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यूपी दारोगा भर्ती 2017: ऑनलाइन पेपर लीक करने वाले गैंग का खुलासा

दारोगा भर्ती 2017 की ऑनलाइन परीक्षा में बुधवार (23 अगस्त) को पेपर लीक कांड का खुलासा हुआ है। जिसमें ऑनलाइन पेपर लीक करने वाला गैंग दबोचा गया और सात लोग गिरफ्तार हुए।

priyankajoshi
Published on: 23 Aug 2017 9:15 AM GMT
यूपी दारोगा भर्ती 2017: ऑनलाइन पेपर लीक करने वाले गैंग का खुलासा
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लखनऊ : यूपी दारोगा भर्ती 2017 की ऑनलाइन परीक्षा में पेपर लीक कांड का खुलासा बुधवार (23 अगस्त) को हुआ। जिसमें ऑनलाइन पेपर लीक करने वाला गैंग दबोचा गया और सात लोग गिरफ्तार हुए।

इस कांड का खुलासा यूपी एसटीएफ ने किया है। फिलहाल, मास्टर माइंड की शिनाख्त हुई है, गिरफ्तारी अभी भी बाकी है। यह गैंग सर्वर हैक कर पेपर लीक कराने का एक्सपर्ट है।

क्या कहा आईजी एसटीएफ ने?

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि एसआई भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्रों को हैक कर लिया गया था। इस मामले में साइबर सेल में मुकदमा दर्ज हुआ था। गौरव आनंद, पुष्पेंद्र समेत 7 लोग गिरफ्तार हुए। परीक्षा केंद्र में जिस टर्मिनल पे एग्जाम होना था, वहां रिमोट एक्सेस टूल डाल दिए गए और पैसा लेकर अभ्यर्थियों को पासवर्ड बताया गया। परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र को हल किया गया। इसके अलावा परीक्षा कराने वाली कंपनी ने सुरक्षा मानकों का पूरा पालन नहीं किया। पूरी कंपनी का सिक्योरिटी ऑडिट भी किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हमने सिर्फ एक पार्ट का खुलासा किया है। हमें ये भी पता चला है कि फिजिकली भी प्रश्न पत्रों को लीक कराया गया। इस पर एसटीएफ जांच कर रही है। ऑनलाइन परीक्षा में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का सुरक्षा ऑडिट होना अनिवार्य होता है। जिन केंद्रों पर पेपर लीक की घटना हुई वहां पर भी सुरक्षा मानको का पालन नहीं किया गया। रिमोट एक्सेस टूल के जरिए परीक्षा को हैक किया गया है। अभी कंपनी पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। अभी जांच चल रही हैं।

आगे की स्लाइड्स में जानें कैसे हुआ खुलासा...

ऐसे हुआ खुलासा

आईजी एसटीएफ ने कहा कि इस घटना का खुलासा परीक्षा दे रहे अभ्यर्थी को पकड़कर हुआ। वहां का आईटी हेड और अन्य माध्यम बने लोगों को दबोचा गया है। ॐ ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के कक्ष निरीक्षक और आईटी हेड की भूमिका सामने आई है। गौरव आनंद पुत्र शिवचरण ये ॐ ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन आगरा का प्रवक्ता है। इसके अलावा बलराम पुत्र आशाराम आईटी हेड और पुष्पेंद्र सिंह कलश निरीक्षक है। उन्होंने कहा अभी कार्यवाही कर रहे हैं और जांच जारी है।

5 मोबाइल फोन और 9 सिम कार्ड बरामद

हर कैंडिडेट्स से 3 लाख में डील हुई थी। इनके पास से 5 मोबाइल फोन और 9 सिम कार्ड बरामद हुए हैं। अभी हम देख रहे की किस सर्वर से पेपर हैक हुआ है। ये हम डाटा एनालिसिस के बाद ही बता पाएंगे। ये परीक्षा 7 जुलाई से 31 जुलाई 2017 तक यूपी के 97 केंद्रों पर कराई गई थी। इस परीक्षा का कांट्रेक्ट पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा मुंबई की कंपनी एनएसईआईटी को दिया गया था।।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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