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PM मोदी से पहले दो नेता लगा चुके हैं वाराणसी में जीत की हैट्रिक, रघुनाथ सिंह और शंकर प्रसाद जायसवाल ने दिखाया था दम
PM Modi Hat-Trick Victory: प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार तीसरी बार वाराणसी सीट से जीत दर्ज की है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले वाराणसी से दो और नेताओं ने लोकसभा चुनाव में लगातार तीन बार जीत दर्ज की है। आइए, जानते हैं कौन हैं वो दिग्गज नेता।
PM Modi Hat-Trick Victory: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई है। 2014 और 2019 में जीत हासिल करने के बाद पीएम मोदी ने 2024 के चुनाव में भी सीट पर जीत हासिल की। हालांकि इस बार प्रधानमंत्री मोदी की जीत का मार्जिन पिछले दो चुनावों के मुकाबले काफी घट गया। वाराणसी में लगातार तीसरी जीत हासिल करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को वाराणसी पहुंचे थे और उन्होंने अपने क्षेत्र के मतदाताओं के प्रति आभार जताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले वाराणसी में दो और नेता लगातार तीन जीत हासिल करते हुए हैट्रिक लगा चुके हैं। सबसे पहले हैट्रिक लगाने का कमाल कांग्रेस नेता रघुनाथ सिंह ने दिखाया था। बाद में भाजपा प्रत्याशी के रूप में शंकर प्रसाद जायसवाल ने भी इस लोकसभा क्षेत्र में लगातार तीन जीत हासिल करते हुए अपनी ताकत दिखाई थी।
रघुनाथ सिंह ने लगाई थी पहली हैट्रिक
वाराणसी संसदीय सीट से जीत की हैट्रिक लगाने वाले पहले सांसद रघुनाथ सिंह थे। कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने 1952, 1957 और 1962 के लोकसभा चुनाव में लगातार जीत हासिल की थी। उन्हें मोरारजी देसाई का करीबी माना जाता था। जानकारों का कहना है कि उन्हें एक बार केंद्र में मंत्री पद का ऑफर दिया गया था मगर उन्होंने इस ऑफर को विनम्रता पूर्वक ठुकरा दिया था। उन्होंने मंत्री के रूप में तो नहीं मगर कांग्रेस संसदीय दल के सचिव के रूप में जरूर काम किया। उन्होंने 1967 के लोकसभा चुनाव भी लड़ा था मगर उस चुनाव में उन्हें माकपा प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा था। माकपा के सत्यनारायण सिंह से पराजित होने के बाद रघुनाथ सिंह मोरारजी देसाई के साथ कांग्रेस (ओ) में चले गए थे।
मोरारजी ने सौंपी थी बड़ी जिम्मेदारी
1977 में जब केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी और मोरारजी देसाई ने प्रधानमंत्री पद की कमान संभाली तो रघुनाथ सिंह की नियुक्ति शिपिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन पद पर की गई थी। इससे पूर्व 1968 में वे जिंक लिमिटेड के चेयरमैन भी रह चुके थे। उल्लेखनीय बात यह है कि चेयरमैन के रूप में वे मात्र एक रुपए की सैलरी लेते थे। रघुनाथ सिंह वाराणसी जिले के खेवली गांव के रहने वाले थे और उनका जन्म एक भूमिहार परिवार में हुआ था। हिंदी साहित्य के चर्चित कवि सुदामा प्रसाद धूमिल भी इसी गांव के रहने वाले थे। रघुनाथ सिंह की याद में अभी भी इस गांव में समय-समय पर आयोजन होते रहते हैं।
शंकर प्रसाद जायसवाल ने भी दिखाया था दम
वाराणसी से तीन बार लगातार लोकसभा का चुनाव जीतने वाले दूसरे नेता भाजपा से जुड़े शंकर प्रसाद जायसवाल थे। बेहद सादगी का जीवन जीने वाले शंकर प्रसाद जायसवाल ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में 1996,1998 और 1999 में जीत हासिल की थी। उन्होंने 2004 का लोकसभा चुनाव भी लड़ा था मगर उस चुनाव में उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा से हार का सामना करना पड़ा था। राजेश मिश्रा अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं। 2004 में भाजपा का इंडिया शाइनिंग अभियान असर नहीं दिखा सका था और कई पार्टी नेताओं को हार का सामना करना पड़ा था।
कई दिग्गज नेता रह चुके हैं वाराणसी से सांसद
वैसे वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से कई और दिग्गज भी सांसद रह चुके हैं। इन दिग्गजों में कांग्रेस नेता पंडित कमलापति त्रिपाठी, भाजपा के कद्दावर नेता डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी,श्रीश चंद दीक्षित और अनिल शास्त्री के नाम शामिल हैं। कमलापति त्रिपाठी ने 1980 में चर्चित समाजवादी नेता राजनारायण को हराकर वाराणसी में जीत हासिल की थी। डॉ मुरली मनोहर जोशी ने इस लोकसभा क्षेत्र में 2009 में माफिया मुख्तार अंसारी को हराया था। यह मुकाबला काफी कांटे का हुआ था।
2014 और 2019 में पीएम मोदी की बड़ी जीत
इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी संसदीय सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई है। 2014 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी में नरेंद्र मोदी ने पहली जीत हासिल की थी जबकि अरविंद केजरीवाल दूसरे नंबर पर रहे थे। इस लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को 5,81,022 वोट मिले थे जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी आप नेता अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 वोट मिले थे। पीएम मोदी ने इस चुनाव में 3,71,784 मतों के अंतर से बड़ी जीत दर्ज की थी। कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय इस चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अजय राय को 75,614 मत मिले थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को काशी के मतदाताओं का लगातार दूसरी बार भारी समर्थन मिला और वे 6,74,664 वोट पाने में कामयाब हुए थे। समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी शालिनी यादव दूसरे नंबर पर रही थी और उन्हें 1,95,159 वोट मिले थे। शालिनी यादव अब भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। 2019 में अजय राय लगातार तीसरी बार तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 1,52,548 वोट मिले थे। पीएम मोदी ने इस चुनाव में 4,79,505 मतों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की थी।
इस बार लगाई हैट्रिक मगर जीत का मार्जिन घटा
इस बार भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री मोदी का जीत का मार्जिन बढ़ाने के लिए खूब मेहनत की गई थी मगर प्रधानमंत्री मोदी के जीत का मार्जिन इस बार काफी घट गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बार 2019 के लोकसभा चुनाव से कम वोट मिले हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को 6,74,664 वोट मिले थे मगर इस बार प्रधानमंत्री मोदी को 6,11,439 वोट ही मिल सके। पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान अजय राय को 1,52,548 वोट मिले थे मगर इस बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय 4,59,084 वोट पाने में कामयाब रहे हैं। इस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार के लोकसभा चुनाव में 1,52,355 वोटों से जीत हासिल की है जो उनकी पिछले तीन चुनावों में सबसे छोटी जीत है।