जरिए फैली खबर
इसकी सूचना सोशल मीडिया के जरिए शामली के जिलाधिकारी (DM) तक पहुंची। जिसके बाद उन्होंने संज्ञान लिया। डीएम ने एसडीएम शामली को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए। एसडीएम शामली बृजेश कुमार सबसे पहले कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए लोगों के घर पहुंचे। उन्होंने बीमार लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली। पूछताछ में पता चला कि उक्त लोगों ने कस्बे की सतीश कुमार, पवन कुमार की किराने की दुकान से कुट्टू का आटा मंगाया था। नवरात्र के दौरान इसी की रोटी बनाकर खाई थी। जिसके बाद रात में इनकी तबियत बिगड़ने लगी।
फूड पॉइजनिंग से हुए बीमार
इस दौरान डॉक्टर विक्रम भी मौके पर पहुंचे और लोगों का इलाज शुरू किया। हालांकि, लोगों की हालत अब स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टर का कहना है कि फूड पॉइजनिंग के कारण तबीयत खराब हुई है। इलाज चल रहा है। सभी जल्दी ठीक हो जाएंगे।
खाद्य विभाग की टीम ने लिए सैंपल
इसके बाद, एसडीएम बृजेश कुमार खाद्य विभाग की टीम के साथ थानाभवन आजाद मार्ग स्थित सतीश कुमार पवन कुमार किराना दुकान पहुंचे। यहां से उन्होंने कुट्टू का आटा, सरसों का तेल सहित कई अन्य सामग्री का सैंपल लेकर सील बंद कर जांच के लिए भिजवाए। खाद्य विभाग की टीम ने इलाके के थानाभवन-दिल्ली सहारनपुर हाईवे मार्ग पर स्थित मनीराम की दुकान से भी चावल का सैंपल लिया। कई दुकानों पर टीम ने सैंपल लेकर कार्रवाई शुरू की। कार्रवाई के डर से व्यापारियों ने अपनी दुकान बंद कर दी और हंगामा करना शुरू कर दिया। विरोध के कारण टीम को वापस लौटना पड़ा।
वहीं, ताजा जानकारी के अनुसार, कस्बे में कई जगह लोग कुट्टू का आटा खाने से बीमार हुए हैं। अधिकतर लोगों का इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा है। इन्हीं में से एक हैं सोनिया त्यागी। वो सरकारी अध्यापक हैं। उन्होंने भी सतीश कुमार पवन कुमार की दुकान से कुट्टू का आटा मंगाकर रोटी बनाई थी। सोनिया त्यागी और उनके बेटे उदित की भी हालत खराब हो गई। उनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है।