×

यूपी विधानपरिषद कल तक के लिए स्थगित, सदन में दी गई 5 पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि

राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल के  विधान मण्डल सदन में संयुक्त सत्र के बाद विधान परिषद की कार्यवाही परिषद के मण्डप में शुरू हुई । जहां पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, पूर्व राज्यपाल मोतीलाल बोरा, शिक्षक नेता डा0 ओम प्रकाश शर्मा और मौजूदा सदस्य श्रीराम सिंह यादव समेत पांच पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही सदन की कार्यवाही को सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने कल पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

Monika
Published on: 18 Feb 2021 9:01 PM IST
यूपी विधानपरिषद कल तक के लिए स्थगित, सदन में दी गई 5 पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि
X
विधान परिषद में श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सदन शुक्रवार तक के लिए स्थगित

लखनऊ: राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल के विधान मण्डल सदन में संयुक्त सत्र के बाद विधान परिषद की कार्यवाही परिषद के मण्डप में शुरू हुई । जहां पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, पूर्व राज्यपाल मोतीलाल बोरा, शिक्षक नेता डा0 ओम प्रकाश शर्मा और मौजूदा सदस्य श्रीराम सिंह यादव समेत पांच पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही सदन की कार्यवाही को सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने कल पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

सदन की कार्यवाही दस मार्च तक चलेगी

इससे पहले संयुक्त अधिवेशन के बाद साढ़े बारह बजे वन्देमातरम् से विधान परिषद सदन की कार्यवाही पृथक मण्डप में कोरोना प्रोटोकाल के अनुसार शुरू हुयी। सदन में कार्यकारी सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने कार्यपरामर्शदात्री समिति की संस्तुतियों को सदन के पटल पर रखा। जिसके अनुसार सदन की कार्यवाही दस मार्च तक चलेगी। कल 19 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी। 20 व 21 फरवरी को सदन की बैठक नहीं होगी। 22 फरवरी सोमवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 के आय-व्यक का प्रस्तुतीकरण किया जायेगा। 22 और 23 को राज्यपाल के अभिभाषण चर्चा होगी तथा 24 और 25 को बजट पर सामान्य चर्चा होगी। इसके बाद सदन को बैठक एक मार्च को होगी। एक से पांच मार्च तक बजट पर सामान्य चर्चा होगी। 6 और 7 मार्च को बैठक नहीं होगी।

8,9 और 10 मार्च को बजट पर सामान्य चर्चा के बाद दस मार्च को उत्तर प्रदेश विनियोग विधेयक 2021 जैसा विधान सभा में पारित होगा उसपर विचार और उसका पारण होगा।सभापति ने सदन में राज्यपाल के अभिभाषण की पहली और अंतिम लाइन को पढ़कर सुनाया। जिसका सत्तापक्ष के सदस्यों ने मेजे थपथपाकर स्वागत किया।इसके बाद प्रमुख सचिव विधान परिषद डा राजेश सिंह ने सदन में 23 विधेयकों के अधिनियम बनने की घोषणा की।

श्रद्धांजलि अर्पित कर दो-दो मिनट का रखा मौन

इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री व नेता सदन डा0 दिनेश शर्मा ने सात अध्यादेश सदन की मेज पर रखे। जिसमें उत्तर प्रदेश चलचित्र विनियमन संशोधन अध्यादेश 2020 उत्तर प्रदेश अध्यादेश संख्या-20 सन् 2020, उत्तर प्रदेश चलचित्र विनियमन संशोधन अध्यादेश 2020 उत्तर प्रदेश विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेक अध्यादेश 2020, उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता संशोधन अध्यादेश 2020, उत्तर प्रदेश नगरीय परिसर किरायेदारी विनियमन अध्यादेश 2021, उत्तर प्रदेश पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा तथा विधिमान्यकरण अध्यादेश 2020, गन्ना पूति तथा खरीद विनियमन द्वितीय संशोधन अध्यादेश 2020 और राज्य आयुष विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश संशोधन अध्यादेश 2021 शामिल हैं।

सदन ने अपने पूर्व सदस्य योगेन्द्र पाल सिंह, मुलायम सिंह यादव, नसीब पठान, जय सिंह, अशोक दुबे समेत पूर्व राज्यपाल मोतीलाल बोरा, पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी , शिक्षक नेता एवं पूर्व सदस्य डा0ओम प्रकाश शर्मा और अपने वर्तमान सदस्य एसआरएस यादव को अलग-अलग श्रद्धांजलि अर्पित कर दो-दो मिनट का मौन रखा। डा0 ओम प्रकाश शर्मा को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने उन्हें बहुमुखी प्रतिभा का धनी बताते हुए कहा कि वे लम्बे समय तक सदन में रहे। वे अपनी बात को पूरी ईमानदारी और तर्कपूर्ण ढ़ंग से रखते थे। शिक्षकों की बातों को वे बहुत दमादारी से रखते थे।

48 वर्ष में पहला अवसर जब सदन उनके बिना चल रहा

भाजपा दल के उपनेता लक्ष्मण प्रसाद ने कहा वे हम सबके अभिभावक तुल्य थे। मूल्यों की राजनीति के पक्षधर, ज्ञान के भण्डार थे, सदन को समय-समय पर मार्गदर्शन करनेवाले शर्मा जी के निधन से मर्माहत व दुःखी हूं। बसपा दल के नेता दिनेश चन्द्रा ने उन्हें मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि सदन में उनकी आदत सी पड़ गयी थी। कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि वे शिक्षक दल के नेता नहीं बल्कि हम सबके नेता थे। उनसे बहुत कुछ सीखा है। वे राजनीति के पुरोधा थे उनकी यादे हमेशा हमारे साथ रहेंगी। शिक्षक दल के नेता सुरेश कुमार त्रिपाठी ने उन्हें संसदीय परम्पराओं का मर्मज्ञ बताते हुए कहा कि 48 वर्ष में यह पहला अवसर है जब सदन उनके बिना चल रहा है।

ये भी पढ़ें : वाराणसी: नहीं देखा होगा ऐसा मैच, बटुकों ने थामा बैट-बाल, संस्कृत में हुई कमेंट्री

सभापति ने सदन की बैठक स्थगित कर दी

नेतासदन और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने अपनी यादें साझा करते हुए कहा कि जब भी कभी कोई संकट आया या अनिर्णय की स्थिति सदन में उपस्थित हुई आदरणीय शर्मा जी हम सबका मार्ग दर्शन करने के लिए सामने आ जाते थे। पक्ष और विपक्ष के सदस्यों में उन्होंने कभी भी भेद नहीं किया। उनसे हमें प्रेरणा मिलती थी, वे बार-बार और हमेशा हमें याद आयेंगे।

इसके साथ ही अपना दल के आशीष पटेल, निर्दलीय समूह के नेता राज बहादुर सिंह चन्देल, सपा के वासुदेव यादव, लीलावती कुशवाहा आदि ने भी अपने यादें साझा की। सदस्यों ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी और पूर्व राज्यपाल मोतीलाल बोरा को भी याद किया व अपने-अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। इसके बाद सदन ने अपने मौजूदा सदस्य एसआरएस यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की व सभापति मानवेन्द्र सिंह ने सदन की बैठक को कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

श्रीधर अग्निहोत्री

ये भी पढ़ें : जौनपुर में विधिक जागरूकता कार्यक्रम, बाल अधिकार एवं यौन अपराध पर हुई चर्चा



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story