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पटाखा प्रतिबंध पर फूटा संतों का गुस्सा, बकरीद पर कुर्बानी तो दीपावली पर पटाखा क्यों नहीं?
महानगरों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी न्यायालय ने दिवाली के मौके पर दिल्ली एनसीआर समेत प्रदेश के 13 शहरों में आतिशबाजी पर पूर्ण रोक लगा दी गयी है। सरकार का ये फैसला अब संत समाज को रास नहीं आ रहा है।
वाराणसी: दीपावली पर पटाखों पर प्रतिबन्ध को लेकर अब बवाल शुरू हो गया है। काशी के संतों ने प्रदेश सरकार के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। न्यास संघ के अध्यक्ष बाबा बालकदास ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पटाखों से प्रतिबन्ध हटाने की मांग की है। संतों के मुताबिक प्रदेश सरकार का ये फैसला सनातन धर्म पर कुठाराघात है। संत समाज इसे बर्दाश नहीं करेगा।
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बकरीद पर कुर्बानी तो दीपावली पर पटाखा क्यों नहीं?
महानगरों में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी न्यायालय ने दिवाली के मौके पर दिल्ली एनसीआर समेत प्रदेश के 13 शहरों में आतिशबाजी पर पूर्ण रोक लगा दी गयी है। सरकार का ये फैसला अब संत समाज को रास नहीं आ रहा है। फैसले के खिलाफ काशी के संत मुखर हुए हैं। बाबा बालकदास ने सीएम को पत्र लिखते हुए कहा जब बकरीद पर कुर्बानी से प्रकृति प्रदूषित नहीं होती तो एक दिन पटाखा जलाने से कौन पहाड़ टूट पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देशभर में कल-कारखानों से प्रतिदिन धुएँ निकलते हैं लेकिन एनजीटी को सिर्फ दीपावली का पर्व ही दिखता है। दीवाली सनातन धर्म का बड़ा पर्व है इसलिए हम चाहते है कि इस दिन पटाखे जलाने की छूट मिले।
varanasi-matter (Photo by social media)
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बनारस की आबोहवा का स्तर है बेहद खतरनाक
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि एनजीटी न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा फायर क्रैकर्स के बिक्री/प्रयोग के संबंध में पारित आदेश के क्रम में वाराणसी जनपद के एक्यूआई की स्थिति वेरी पुअर की श्रेणी में पाई गई है, जिसके अंतर्गत एनजीटी न्यायालय द्वारा आदेश दिया गया है कि जनपद वाराणसी में भी पटाखों की बिक्री एवं प्रयोग पर 9 नवंबर की मध्य रात्रि से 30 नवंबर की मध्य रात्रि तक पूर्णतया प्रतिबंध लगाया जाता हैं।जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने जिले वाराणसी में तत्काल प्रभाव से सभी आतिशबाजी बेचने के लाइसेंस स्थगित कर दिया है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि जिन लोगों के द्वारा आतिशबाजी क्रय भी कर लिया गया है, उनके भी प्रयोग पर 9 नवंबर की मध्य रात्रि से 30 नवंबर की मध्यरात्रि तक पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा।
रिपोर्ट- आशुतोष सिंह
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