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UP New Congress President: नए प्रदेश अध्यक्ष पर फंसा पेंच, प्रियंका ने सचिवों का कार्य क्षेत्र बदला
UP New Congress President: यूपी में अक्टूबर-नवंबर महीने में नगर निकाय के चुनाव होने हैं, बावजूद उसके अजय कुमार लल्लू को हटाने के बाद पार्टी आलाकमान अध्यक्ष नहीं कर पाई हैं।
Lucknow: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के करीब 5 महीने गुजर चुके हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी (Congress Party) अभी तक नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं कर सकी है। यूपी में अक्टूबर-नवंबर महीने में नगर निकाय के चुनाव (municipal elections) होने हैं, बावजूद उसके अजय कुमार लल्लू (Ajay Kumar Lallu) को हटाने के बाद पार्टी आलाकमान नए अध्यक्ष पर फैसला नहीं कर पाई हैं। बिना प्रदेश अध्यक्ष के चल रही यूपी कांग्रेस में सचिवों के कार्य क्षेत्र में पार्टी महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी (UP in-charge Priyanka Gandhi) ने बदलाव कर दिया है।
यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि प्रियंका गांधी के निर्देश पर यूपी कांग्रेस के सचिवों का कार्य क्षेत्र बदला गया है। जिसमें प्रियंका गांधी के करीबी राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर को लखनऊ, उन्नाव, बहराइच, बाराबंकी, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोण्डा, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, रायबरेली का प्रभार सौंपा गया है।
सत्य नारायण पटेल को मिली इन जिलों की जिम्मेदारी
इसी तरह सत्य नारायण पटेल को सिद्धार्थनगर, महाजराजगंज, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, आज़मगढ़, मऊ, देवरिया, बलिया, संत कबीरनगर, फैजाबाद, अम्बेड़कर नगर का प्रभारी नियुक्त किया गया है। राजेश तिवारी वाराणसी, गाजीपुर, चन्दौली, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, कौशाम्बी, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, अमेठी, सुल्तानपुर की जिम्मेदारी संभालेंगे।
नीलांशू चतुर्वेदी को कानपुर, कानपुर देहात, कन्नौज, औरैया, जालौन, महोबा, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, हमीरपुर, इटावा का प्रभार क्षेत्र सौंपा गया। इसके साथ ही तौकीर आलम को मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, कासगंज, अलीगढ़, हाथरस, बदायूं, बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, फरुर्खाबाद का प्रभार मिला है। जबकि प्रदीप नरवाल को सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, संभल, मेरठ, बिजनौर, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, गौतमबुद्ध नगर का प्रभार सौंपा गया।
नया प्रदेश पर फंसा पेंच?
कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कांग्रेस आलाकमान में ही अलग-अलग राय है। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Party President Sonia Gandhi) जहां एक बार फिर से अपने भरोसेमंद पूर्व सांसद निर्मल खत्री को यूपी का अध्यक्ष बनाना चाहती हैं तो वहीं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की भी राय जुदा है। राहुल गांधी किसी दलित नेता को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाना चाहते हैं। जबकि प्रियंका की पसंद ब्राम्हण नेता है। इसी को लेकर नए प्रदेश अध्यक्ष पर पेंच फंसा हुआ है।