TRENDING TAGS :
यहां तो वैलेंटाइन डे को मातृ-पितृ दिवस के रूप में मनाया गया
वैलेंटाइन डे के दिन जहां प्रेमी प्रेमिका अपने प्यार का इजहार करते है वहीं कानपुर में वैलेंटाइन डे को कुछ खास तरह से मनाया गया।आज की युवा पीढ़ी ने वैलेंटाइन डे को मातृ-पितृ दिवस के रूप में मनाया। सैकड़ों युवाओं और बच्चों ने अपने पैरेंट्स को आसन पर बैठकर उनका तिलक कर आरती उतारते हुए माला पहनाया। इसके बाद पैरेंट्स का आशीर्वाद लिया।योग वेदांत सेवा समिति ने 14 फरवरी के दिन को मातृ-पितृ दिवस का आयोजन किया।
कानपुर: वैलेंटाइन डे के दिन जहां प्रेमी प्रेमिका अपने प्यार का इजहार करते है वहीं कानपुर में वैलेंटाइन डे को कुछ खास तरह से मनाया गया।आज की युवा पीढ़ी ने वैलेंटाइन डे को मातृ-पितृ दिवस के रूप में मनाया। सैकड़ों युवाओं और बच्चों ने अपने पैरेंट्स को आसन पर बैठकर उनका तिलक कर आरती उतारते हुए माला पहनाया। इसके बाद पैरेंट्स का आशीर्वाद लिया।योग वेदांत सेवा समिति ने 14 फरवरी के दिन को मातृ-पितृ दिवस का आयोजन किया।
वैलेंटाइन डे यूरोपीय देशों का प्रमुख त्यौहार है और इसे 14 फरवरी के दिन बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता है। वैलेंटाइन डे ने इण्डिया में भी अपने पैर जमा लिए है आज की युवा पीढ़ी इससे बहुत प्रभावित है। आज के दिन प्रेमी प्रेमिका एक दूसरे को गिफ्ट देकर अपने प्यार का इजहार करते है l वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का मानना है कि वैलेंटाइन डे भारतीय संस्कृति को प्रभावित कर रही है।आज युवा पीढ़ी पश्चमी संस्कृति से जुड़कर अपनी संस्कृति को भूलती जा रही है।
कमल मनवानी के मुताबिक योग वेदांत सेवा समिति द्वारा इसका आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम का मकसद है कि आप लोग भारतीय है और अपने माता पिता का सम्मान करें आप के पैरेंट्स के लिए इससे बढ़ कर कुछ भी नहीं है। इस तरह से बच्चे जागरूक होगे और अपने माता पिता का सम्मान करेंगे। जब अपने पैरेंट्स के लिए बच्चों में सम्मान होगा तो वो बुढ़ापे में माता पिता को वृद्धा आश्रम नहीं भेजेंगे।
यह भी पढ़ें......वैलेंटाइन डे को हुआ था इस टाइमलेस ब्यूटी का जन्म,गूगल ने इनके नाम किया आज का डूडल
सौरभ का कहना है कि आज के दिन मैंने अपने माता पिता का पूजन किया है। जिस प्रकार लोग वैलेंटाइन डे के दिन अपने प्यार का इजहार करते है वहीं प्यार हमने अपने माता पिता के लिए किया है। उन्होंने कहा कि लोग वैलेंटाइन डे का प्यार अपने माता पिता को दें वो हमारे भगवान् है और उन्हें खुश रखना हम सभी का धर्म है। आप लोग उनका पूजन करें और उनकी परिक्रमा करें।
उधर गोरखपुर के एक स्कूल में माता-पिता को देवतुल्यन मानकर आज के दिन को मातृ पितृ पूजन दिवस के रूप में मनाया गया। बच्चोंन ने अपने पैरेंट्सके सामने कई सांस्कृउतिक कार्यक्रम पेश किये। अपने गीतों के माध्यम से अपनी भावनायें व्यक्त की।
इसके बाद बच्चोंप ने अपने पैरेंट्स के साथ बैठाकर उनकी विधिवत पूजा आरती की और पुष्प् अर्पित किया। इसके बाद बच्चों ने अपने पैरेंट्स के चारों ओर सात फेरे लेकर उनके चरण स्परर्श किया। ऐसा करने के पीछे उनका मकसद ये बताना था कि उनके लिये सभी देवी-देवताओं और तीर्थों से महान उनके पैरेंट्स हैं।
इस कार्यक्रम में आये बच्चों के पैरेंट्स भी अपने बच्चोंभ को पूजा करते और इतना सम्माेन देते देखकर भाव विभोर हो गये और उनकी आंखों में आंसू आ गये। उन्होंने भी अपने बच्चों को गले लगाकर उन्हें आशीष दिया। और इस कार्यक्रम के आयोजन को अच्छां प्रयास बताया। इस कार्यक्रम में कई मुस्लिम परिवार के बच्चेी और उनके पैरेंट्स भी थे। जो यहां पर बच्चोंे के द्वारा पूजे गए।
बच्चों के माता- पिता का कहना है, कि आज जिस तरह से बच्चोंे में संस्का र खत्मच होते जा रहे हैं, और माता पिता के प्रति उनमें सम्माहन का भाव कम होता जा रहा है, उसे देखकर छोटी कक्षाओं से ही उनमें इस तरह के कार्यक्रमों के द्वारा संस्काकर का बीजारोपण करना काफी अच्छाओ प्रयास है।
इस कार्यक्रम के आयोजक राकेश सिंह पहलवान का कहना है, कि सच्चेक अर्थ में वैलेण्टाफइन अपने माता पिता के साथ ही मनाना चाहिये। क्यों कि हमें सबसे ज्यारदा प्रेम हमारे माता पिता ही करते हैं, और आज के दिन इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन से वह बच्चोंे और उनके माता पिता के रिश्तों को और प्रगाढ करने के लिये एक मंच देते हैं, जिस तरह से इस संसार में माता पिता बच्चों के लिये हर दुख उठाकर उनको खुश करने और उनका भविष्यं संवारने के लिये तत्पपर रहते हैं, उसी तरह से बच्चों का भी फर्ज बनता है कि वह अपने माता पिता को अपना सबसे बडा प्रेम मानें और उनके लिये कुछ भी कर गुजरने को तैयार हों, इस तरह के कार्यक्रमो से वह बच्चोंे में संस्का र का बीजारोपण कर रहे हैं, जो आगे चलकर उन्हेे एक अच्छा नागरिक बनायेगा|
यह भी पढें......समाज के ठेकेदारों, वैलेंटाइन डे पर किया हुड़दंग तो पुलिस निपटेगी सख्ती से
इस मौके पर पहुंचे भारत सरकार के वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में पहुचे और उन्होंने राकेश पहलवान को धन्यवाद भी दिया। इस तरह के कार्यक्रम को लेकर, और उन्होंने साफ़ कहा, कि जहा एक तरफ लोग आज के दिन वेलेंटाइन डे को एक दूसरेके साथ गुलाब देकर मना रहे है। वहीं दूसरी तरफ एक स्कूल में एक अलग अंदाज में मात- पिता दिवस मनाया गया। जहां बच्चों को एक एसी शिक्षा और संस्कार दिया गया जिसे देख हर किसी के आँखे भाव विभोर हो गई।