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UP Terrible Disaster: उत्तर प्रदेश में भीषण आपदा, हर तरफ सूखा और दिखेंगी आग की लपटें

Uttar Pradesh Terrible Disaster: आने वाले 28 सालों में यानी सन् 2050 तक उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और गुजरात के हाल गर्मी से विकराल होने वाले हैं। पानी पीने के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

Vidushi Mishra
Published on: 6 Sept 2022 4:05 PM IST
Hot summer
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भीषण गर्मी (फोटो- सोशल मीडिया)

Uttar Pradesh Terrible Disaster: इस साल 2022 में बीते महीनों मई, जून और जुलाई के महीने में पड़ने वाली भयंकर गर्मी ने लोगों को आगे आने वाले सालों के लिए डरा दिया। भयानक गर्मी को देखते हुए सामने आई रिपोर्ट्स में आने वाले कुछ सालों में उत्तर प्रदेश में भीषण आपदा आने की आशंका है। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट्स के अनुसार, आसमान से इस कदर शोले बरसेंगे, जिससे उत्तर प्रदेश के लोगों का गर्मी का सामना करना एक बड़ा टास्क बन जाएगा। गर्मी इतना ज्यादा बढ़ जाएगी, कि उत्तर प्रदेश में सूर्य के प्रकोप से कोई बचा नहीं पाएगा। एक अध्ययन में इस बारे में खुलासा हुआ है।

वैज्ञानिकों की सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले 28 सालों में यानी सन् 2050 तक उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और गुजरात के हाल गर्मी से विकराल होने वाले हैं। पानी पीने के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। एक तरफ पसीना बहता रहेगा, तो दूसरी तरफ पीने का पानी, ताल-तलैया सूखते जाएंगें।

गर्मी से उत्तर प्रदेश में आएगी भीषण आपदा

लगातार ग्लोबल वार्मिंग के घातक होने के बाद भी लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। हर रोज हजारों की तादात में पेड़-पौधें काटे जा रहे हैं। खनन का कार्य दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है। पहाड़ों का काट-काट कर नई-नई बस्तियां बसाई जा रही है। जब हर तरफ से हरियाली के सारे स्त्रोत ही खत्म कर दिए जाएँगें, तो कहां से पर्यावरण हमारे लिए बचेगा। हर सेंकेड गाड़ियों से इस कदर प्रदूषण बढ़ गया है जिसका पटरी पर आना बहुत मुश्किल है।

आने वाले 28 सालों में जब धीरे-धीरे गर्मी बढ़ेगी, प्रदूषण बढ़ेगा, तो लोगों को धीरे-धीरे उन्ही हालातों में रहने की आदत हो जाएगी। जहां आज 45 डिग्री तापमान पर गर्मी काटने को दौड़ती है तो वहीं आने वाले सालों में 51 डिग्री भी नॉर्मल जैसा लगने लगेगा।

इस तरह से भयानक हालात तब तक बने रहेंगे जब तक पूरी दुनिया एक साथ मिलकर साल 2100 तक ग्लोबल वॉर्मिंग मतलब की तापमान वृद्धि को दो डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं होने दें। नहीं तो आने वाले साल बहुत ही भयावह साबित हो सकते हैं।

फोटो- सोशल मीडिया

ऐसे में इस बीच सबसे ज्यादा डराने वाली बात ये है कि बीते साल कैलिफोर्निया में पारा 54 डिग्री सेल्सियस पहुंचा, तो वहां की लोगों का जीना मुश्किल हो गया था। जंगलों में महीनों तक आग लगी रही थी। कनाडा का इसी गर्मी एक कस्बा पूरा का पूरा दफन हो गया था।

वहीं अब अगर ऐसी ही पड़ रही गर्मी जैसे हालात भारत के उत्तर प्रदेश, राजस्थान और गुजरात में रहे और यहां का तापमान 50 डिग्री के ऊपर चल गया तो यहां के कैसे हालात हो जाएंगे, ये सोचकर ही भयावह मंजर सामने दिखाई देता है।

50 से ऊपर तापमान जाने पर सालों पहले चीन में सड़कें और छतें पिघल गई थीं। जबकि ब्रिटेन ने महीनों तक सूखा पड़ा हुआ है।

इस बारे में डाउन टू अर्थ ने एक जर्नल में छपी रिपोर्ट के आधार पर बताया कि अगर बहुत बुरी स्थिति हुई, और भारत में तापमान वृद्धि को रोका नहीं जा सका तो देश के तीन राज्य यूपी, राजस्थान और गुजरात को हफ्तों या फिर महीनों तक भयानक गर्मी के दिनों का सामना करना पड़ सकता है। दिन प्रति दिन इन राज्यों में हवा का तापमान (Air Temperature) और आद्रता (Humidity) बढ़ेगी। जिससे लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा। वहीं इनमें तापमान 51 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर भी जा सकता है।

दूसरी रिपोर्ट के अनुसार, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्चर वरगास जेपेटेलो ने बताया कि इस तरह की अत्यधिक गर्मी वाले मौसम के लिए भारत एक हॉटस्पॉट है। इस साल मार्च-अप्रैल में पड़ी गर्मी एक्स्ट्रीम हीट के करीब पहुंच गई थी। वहीं साल 2050 और 2100 तक की भविष्यवाणी करने पर पता चला है कि साल 2050 तक उत्तर भारत और उसके पूर्वी तटीय इलाकों में 100 से 150 दिनों तक भयानक गर्मी पड़ेगी। जिससे भारत के तीन राज्यों उत्तर प्रदेश, गुजरात और राजस्थान की हालत खराब होने वाली है। इन राज्यों में 150 दिनों तक भयानक गर्मी की हालत रहेगी। जिसकी किसी ने सोचा भी नहीं होगा।



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Vidushi Mishra

Vidushi Mishra

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