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Lakhimpur Kheri News: प्रधानाध्यापक की रंग लाई मेहनत, सप्ताह का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बना यूपीएस हरिहरपुर
Lakhimpur Kheri News: खीरी में परिषदीय विद्यालयों को सर्वश्रेष्ठ बनाने एवं वहां पढ़ने वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अभिनव पहल "बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक" मुहिम रंग ला रही है।
Lakhimpur Kheri News: खीरी में परिषदीय विद्यालयों को सर्वश्रेष्ठ बनाने एवं वहां पढ़ने वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए डीएम महेंद्र बहादुर सिंह की अभिनव पहल "बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक" मुहिम रंग ला रही है। यहा शैक्षिक नवाचार विधाओं के माध्यम से जो परिवर्तन देखने को मिल रहा है, वह काबिले तारीफ है। शिक्षा व्यवस्था में आधारभूत सुधार के लिए उठाए गए क्रांतिकारी कदम के सार्थक परिणाम आज दिखाई दे रहे हैं।
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शैक्षिक नवाचार का पूरक बनकर आम से खास बना यूपीएस हरिहरपुर
स्कूल भवन के आकर्षण कक्ष, यूनिफार्म में पढ़ते विद्यार्थियों में शिष्टाचार, साफ सफाई के साथ विद्यालय में में पढ़ाई। ऐसी नजारा बांकेगंज ब्लाक के परिषदीय विद्यालय यूपीएस हरिहरपुर का है। प्रधानाध्यापिका सुनीता व उनकी टीम ने विद्यालय की सूरत ही बदल दी। शिक्षकों की लगन से इस विद्यालय में सुविधाएं किसी निजी विद्यालय से कम नहीं हैं। डीएम की अभिनव पहल "best school of the week" के तहत इस सप्ताह का सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनने का खिताब अपने नाम दर्ज किया।
सुनीता के नेतृत्व में नवाचार विधाओं से सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनने का तय किया सफर
इं. प्रधानाध्यापिका सुनीता वर्मा ने सन 2017 में अपने समस्त स्टाफ को एकता के सूत्र में पिरोकर शिक्षा के क्षेत्र में नित नई उपलब्धियों को प्राप्त करना शुरू किया। कार्यभार ग्रहण के वक्त विद्यालय उबड़खाबड़, सौंदर्यविहीन था। सुनीता की दृढ़ इच्छा, संकल्प ने योजनाबद्ध ढंग से विभिन्न पर्यावरणीय नवाचारों से सौंदर्यीकरण का कार्य पूरा किया। आज विद्यालय बाउंड्रीविहीन होते हुए भी हराभरा, आकर्षक एवं किचन गार्डन से युक्त है। ना चाहते हुए भी यहां आने वाले आगंतुकों को यह अपनी ओर आकर्षित कर लेता है।
सरकार से निर्धारित लगभग सभी मानकों को विद्यालय पूर्ण कर चुका है। प्रबंध समिति के सहयोग से प्रत्येक कक्ष को आकर्षक, टीएलएम, व लर्निंग कॉर्नर से युक्त बना दिया। अगर बात शिक्षा की की जाए तो यह भौतिक सुंदरता से भी अधिक प्रभावशाली है। "एक कदम गांव की ओर " नामक अभियान का शुरू किया, जिसके द्वारा प्रतिदिन अभिभावकों से संपर्क का लक्ष्य रखा। सभी शिक्षकों को निर्धारित समान अनुपात में छात्रों को आवंटित कर दिया गया। जिससे विद्यालय का साल दर साल नामांकन बढ़ा है।
विद्यालय का नामांकन एक नजर में
विद्यालय में लगभग 08 गांव के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं । सत्र 2020-21 नामांकन 289, सत्र 2021-22 नामांकन 307, सत्र 2022-23 नामांकन 307 है। शिक्षक स्वनिर्मित टीएलएम, विज्ञान प्रयोगशाला, विभाग की गणित व विज्ञान किट , सामाजिक विषय आदि का उपयोग कर पूर्ण मनोयोग से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। परिणामस्वरूप दिन प्रतिदिन विद्यालय के शैक्षिक स्तर में सुधार होता चला गया।आज विद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कर ली है।
शिक्षक पढ़ाई के ये अपनाते हैं नये-नये तरीकें....
यूपीएस हरिहरपुर में सुनीता के नेतृत्व में सभी अध्यापक नौनिहालों को पढ़ाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हुए देखे गए। विद्यालय स्टाफ ने परस्पर सहयोग से प्रयोगशाला का निर्माण किया, जिसमे बच्चों को विज्ञान विषय का व्यावहारिक ज्ञान दिया जा रहा। विद्यालय में खेल, पुस्तकालय, मीना मंच, संगीत, वादन, प्रयोगशाला आदि को बहुत अच्छे ढंग से संचालित है। नित नए नवाचारों के कारण विद्यालय को कई स्तरों से पुरस्कृत भी किया जा चुका। विद्यालय उपलब्धियों को देखते हुए हाल ही में डीएम ने पुरस्कृत किया। शैक्षिक उपलब्धियों को देख विद्यालय "मिशन पहचान" से अलंकृत किया गया।
यूपीएस की इं. प्रधानाध्यापक सुनीता बताती है कि 11 अध्यापकों वाला यह विद्यालय एक परिवार के रूप में मिल-जुल कर कार्य कर रहा। प्रत्येक कार्य मे सहयोग के लिए तत्पर पूरा स्टाफ बधाई का पात्र है। विद्यालय को आम से खास बनाने के लिए उनके स्टाफ के सहायक अध्यापक सबील अहमद, अतुल कुमार त्रिवेदी, सुरभि कनौजिया, मो.राशिद अंसारी, आशीष गुप्ता, आशुतोष विश्कर्मा, अंजली सिंह, अनुदेशक रुचि वर्मा, मधु वर्मा, शिक्षामित्र सूबेदार की बड़ी भूमिका है।