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बनारस से Good News: चार गुना बढ़ा रिकवरी रेट, जल्द कम होंगे मामले
बनारस में 4 दिनों से तेजी से बढ़ रही रिकवरी आशा की किरण बनकर आई है.
वाराणसी: कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बढ़ते आंकड़ों के बीच एक राहत देने वाली खबर सामने आई है. बीएचयू के वैज्ञानिकों की माने तो पिछले एक हफ्ते में जितनी तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, उसी रफ्तार से मरीज ठीक भी हो रहें हैं. मौजूदा समय में बनारस के अंदर कोरोना रिकवरी रेट में चार गुना का उछाल आया है. माना जा रहा है की अगले हफ्ते कोरोना अपने पीक पर पहुंचेगा, इसके बाद संक्रमण की दर में कमी आएगी.
बढ़ने लगा कोरोना रिकवरी रेट
खबर यह है कि 15 अप्रैल के मुकाबले 22 अप्रैल को बनारस में कोरोना वायरस में 4 गुना से भी ज्यादा का उछाल आया है. बीएचयू के जीव वैज्ञानिक प्रोफ़ेसर ज्ञानेश्वर चौबे की मानें तो 15 अप्रैल की रिकवरी रेट जहां 20 फ़ीसदी थी वहीं अब 21 और यह 98 और 22 को 86 दी रही तक पहुंच गया. इससे पता चलता है कि संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं. विशेषज्ञों का अनुमान है कि बनारस संक्रमण की पीक प्वाइंट को जल्द पार कर जाएगा. इसके बाद मामले कम होंगे और रिकवरी चरम पर पहुंच जाएगी.
जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिल्ली बुलेटिन के आंकड़ों पर भी गौर करें तो...
- 15 अप्रैल को जहां 500 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए
- 16 अप्रैल को 663 मरीज
-17 अप्रैल को 843
-18 अप्रैल को 1159
- 19 अप्रैल को 1456
-20 अप्रैल को 1995
- 21 अप्रैल को 1859
-22 अप्रैल को 1341 मरीज स्वस्थ हुए.
बीएचयू के जंतु विज्ञान के प्रोफ़ेसर ज्ञानेश्वर चौधरी कहते हैं कि बनारस में 4 दिनों से तेजी से बढ़ रही रिकवरी आशा की किरण बनकर आई है. आंकड़े बताते हैं कि बनारस संक्रमण ग्राफ की उच्च बिंदु पर पहुंचने वाला है.और जल्द ही नीचे आएगा. उच्चतम स्वास्थ्य सुविधाएं बहाल कर मृत्यु दर पर अंकुश पहली प्राथमिकता होनी चाहिए.
संक्रमण की रफ़्तार थामने में जुटा प्रशासनिक अमला
कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए बनारस का प्रशासनिक अमला सतर्क है. प्रधानमंत्री की फटकार के बाद शहर में अभियान चलाकर लोगों को राहत देने का काम चल रहा है. एक तरफ अस्पतालों में निर्बाध ऑक्सीजन की सप्लाई करने के लिए बोकारो से ऑक्सीजन की खेप लगातार पहुंच रही है दूसरी ओर बीएचयू सहित दूसरे अस्पतालों में मेडिकल फैसलिटी बढ़ाई जा रही है. इसके साथ ही बीएचयू में एक हजार का अस्थाई अस्पताल तेजी से तैयार किया जा रहा है.