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Varanasi News: वाराणसी दौरे पर पहुंची वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, बोली- देश की तरक्की में सहयोग करें आईटीएंस

Varanasi News: IIT-BHU में टेक्नोक्रेट्स को संबोधित करते हुए वित्त ने मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने 24x7 टेली-मेंटल हेल्थ सेवा लांच की है। 900 ट्रेंड टेली काउंसलर तैयार किए गए हैं। इस सेवा को टेली मानस कहा गया है।

Purushottam Singh
Published on: 8 Oct 2023 6:36 PM IST
Varanasi News
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Finance Minister Nirmala Sitharaman (Pic:Newstrack)

Varanasi News: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रविवार को वाराणसी पहुंची। इस दौरान निर्मला सीतारमण ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईआईटी में चल रहे स्टूडेंट काउंसिल के कार्यक्रम में शामिल हुईं। निर्मला सीतारमण ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई। इस दौरान वित्त मंत्री ने काशी विश्वनाथ मंदिर में विधि विधान के साथ दर्शन पूजन कीं। उन्होनें बीएचयू के आईआईटी के छात्रों से बातचीत भी किया।

भारतवर्ष की तरक्की के लिए जरूर दे अपना योगदान

आईआईटी के छात्रों को टिप्स देते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सिर्फ जॉब के लिए पढ़ाई ना करें बल्कि इन्नोवेटिव स्किल के लिए पढ़ाई करें साथ ही पढ़ाई करने के बाद जब चाहे किसी भी देश में करें लेकिन भारतवर्ष की तरक्की और विकास के लिए अपना योगदान जरूर दें। दुनिया में भारत आईटी सेक्टर में अपना परचम लहरा रहा है। आप अपने स्किल को भारत की तरक्की के लिए जरूर लगाए। भारत में रोज 20 भाषाओं में, 900 टेली काउंसलर, 3000 छात्रों को मेंटल हेल्थ एडवाइज देते हैं। 3 लाख छात्रों की काउंसिलिंग हो चुकी है।


IIT-BHU में टेक्नोक्रेट्स को संबोधित करते हुए वित्त ने मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने 24x7 टेली-मेंटल हेल्थ सेवा लांच की है। 900 ट्रेंड टेली काउंसलर तैयार किए गए हैं। इस सेवा को टेली मानस कहा गया है। सभी टेली कॉलर फ्री ऑफ कॉस्ट मेंटल हेल्थ पर छात्रों की काउंसलिंग कर रहे हैं। सरकार स्टूडेंट्स के मेंटल वेलनेस को लेकर क्या कर रही है। हमने बड़ा कदम उठाया है। लाखों साल में भारतीय सभ्यता का विकास हुआ। भारत के परिप्रेक्ष्य में मेंटल वेलनेस काफी जरूरी मुद्दा है। वित्त मंत्री ने कहा कि मेंटल स्ट्रेस हो या कोई और स्ट्रेस, इसके पीछे कई वजह होती हैं।

प्रतिस्पर्धा सबसे बड़ी वजह है। इसलिए हेल्दी प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। दूसरा है पब्लिक ओपिनियन। अच्छे अंक या कम अंक आने पर आपके सगे संबंधी या मित्र कैसी प्रतिक्रिया देते हैं, यह काफी जरूरी है। निगेटिव प्रतिक्रिया स्टूडेंट के मेंटल स्ट्रेस के पीछे सबसे बड़ी वजह है। वित्त मंत्री मेंटल हेल्थ पर छात्रों और प्रोफेसरों से बातचीत करने के बाद शाम 5 बजे तक वह वापस नई दिल्ली लौट गई।


विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इसी को लेकर आज IIT BHU में एक बड़े कॉन्फ्रेंस की शुरुआत हुई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में आईआईटी के द्वारा आयोजित स्टूडेंट काउंसलिंग कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में बच्चों को अपने भविष्य के साथ-साथ अपने देश के लिए भी कुछ करना है लेकिन इसके लिए उनको तनाव से भी बचाना है क्योंकि आज के इस भौतिक युग में प्रौद्योगिकी के साथ-साथ छात्र तनाव भी ले रहे हैं इस समस्या से निजात पानी की जिम्मेदारी भी छात्रों की ही है इसलिए वह अपने कार्य और अपनी जिंदगी में एक बेहतर संतुलन बनाकर चलें जिससे कि वह कम से कम तनाव में रह सके।

छात्रों को स्वस्थ प्रति स्पर्धा करनी चाहिए लेकिन यह अंधी दौड़ नहीं होनी चाहिए इसके साथ ही साथ उनका अपने आसपास के माहौल में जो तनाव मिलता है उसके बीच भी उनका संतुलन बनाने की आवश्यकता है भारत सरकार ने इस वर्ष के बजट में 1200 करोड रुपए मानसिक स्वास्थ्य के लिए ही आवंटित किए हैं जिसका लाभ मिल रहा है। इसके अलावा आयुष्मान भारत में भी मानसिक रोगियों के इलाज की व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम में बीएचयू आईआईटी के निदेशक पीके जैन सहित काफी संख्या में छात्र-छात्र उपस्थित रहे।

डेढ़ महीने में दूसरी काशी ट्रिप

इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 27 अगस्त को वाराणसी आईं थीं। उन्होंने बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ के दरबार और मां अन्नपूर्णा का विधि-विधान से दर्शन-पूजन किया था। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के अर्चकों ने विधि-विधान से षोडशोपचार पूजन और अभिषेक कराया। अन्नपूर्णा मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद उन्होंने महंत शंकर पुरी से मुलाकात की थी। इसके साथ ही कांची कामकोटि पीठ में शंकराचार्य शंकर विजयेंद्र सरस्वती से भी आशीर्वाद लेने पहुंची थीं।

Durgesh Sharma

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