प्रमुख सचिव गृह की सफाई, कहा- सिर्फ 0.36 फीसदी कैदियों में HIV positive 

Rishi
Published on: 10 March 2018 1:20 PM GMT
प्रमुख सचिव गृह की सफाई, कहा- सिर्फ 0.36 फीसदी कैदियों में HIV positive 
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लखनऊ : यूपी की जेलों में बंद कैदियों की सेहत एचआईवी का दीमक तेजी से खोखला कर रहा है। इस खुलासे से शासन में हडकंप मचा हुआ है। एनएचआरसी ने भी सरकार से जवाब तलब किया है। प्रमुख सचिव गृह अरविन्द कुमार ने इस पर अब अपनी सफाई पेश की है। उनके मुताबिक जेलों में बंद कैदियों में सिर्फ 0.36 फीसदी कैदियों में एचआईवी पाजिटिव की शिकायत पाई गई है।

इस पर मच रहे शोर के बाद उन्होंने शनिवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 31 जनवरी तक 99 हजार बंदियों के परीक्षण में 356 बंदी एचआईवी पाजिटिव पाए गए हैं। इनका उपचार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा है कि चूंकि बंदी, एचआईवी के अति जोखिम समूह के तहत आते हैं। ऐसे में यहां रोगियों का प्रतिशत सामान्य आबादी में पाई जाने वाली प्रतिशत रोगग्रस्तता से अधिक होना स्वाभाविक है।

मीडिया में चल रही खबरों पर उनका कहना है कि वह खबरें तथ्यात्मक नही हैं। जिसमें कहा गया है कि कारागारों में एचआईवी पाजिटिव प्रकरणों की स्थिति गंभीर है। बंदियों के कारागार में प्रवेश के तुरंत बाद मानवाधिकार आयोग के प्रोफार्मा के अनुसार उनका चिकित्सीय परीक्षण कराया जाता है। इसके उपचार के लिए 45 जिलों में कुल 64 डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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