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Kashi Vishwanath Mandir: मंगला आरती के लिए 500 रुपये, अन्य आरतियों के भी बढ़े दाम, पुजारियों के लिए ड्रेस कोड तय

Varanasi News: श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के बाद अब श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती समेत सभी आरतियों के टिकट के दाम में बढ़ोतरी की गई है। मंगला आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को अब 500 रुपये देने होंगे।

Anshuman Tiwari
Published on: 23 Feb 2023 4:39 AM GMT (Updated on: 23 Feb 2023 8:23 AM GMT)
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काशी विश्वनाथ मंदिर (फोटो: सोशल मीडिया)

Varanasi News: काशी के विश्वविख्यात विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है। श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने के बाद अब श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती समेत सभी आरतियों के टिकट के दाम में बढ़ोतरी की गई है। मंगला आरती में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को अब 500 रुपये देने होंगे।

इसके साथ ही सप्तऋषि, श्रृंगार, भोग और मध्याह्न भोग आरती के टिकट के लिए अब तीन सौ रुपये चुकाने होंगे। टिकट की नई दरों को 1 मार्च से लागू करने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मैदागिन और गोदौलिया से ई-रिक्शा चलाने का फैसला भी किया गया है। ई-रिक्शा के जरिए श्रद्धालु अब मंदिर तक जा सकेंगे। इससे उन श्रद्धालुओं को सुविधा होगी जो ज्यादा दूरी तक पैदल नहीं चल सकते।

सभी आरतियों के लिए देने होंगे ज्यादा पैसे

मंडलायुक्त सभागार में बुधवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद की 104वीं बोर्ड की बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। इस बैठक के दौरान सभी आरतियों के टिकट के दाम बढ़ाने के फैसले पर मुहर लगा दी गई। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद बाबा विश्वनाथ के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ काफी बढ़ गई है।

भक्तों की भीड़ को देखते हुए सभी आरतियों के टिकट के दाम बढ़ाने का फैसला किया गया है। मंगला आरती के लिए अभी तक 350 रुपये देने पड़ते थे मगर अब 1 मार्च से इसके लिए 500 रुपए की कीमत चुकानी होगी। सप्तऋषि, श्रृंगार, भोग और मध्याह्न भोग आरती के लिए अब 300 रुपये में टिकट मिलेंगे। पहले इसके लिए 180 रुपये की कीमत चुकानी पड़ती थी।

श्रद्धालुओं को ई-रिक्शा मुहैया कराने का फैसला

बैठक के दौरान मैदागिन और गोदौलिया पर वाहनों को रोके जाने का मुद्दा भी जोर शोर से उठा। मंदिर न्यास परिषद के सदस्यों का कहना था कि वाहनों को रोके जाने के कारण तमाम दर्शनार्थियों को काफी दिक्कत उठानी पड़ती है। न्यास परिषद के सदस्यों का यह भी कहना था कि मंदिर की ओर से पहल करते हुए ई-रिक्शा का इंतजाम कराया जा सकता है। इस संबंध में बैठक में पूरे प्रकरण का भौतिक सत्यापन कराने का फैसला किया गया। इस काम में नगर निगम और यातायात विभाग की मदद ली जाएगी।

संस्कृत के छात्रों को मिलेगी छात्रवृत्ति

मंदिर न्यास परिषद की बैठक में संस्कृत को अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए भी कदम उठाने का फैसला किया गया है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में सर्वोच्च अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को 10 हजार रुपए वार्षिक छात्रवृत्ति देने का फैसला भी किया गया है।

इसके साथ ही पूरे वर्ष के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के लिए कैलेंडर भी तैयार किया जाएगा। ट्रस्ट की डायरी मार्च तक छपवाने के लिए एक समिति का गठन भी किया गया है। बैठक के दौरान मंदिर से जुड़े सफाई कर्मियों और अन्य कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने का फैसला भी किया गया है।

पुजारियों के लिए लागू होगा ड्रेस कोड

मंदिर के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर नागेंद्र पांडे ने कहा कि पुजारियों और अर्चकों के लिए ड्रेस कोड भी निर्धारित किया गया है। ट्रस्ट की तरफ से पुजारियों और अर्चकों को दो-दो ड्रेस उपलब्ध कराए जाएंगे। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बैठक के दौरान वर्ष 2022-23 के लिए कुल 105 करोड़ रुपये की आय और 40 करोड़ रुपये के खर्च का लक्ष्य रखा।

बैठक में सभी कर्मचारियों और शिक्षकों की सेवा नियमावली को अंतिम रूप देने के लिए गठित समिति को एक माह का समय और दिया गया है। समिति से एक माह के भीतर सेवा नियमावली तैयार करने की अपेक्षा की गई है। बैठक के दौरान न्यास अध्यक्ष प्रोफेसर नागेंद्र पांडे ने मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा को सम्मानित भी किया।


Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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