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Varanasi News: तमिल साहित्य से रूबरू होने का अवसर दे रहा है काशी तमिल संगमम, संस्थाओं ने लगाई पुस्तक प्रदर्शनी

BHU News: संगमम के दौरान तमिलनाडु की कला, साहित्य, खान-पान व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से राज्य की जीवंत झलक काशी में दिख रही है।

Durgesh Sharma
Written By Durgesh Sharma
Published on: 23 Nov 2022 2:30 PM GMT
Varanasi News Kashi Tamil Sangamam given opportunity meet with Tamil literature in BHU
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Varanasi News Kashi Tamil Sangamam given opportunity meet with Tamil literature in BHU (BHU)

Kashi Tamil Sangamam: भारत की दो प्राचीन व समृद्ध संस्कृतियों का मिलन है काशी तमिल संगमम। संगमम के दौरान तमिलनाडु की कला, साहित्य, खान-पान व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से राज्य की जीवंत झलक काशी में दिख रही है। संगमम के प्रमुख आकर्षणों में से एक है यहां लगाई गई पुस्तक प्रदर्शनियां, जिनमें विभिन्न संस्थाओं द्वारा अनेक विषयों पर पुस्तकें रखी गई हैं।

संगमम में "अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारतीय भाषा संस्थान तथा केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान के स्टॉल लगाए गए हैं।

प्राचीन तमिल ग्रंथों से लेकर आधुनिक साहित्य पर पुस्तकें उपलब्ध

केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान में मौजूद ग्रंथ तमिल भाषा में हैं और इनका डिजिटल रूपांतरण भी यहां मौजूद है। ये पुस्तकें प्राचीन संगम व शास्त्रीय साहित्य से लेकर आधुनिक काल तक के बारे में हैं। इन ग्रंथों में तिरुवल्लूवर की तिरुकुरल, शिल्पादिकारम, चितलाई चतनार का मणिमेकलई, कपिलर का पट्टू पट्टू आदि शामिल हैं। ये पुस्तकें 50 प्रतिशत छूट पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

प्रदर्शनी में मिलेंगी विभिन्न प्रकार की पुस्तकें

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की प्रदर्शनी हिंदी, संस्कृत, तमिल और अंग्रेजी की अनेक महत्वपूर्ण तथा आधुनिक और प्राचीन ग्रंथों का समावेश है। इनमें बच्चों के लिए गणित और प्रेरणादायक कहानियों की पुस्तकें भी हैं।

वहीं भगत सिंह, राजेंद्र प्रसाद, स्वामी विवेकानन्द, महात्मा गांधी आदि से संबंधित पुस्तकें भी मौजूद हैं। साथ ही आध्यात्मिक पुस्तकों को भी प्रदर्शित किया गया है। यहां कई पुस्तकें अंग्रेजी और तमिल दोनों भाषाओं में उपलब्ध हैं।


प्रदर्शनी की प्रमुख पुस्तकों में द मैन हू न्यू इनफिनिटी, डॉ राजेंद्र प्रसाद की आत्मकथा, विष्णु प्रभाकर की सरदार वल्लभ भाई पटेल, गीतांजलि पारिख की हिस्ट्री ऑफ खादी इत्यादि शामिल हैं। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास अनेक पुस्तकों की खरीद पर 10 प्रतिशत की छूट भी दे रहा है।

इतने भाषाओं में मिल रही हैं पुस्तकें

भारतीय भाषा संस्थान, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, के स्टॉल में 22 भाषाओं में पुस्तकें प्रदर्शित की गई हैं। इनमें तमिल भाषा की पुस्तकें प्रमुख रूप से शामिल हैं। इनमें भाषा विज्ञान, संस्कृति, साहित्य, प्रशासन, रिसर्च मेथडोलॉजी की पुस्तकें प्रमुख रूप से शामिल हैं।

यहां तमिल से अंग्रेज़ी तथा अंग्रेज़ी से तमिल का शब्दकोश भी उपलब्ध है। साथ ही साथ तमिल भाषा सीखने के लिए प्रारंभिक व एंडवांस कोर्स से जुड़ी पुस्तक भी पाठकों को आकर्षित कर रही हैं।

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् द्वारा विज्ञान और तकनीक से संबंधित पुस्तकों के हिंदी और तमिल भाषा के संस्करणों को प्रदर्शित किया गया है। पाठक इन पुस्तकों को क्यू आर कोड के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं।

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