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Varanasi Gulabi Meenakari: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित हो रही है गुलाबी मीनाकारी

Varanasi Gulabi Meenakari: गुलाबी मीनाकारी की ख़ूबसूरती की कायल पूरी दुनिया होती जा रही। गुलाबी मीनाकारी महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित हो रही है।

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Newstrack NetworkPublished By Shreya
Published on: 9 May 2022 7:43 PM IST
Varanasi Gulabi Meenakari: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मददगार साबित हो रही है गुलाबी मीनाकारी
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गुलाबी मीनाकारी (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Varanasi News: गुलाबी मीनाकारी (Gulabi Meenakari) अपनी खूबसूरत कारीगरी से जहां पूरी दुनिया में धूम मचा रही है। वही महिलाओं को आत्मनिर्भर (Self Dependent) बनाने में भी मददगार साबित हो रही है। सरकार की "समर्थ "योजना (Samarth Yojana) के अंतर्गत महिलाओं को गुलाबी मीनाकारी का हुनर सिखाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) विदेश यात्रा के दौरान अपने ख़ास मेहमानों को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) में बनी ग़ुलाबी मीनाकारी के उत्पादों को उपहार स्वरुप देते हैं। जिससे इस जीआई उत्पाद (GI Products) की मांग देश और विदेश में बढ़ती जा रही है। ग़ुलाबी मीनाकारी से दूर हो रहे शिल्पी अब प्रशिक्षण लेकर एक बार फिर इस प्राचीन कला से जुड़ रहे हैं।

जी.आई.उत्पाद और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (One District One Product Scheme) में शामिल गुलाबी मीनाकारी की ख़ूबसूरती की कायल पूरी दुनिया होती जा रही। सहायक निदेशक हस्तशिल्प अब्दुल्ला ने बताया कि सरकार गुलाबी मीनाकारी का हुनर सिखाने के लिए "समर्थ" नाम से प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही है। जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। समर्थ नाम से चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम 65 दिनों का होता है। जिसमें सरकार प्रशिक्षुओं को 300 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से प्रोत्साहन राशि भी देती है। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम वस्त्र मंत्रालय (Ministry of Textiles) द्वारा कराया जा रहा है।

कार्यक्रम के जरिए महिलाओं को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर

सहायक निदेशक ने बताया कि 2 अक्टूबर, 2021 से प्रशिक्षण का कार्यक्रम चल रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाएं शामिल हो रही हैं। अभी तक 60 महिलाएं प्रशिक्षण ले चुकी हैं। जिसमें सीधे तौर पर करीब 70 प्रतिशत महिला काम करके आत्मनिर्भर बन रही हैं। जबकि बाकी पार्ट टाइम काम करके कमाई कर रही है। प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता इसी बात से लगाई जा सकती है की इसमें वेटिंग लिस्ट चल रही है। प्रशिक्षण कार्यक्रम को पुख्ता बनाने के लिए के बायोमेट्रिक अटेंडेंस ,वीडियो ग्राफ़ी कराइ जाती है। जिसमे 80 प्रतिशत अटेंडेंस अनिवार्य है। टीम प्रशिक्षुओं का असेसमेंट करने के बाद पास करती है तभी प्रोत्साहन राशि और सर्टिफिकेट दिया जाता है।

प्रशिक्षण दे रहे नेशनल अवार्डी कुंज बिहारी ने बताया कि प्रधानमंत्री अपने विदेशी मेहमानों को ग़ुलाबी मीनाकारी का नायब तोहफ़ा जरूर देते हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लोगों को उपहार देने और लोगों से जी आई और ओडीओपी को उपहार स्वरूप देने की अपील करने से हस्त शिल्पियों के हुनर की मांग बढ़ी है और गुलाबी मीनाकारी को संजीवनी मिली है।

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