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UPPSC के पैनल से 80 विशेषज्ञ बाहर, गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने पर गिरी गाज
UPPCS की तरफ से परीक्षा प्रक्रिया में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाए जाने के मकसद से विशेषज्ञों की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई। 80 विशेषज्ञों के काम गुणवत्तापूर्ण नहीं मिले।
UPPSC News : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानी यूपीपीएससी (UPPSC) ने गुणवत्तापूर्ण कार्य (Quality Work) नहीं करने वालों पर गाज गिरायी है। UPPSC ने 80 विशेषज्ञों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। ये फैसला समीक्षा के बाद लिया गया। समीक्षा के दौरान गुणवत्तापूर्ण काम नहीं करने वाले विशेषज्ञों को चिह्नित किया गया था। बाद में उन्हें पैनल से बाहर कर दिया गया। अब, इनकी जगह नए विशेषज्ञों को पैनल में जगह दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरफ से परीक्षा प्रक्रिया (Examination Process) में गुणवत्तापूर्ण सुधार लाए जाने के मकसद से विशेषज्ञों (Experts) की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई थी। समीक्षा में 80 विशेषज्ञों के काम गुणवत्तापूर्ण नहीं मिले। आपको बता दें कि, इन विशेषज्ञों को कॉपियां जांचने, मूल्यांकन के दौरान मॉडरेशन करने, पेपर सेट करने तथा साक्षात्कार (Interview) लेने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
विशेषज्ञों की गुणवत्ता की समीक्षा जारी रहेगी
इस बारे में आयोग के परीक्षा नियंत्रक अजय कुमार तिवारी (UPPSC Controller of Examinations Ajay Kumar Tiwari) के अनुसार, चिन्हित इन 80 विशेषज्ञों को आयोग ने गोपनीय कार्य से अलग कर दिया है। विशेषज्ञों की गुणवत्ता की समीक्षा आगे भी जारी रहेगी। समीक्षा के दौरान उनकी गुणवत्ता को परखा जाएगा। अगर भविष्य में भी इसमें कोई कमी पाई जाती है, तो उन्हें आयोग के पैनल से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
एक्सपर्ट पैनल को मिलेगा विस्तार
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक की मानें तो आने वाले समय में परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में काम किए जाएंगे। आयोग के पैनल में देश भर से विशिष्ट विशेषज्ञों (specialized experts) को शामिल किया जा रहा है। विशेषज्ञों के पैनल को विस्तार देने के प्रयास हो रहे हैं।
PCS- 2021 में शामिल होंगे नए एक्सपर्ट
UPPSC एग्जामिनेशन प्रोसेस को और गुणवत्तापूर्ण बनाने के मकसद से ही इस बार पीसीएस- 2021 के इंटरव्यू (PCS- 2021 Interview) में प्रतिष्ठित विशेषज्ञों को शामिल किया गया। पीसीएस के इंटरव्यू में अभी तक पूर्व आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) अफसरों को ही शामिल किया जाता था। मगर, पीसीएस- 2021 में ब्रिगेडियर स्तर के अधिकारियों, कुलपतियों (Vice Chancellors) सहित अन्य विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया। ऐसे लोगों को जगह दी गई जो अपने-अपने क्षेत्र के धुरंधर रहे हैं।
परीक्षा प्रक्रिया पर उठते रहे थे सवाल
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षा प्रक्रिया पर अभ्यर्थियों द्वारा लगातार सवाल उठाए जा रहे थे। बीते दिनों आयोग ने जब पीसीएस-2019 (PCS-2019) और पीसीएस-2020 की संशोधित उत्तर कुंजी एक साथ जारी की, तो इनमें 38 सवालों के गलत होने की पुष्टि हुई। इतना है नहीं अन्य परीक्षाओं में भी प्रश्नों से संबंधित विवाद लगातार सामने आ रहे हैं। उम्मीदवारों की मांग है कि प्रश्न पत्र के तैयार करने, मूल्यांकन करने, मॉडरेशन तथा इंटरव्यू जैसी प्रक्रिया में शामिल विशेषज्ञों के कार्यों की समीक्षा की जाए। अगर, गलती सामने आती है तो वैसे विशेषज्ञों को आयोग के पैनल से बाहर का रास्ता दिखाया जाए।