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Varanasi News: हिंदूत्व और सनातन को मिटाने की सोच रखने वाले स्वयं मिट जायेंगे: डॉ. सुरेन्द्र जैन

Varanasi News: काशी में सनातन संस्कृति प्राचीन काल से बेहद समृद्ध रही है। भारत में मुस्लिम आक्रांताओं ने बार- बार हिंदू और सनातन संस्कृति को मिटाने की पूरी कोशिश की लेकिन वह खुद ही मिटते चले गए।

Purushottam Singh
Published on: 10 Oct 2023 10:13 PM IST
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हिंदूत्व और सनातन को मिटाने की सोच रखने वाले स्वयं मिट जायेंगे: डॉ. सुरेन्द्र जैन: Video- Newstrack

Varanasi News: काशी में सनातन संस्कृति प्राचीन काल से बेहद समृद्ध रही है। भारत में मुस्लिम आक्रांताओं ने बार- बार हिंदू और सनातन संस्कृति को मिटाने की पूरी कोशिश की लेकिन वह खुद ही मिटते चले गए। हिंदूत्व भारत की आत्मा में रचा बसा है। इसे मिटाने की सोच रखने वाले आगे भी स्वयं मिट जाएंगे। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल द्वारा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में मंगलवार को आयोजित विशाल सभा को संबोधित करते हुए उक्त बातें विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कही।

काशी विश्वनाथ मंदिर में नंदी का इंतजार अब खत्म होने वाले है

डॉ जैन ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर शान से बन रहा है। अब तो ऐसा लग रहा है कि काशी में भी नंदी का इंतजार खत्म होने वाला है, क्योंकि बाबा विश्वनाथ जी अपनी धरती को कभी छोड़ने वाले कदापि नहीं है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ हिंदू विरोधी मारीच बनकर हमसे पूछते हैं कि आखिर हिंदुत्व या सनातन कितनी पुरानी संस्कृति है तो उनकी मूढ़ता पर हंसी ही आती है। दरअसल उन्हें जर्मनी के उस वैज्ञानिक से सीख लेनी चाहिए जिसने अपनी पुस्तक में लिखा है सनातन संस्कृति इतिहास लिखा जाने के बहुत पहले से ही विद्यमान है।

हमास आतंकी संगठन से सीख लेनी होगी

केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि हिंदू समाज को इजराइल में आतंकी संगठन हमास के हमले से भी सीख लेनी होगी। ऐसे लोग कभी भी आपके लिए भी गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकते हैं इसलिए सर्वदा सतर्क और संगठित रहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत में कुछ लोग आतंकी संगठन हमास का समर्थन करते दिख रहे, यह कदापि भारत हितैषी नहीं हो सकते। उन्होंने काशी की प्राचीन संस्कृति ,सभ्यता पर चर्चा करते हुए बताया कि काशी नगरी बाबा भोले के त्रिशूल पर बसी है। वेद, पुराणों में इसका जिक्र है। यह वही धरती है जहां जैन धर्म के चार तीर्थंकर हुए तो भगवान बुद्ध ने पांच शिष्य को धर्म का उपदेश दिया। काशी में ही महान संत रविदास हुए तो कबीर दास की जन्मस्थली भी काशी है। उन्होंने दयानिधि , स्टालिन समेत कई ऐसे लोगों को निशाने पर लिया जो हिंदुत्व के खिलाफ बोलते हैं।

जातिगत जनगणना के बहाने हिंदुओं को बांटने का कुचक्र

इस अवसर पर अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री और फायर ब्रांड वक्ता स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि कुछ लोग इजराइल में क्रूर हमला करने वाले आतंकी संगठन हमास का भारत में समर्थन कर रहे हैं ऐसे लोग तो भारत हितैषी कदापि नहीं हो सकते। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री और उसके समर्थक नेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि जातिगत जनगणना के बहाने हिंदुओं को अलग-अलग बांटने का कुचक्र रचा जा रहा है, ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए। देश के हिंदू उनकी चाल को समझ रहे हैं ऐसे झांसी में कदापि आने वाले नहीं है। इजराइल में आतंकियों ने जिस तरह का बर्ताव किया वह पूरे विश्व को चिंता में डाल गया। महिलाओं बच्चों की नृस्ंश हत्या हुईं तो अस्सी साल की बुजुर्ग महिला समेत तमाम इजरायल युवतियों का जबरन चीर हरण किया गया। ऐसे विधर्मियो और कट्टरवादियों के क्रूर करतूतों से आज पूरे विश्व में स्थिति बेहद विकट है।

इस अवसर पर संत रविदास मंदिर के महंत भारत भूषण महाराज ने कहा कि मुस्लिम आक्रांताओं ने भारत के हिंदुओं पर बहुत जुर्म ढाया है,तब हिंदू समाज भी एकत्रित नहीं था।

Shashi kant gautam

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