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Uttar Pradesh Flood: बांदा में उफनाई यमुना का लोगों पर कहर, तो आगरा में चंबल नदी में आई बाढ़ से आफत

Uttar Pradesh Flood: पड़ोसी राज्यों के बांधों से पानी छोड़े जाने से यूपी की तमाम नदियां उफनाकर खतरे के निशान को पार कर गईं जिससे निचले इलाकों में पानी भर रहा है

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Newstrack Network
Published on: 27 Aug 2022 5:56 AM GMT (Updated on: 27 Aug 2022 5:57 AM GMT)
Uttar Pradesh Flood
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यूपी के कई शहरों में बाढ़ का काहर जारी (फोटों सोशल मीडिया)

Uttar Pradesh Flood: पड़ोसी राज्यों के बांधों से पानी छोड़े जाने से यूपी की तमाम प्रमुख नदियां उफनाकर खतरे के निशान को पार कर गईं जिससे निचले इलाकों में पानी भर रहा है और लोगों को भागकर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ रहा है।

बांदा से अनवर रजा रानू की रिपोर्ट के मुताबिक बांदा में 110 गांव के मार्ग बहे 3 गांव खाली कराए गए। 30 से अधिक गांवों का संपर्क मुख्यालय से कटा। बाढ़ में डूबे पोल 105 मजरों की बिजली आपूर्ति ठप ग्रामीणों ने जौहरपुर सब स्टेशन पहुंच कर आक्रोश जताया की नारेबाजी बिजली न रहने से मोबाइल चार्जिंग की समस्या। चिल्ला कानपुर हाईवे पर 5 फीट पानी आवागमन बंद खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है यमुना।

पैलानी चिल्ला बेंदा जौहरपुर तिंदवारी जसपुरा क्षेत्र के भी कई गांवों में पानी भरा। किसानों की हजारों एकड़ फसल डूबी पलानी क्षेत्र में करीब 150 हेक्टेयर पर खड़ी फसल नष्ट हो गई। लगातार यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों के घरों में पानी घुस गया है। चंदवारा,नरी गाव सहित अन्य गांवों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं। ग्रामीण प्रशासन से मदद की मांग कर रहे हैं। बाढ़ की स्थिति पर प्रशासन की पैनी नजर है। प्रभावित लोगों को राशन दिया जा रहा है। अभी लगातार बढ रहा है यमुना नदी का जलस्तर। इसके और बढ़ने की संभावना है।

आगरा से राहुल सिंह की रिपोर्ट के अनुसार चंबल में राजस्थान के कोटा बैराज से छोड़े गए पानी से चंबल नदी में बाढ़ का खतरा हो गया है। चंबल का जलस्तर 137.80 मीटर पहुंचने के बाद शुक्रवार से घटना शुरू हो गया है। लेकिन फिर से पानी छोड़े जाने की आशंका से बाढ़ का खतरा बना है। चंबल नदी का जलस्तर पिनाहट घाट पर 3.80 मीटर घटकर 134 मीटर पर आ गया है। यह ग्रामीणों के लिए राहत भरी खबर है।

तटवर्ती इलाकों के गांव में अभी भी बाढ़ जैसे हालात, तटवर्ती इलाकों के गांव में चंबल छोड़ रही तबाही के निशान। भारी नुकसान की है आशंका। SDRF एवं जल पुलिस बाढ़ क्षेत्र के गांव से लोगों को निकालने का कार्य कर रही है। प्रभावित क्षेत्र की अधिकारियों के साथ भाजपा के जनप्रतिनिधि कर रहे मॉनिटरिंग, ग्रामीणों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है। बाह पिनाहट क्षेत्र से सटी चंबल नदी इस समय उफान पर है।

यूपी के हमीरपुर से रवींद्र सिंह रिंकू की रिपोर्ट के अनुसार जिले में बाढ़ से तबाही शुरू हो गई है जहाँ देखो पानी ही पानी नजर आ रहा है,दो दर्जन से ज्यादा गांव का संपर्क मार्ग टूट गया है ,तटीय इलाके में रहने वालों के घरों में पानी घुस गया है लोग घर की छतों पर सड़क पर रहने को मजबूर है साथ ही जिला प्रशासन राहत कार्य मे जुट गया है। हमीरपुर जिले में यमुना और बेतवा लगभग 4 मीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

यह आंकड़ा लगभग 40 साल का रिकार्ड टूट गया है। 1983 में बाढ़ की भयावह स्थिति देखने को मिली थी उससे ज्यादा जलस्तर पहुँच गया है शहरों के रिहायशी इलाकों में पानी घुस गया है चारो तरफ त्राहि ही त्राहि दिख रही है।प्रशासन ने 3 बड़े राहत केंद्र बनाए है जहाँ लोगो को शिफ्ट किया जा रहा है एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य मे जुटी है।लगभग 150 से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हुए है।

Prashant Dixit

Prashant Dixit

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