TRENDING TAGS :
Varanasi News: डीआरडीओ अध्यक्ष ने बीएचयू में दिया बड़ा बयान, अग्नि 6 नाम की नहीं है मिसाइल
Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ समीर वी काथम अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। इस दौरान डीआरडीओ के चेयरमैन ने रीजनल एक्सीलेंस सेंटर इंडस्ट्री एकेडमी केंद्र फॉर एक्सीलेंस का उद्घाटन किया यह पूर्वांचल का पहला केंद्र है जहां हर कोई यूनिवर्सिटी स्टार्टअप, रिसर्च और रक्षा तकनीक के लिए आकर काम करेगा।
Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में डीआरडीओ के चेयरमैन डॉ समीर वी काथम अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। इस दौरान डीआरडीओ के चेयरमैन ने रीजनल एक्सीलेंस सेंटर इंडस्ट्री एकेडमी केंद्र फॉर एक्सीलेंस का उद्घाटन किया यह पूर्वांचल का पहला केंद्र है जहां हर कोई यूनिवर्सिटी स्टार्टअप, रिसर्च और रक्षा तकनीक के लिए आकर काम करेगा। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस सेंटर से फ्यूचर टेक्नोलॉजी पर काम किया जाएगा जो पूरे पूर्वांचल में डिफेंस, रिसर्च और डेवलपमेंट के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल करेगा और इससे पूर्वांचल रक्षा तकनीक का हब बन जायेगा।
रक्षा के क्षेत्र में जल्द ही भारत बनेगा निर्यातक देश
डॉ समीर वी काथम ने बताया कि अब तक DRDO के पास 41 लैब थे जिनके साथ काम किया जा रहा था लेकिन अब DRDO के विंग में एकेडमिया, MSME और स्टार्टअप को भी शामिल किया गया है। इससे हम जल्द ही रक्षा क्षेत्र में एक बड़े निर्यातक देश बनकर उभारेंगे। IIT-BHU में जिस तरह से तकनीक पर रिसर्च चल रहा वह काफ़ी शानदार है यह सेंटर खुलने से और भी विकास होगा। अगले 3 साल में और भी ऐसे सेंटर बनाए जाएंगे फ़िलहाल अभी पूरे देश में ऐसे 15 सेंटर बनाए गए हैं।कुल 41 लैब हैं जिनमें 5 यंग साइंटिस्ट लैब हैं,यंग साइंटिस्ट लैब में 35 साल से कम उम्र के साइंटिस्ट डायरेक्टर बनते हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सुझाव था जिस पर लगातार कार्य चल रहा है।
2025 तक 5 बिलियन डॉलर के मिसाइल, हथियार का टारगेट
इस दौरान डॉ कामथ ने यह भी कहा कि 2025 तक 5 बिलियन डॉलर के मिसाइल, हथियार और उपकरणों के निर्यात का रक्षा मंत्रालय ने टारगेट दिया है। हम लगातार इस पर काम कर रहे हैं। ये जरूर है कि रक्षा उपकरणों के निर्माण और निर्यात के मामले में अमेरिका और चीन हमसे आगे हैं, लेकिन अगले 10-15 सालों में हम उनके बराबर होंगे इसी रणनीति पर हम काम कर रहे हैं।
मीडिया से बातचीत करते हुए डीआरडीओ के अध्यक्ष ने बताया कि अग्नि 6 नाम की कोई भी मिसाइल नहीं है। सरकार की तरफ से अग्नि 5 तक ही ऑफिशियल मिशन था। अग्नि 5 का ट्रायल 12 साल पहले ही हो चुका है।