×

UP News: यूपी STF ने यूपी-राजस्थान समेत कई राज्यों के टोल प्लाजा पर सॉफ्टवेयर में जरिए 'करोड़ों का घोटाला' करने वाले 3 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

UP News Today: यूपी STF की टीम द्वारा हुई पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उसके गैंग के लोग अब तक देश के लगभग 12 राज्यों के 42 टोल प्लाजा में NHAI के कंप्यूटर्स में अपना बनाया हुआ सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर चुके हैं।

Hemendra Tripathi
Published on: 24 Jan 2025 2:37 PM IST
UP STF Arrested 3 Accused Who Committed Scam Worth Crores on Toll Plazas of Many States
X

UP STF Arrested 3 Accused Who Committed Scam Worth Crores on Toll Plazas of Many States

UP News Today: यूपी STF की टीम ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के यूपी राजस्थान समेत कई राज्यों विभिन्न टोल प्लाजा पर फास्टैग रहित वाहनों से दूसरे सॉफ्टवेयर के माध्यम से धोखाधड़ी करके करोड़ों रुपए का टोल टैक्स गबन कर राष्ट्रीय राजस्व क्षति पहुंचाने वाले गैंग के आलोक कुमार, मनीष मिश्रा और राजीव कुमार नाम के 3 अभियुक्तों को मिर्जापुर के शिवगुलाम टोल प्लाजा अतरौली थाना क्षेत्र लालगंज से गिरफ्तार किया।

NHAI के कंप्यूटर में खुद का बनाया सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके होता था धोखाधड़ी का खेल

STF की टीम ने खुलासा करते हुए बताया कि यह घोटाला यूपी-राजस्थान समेत 12 राज्यों के करीब 200 टोल प्लाजा पर चल रहा था। यूपी STF की टीम की ओर से हुई पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने अलग अलग टोल प्लाजा पर लगे NHAI के कंप्यूटर में अपना खुद का बनाया हुआ सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर रखा था और इसी सॉफ्टवेयर के जरिए टोल प्लाजा से बिना फास्टैग (Fastag) के गुजरने वाले वाहनों को फ्री का दिखाकर उनसे वसूला गया पैसा पर्सनल अकाउंट में ट्रांसफर करा लेते थे।

12 राज्यों के 42 टोल प्लाजा के कंप्यूटर्स में सॉफ्टवेयर को इंस्टाल कर चुका है गैंग

यूपी STF की टीम द्वारा हुई पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उसके गैंग के लोग अब तक देश के लगभग 12 राज्यों के 42 टोल प्लाजा में NHAI के कंप्यूटर्स में अपना बनाया हुआ सॉफ्टवेयर इंस्टॉल कर चुके हैं। इन राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इसके साथ ही STF की पूछताछ में आलोक ने खुलासा करते हुए बताया कि वह MCA पास है और पहले टोल प्लाजा पर काम करता था। वहीं से टोल प्लाजा का ठेका लेने वाली कंपनियों के संपर्क में आया। वहीं, से इसने ठगी का खेक शुरू किया। सबसे पहले उसने टोल प्लाजा मालिकों की मिलीभगत से एक सॉफ्टवेयर बनाया, जिसे टोल प्लाजा पर लगे NHAI कंप्यूटर में इंस्टॉल कर दिया, जिसका एक्सेस अपने लैपटॉप से कर लिया। इसमें टोल प्लाजा के आईटी कर्मियों ने भी साथ दिया।

देश के लगभग सभी टोल प्लाजा पर फैला इस गैंग का नेक्सस

अभियुक्तों से हुई पूछताछ के बाद STF के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इस गैंग का नेक्सस पूरे देश के लगभग सभी टोल प्लाजा तक फैला हुआ है। शुरुआती जांच के साथ ही यूपी STF टीम की ओर से एक डिटेल रिपोर्ट तैयार की जा रही है, जिसे पूरी होने के बाद NHAI के अधिकारियों से साझा किया जाएगा। इसके साथ ही जांच के दायरे में आने वाले बाकी टोल प्लाजा की जांच के लिए यूपी STF की एक विशेष बनाई जा रही है।



Admin 2

Admin 2

Next Story