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यूपी: पुरानी पेंशन बहाली की मांग की लेकर राज्य कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
बुधवार को पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर बहराइच और मऊ में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी कार्यालयों में ताला लगाकर सड़क पर उतर आए। शहर से लेकर गांव तक हक के लिए कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। शहर में सड़कों पर कर्मचारियों के उतरने से कई जगह जाम की स्थिति बनी रही।
बहराइच: बुधवार को पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर बहराइच और मऊ में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी कार्यालयों में ताला लगाकर सड़क पर उतर आए। शहर से लेकर गांव तक हक के लिए कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। शहर में सड़कों पर कर्मचारियों के उतरने से कई जगह जाम की स्थिति बनी रही।
कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से कार्यालयों में ताले लटकते रहे। कामकाज ठप कर कर्मचारी कलेक्ट्रेट धरना स्थल पर धरने पर बैठ गए। कार्यालयों में कामकाज न होने से दूर-दराज से आए लोग निराश होकर लौट गए। इस दौरान बाइक रैली भी निकाली गई। हड़ताल के चलते कार्यालयों में पसरा रहा सन्नाटा।
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पुरानी पेंशन बहाली मंच के बैनर तले राज्य कर्मचारी संघ, संयुक्त कर्मचारी परिषद, पंचायती राज, बाल विकास, कृषि, शिक्षा, ग्रामीण अभियंत्रण, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग, श्रम विभाग, कलेक्ट्रेट, विकास विभाग समेत अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने पूर्व प्रस्तावित हड़ताल में भागीदारी की। शहर में कलेक्ट्रेट धरना स्थल पर सभी अधिकारी व कर्मचारी सुबह एकत्र हुए। रिमझिम फुहारों के बीच धरना स्थल कर्मचारियों के आवाज से गूंजता रहा। कुछ कर्मचारी शहर के सड़कों पर बाइक रैली निकालकर विरोध जताते दिखे।
इस दौरान कर्मचारियों ने कार्यालयों का दौराकर कामकाज को ठप कराया। रैली के चलते डिगिहा, अस्पताल चौराहा व डीएम चौराहे के पास जाम की स्थिति बनी रही। पेंशन बहाली को लेकर शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से परिषदीय विद्यालयों में तालाबंदी रही। सुबह समय से बच्चे स्कूल पहुंचे। शिक्षकों का इंतजार करने के बाद वे लौट गए। बलहा, महसी, विशेश्वरगंज, पयागपुर, नानपारा, जरवल, कैसरगंज के बीआरसी भवनों पर शिक्षकों ने धरना देकर पुरानी पेंशन की मांग की।
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वहीं मऊ जनपद में जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में आज शिक्षकों ने पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर महाहड़ताल किया। सरकार के चेतावनी के बाद भी शिक्षक पुरानी पेंशन को लेकर धरना प्रदर्शन और हडताल में जुटे हुए है। शिक्षको ने चेतावनी भी दिया है कि यदि सरकार ने उनकी माँगो को पुरा करने काम नहीं किया तो उनका आन्दोलन चलता रहेगा। और इसका असर आगामी लोकसभा चुनाव पर पडेगा । जिसका नुकसान सरकार को उठाना पड़ सकता है।
शिक्षक मचं के जिलाध्यक्ष कृष्णान्नद राय ने बताया कि 1 अप्रैल 2005 के अन्तर्गत सुनिश्चित पेंशन योजना को लागू किया जाए। जिसमें 1 अप्रैल 2005 के बाद नियूक्ति शिक्षकों को भी देने का काम किया जाए। जिसको लेकर हमारा यह आन्दोलन चल रहा है। सरकार को कई बार आन्दोलन कर चुके है। हमारा कोई शौक नही है हम लोग हडताल पर जाए। लेकिन जब सरकार हम लोग की बातो को नही मानने के लिए तैय्यार है तो क्या करे। हालाकि आगमी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार के सवाल पर कहा कि हमारा संगठन जो तय करेगा हम लोग वही काम करने का काम करेंगे।
उधर जौनपुर में आयोजित विरोध सभा में कोषागार, राजस्व संग्रह, लेखपाल संघ, वाणिज्य कर ,परिवहन , खाद्य रसद, सप्लाई, निर्वाचन, विकास भवन, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, चकबंदी, डिप्लोमा इंजीनियर, वाहन चालक, नगर पालिका, सूचना, प्राथमिक शिक्षक, खंड शिक्षा अधिकारी, ग्रामीण सफाई कर्मचारी सहित सैकड़ों संगठनों के कर्मचारी आंदोलन में सम्मिलित होकर महा हड़ताल में पुरानी पेंशन बहाली की मांग सरकार से किए। हड़ताल के जन जागरण के लिए गठित टीम पूर्वाहन कार्यालय में जाकर हड़ताल को सफल बनाने की रणनीति तय किया।
सभा को संबोधित करते हुए मंच के संयोजक राकेश कुमार श्रीवास्तव ने सरकार को सचेत करते हुए तत्काल मांग को मानकर पुरानी पेंशन बहाल करने का शासनादेश जारी करने को कहा, अन्यथा इसका अंजाम भुगतने को सरकार तैयार रहे। सभा को प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री रवि चंद्र यादव एवं राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला मंत्री चंद्र शेखर सिंह संरक्षक सीबी सिंह, राम पूजन यादव, शरद पटेल, ओम प्रकाश सिंह, जेडी सिंह, दयाराम गुप्ता, शिवेंद्र सिंह रानू, दारा सिंह, देशबंधु यादव, वीरेंद्र सिंह, उर्मिला देवी, श्रीमती सरिता सिंह, सुनीता सिंह, डॉ अतुल प्रकाश यादव, संदीप श्रीवास्तव, राममिलन, डॉ प्रदीप सिंह, लक्ष्मीकांत सिंह, ऊषा मौर्य, डॉ जे पी सिंह, पद्माकर राय, कंचन सिंह, विजय प्रताप सिंह, संजय पाठक, हेमंत पटेल, अमर बहादुर यादव, संजय चौधरी, डॉक्टर अरुण सिंह, सुनील यादव, कुसुम सिंह, सुनीता यादव, प्रदीप सिंह बब्बू, राकेश पाठक, राजेश सिंह, लाल साहब यादव आदि ने संबोधित किया।
सभा को संबोधित करते हुए अध्यक्ष अरविंद शुक्ला ने कोषागार, परिवहन, व्यापार कर आदि विभागों के बंद होने से लाखों के राजस्व हानि के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया साथ ही शिक्षा प्रभावित होने के साथ हड़ताल के कारण जनता को होने वाली कठिनाई के लिए सरकार की दूरदर्शी नीति की भर्त्सना किए साथ ही कल भारी संख्या में कर्मचारी शिक्षक को ब्लॉक मुख्यालय के साथ जनपद मुख्यालय पर समय से पहुंचने की अपील किया। सभा का संचालन डॉ रमेश यादव प्रांतीय संयुक्त मंत्री अधीनस्थ कृषि सेवा संघ उत्तर प्रदेश ने किया।
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