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Varanasi News: NSUI के मोहब्बत की दुकान पर चला पुलिस का ड़डा
Varanasi News: गुरुवार को कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ गेट नंबर 3 के बाहर मोहब्बत की दुकान लगाई। जिसपर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बंद कर दिया।
Varanasi News: वाराणसी लोकसभा सीट पर नामांकन जारी है। सातवें चरण में होने वाली वाराणसी लोकसभा सीट पर तमाम राजनीतिक दल अपना दमखम दिखा रहे हैं। वहीं गुरुवार को कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ गेट नंबर 3 के बाहर मोहब्बत की दुकान लगाई। इस दुकान को लगता ही पूरे शहर में ये खबर आग की तरह फैल गई। इसकी जानकारी जैसे ही वाराणसी कमिश्नरेट और सिगरा पुलिस को हुई वह भी तुरंत मोहब्बत की दुकान बंद करने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ गेट नंबर 3 के पास पहुंच कर दुकान बंद करने पहुंची।
आचार संहिता का हो रहा उल्लंघन
पुलिस ने छात्रों से अपनी दुकान बंद करन को कहा। इसी बीच छात्र और पुलिस के बीच कुछ देर नोक-झोंक चली इसके बाद छात्रों ने मोहब्बत की दुकान विश्वविद्यालय के बाहर से अंदर कर लिया। जैसे ही विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी जानकारी हुई की विश्वविद्यालय के अंदर मोहब्बत की दुकान लगाई गई है तब मौके पर पहुंची विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी मोहब्बत की दुकान बंद कर दी। विश्वविद्यालय ने आरोप लगाया कि NSUI से जुड़े छात्र विश्वविद्यालय के अंदर छात्रों को बेल का शरबत पिला रहे थे। जिस आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा था।
NSUI प्रदेश अध्यक्ष ने सवाल खड़ा किया
मोहब्बत की दुकान हटाए जाने पर कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI प्रदेश अध्यक्ष ऋषभ पांडे ने कई सवाल खड़े किए। ऋषभ पांडे ने कहा कि आज हमने मोहब्बत की दुकान विश्वविद्यालय के बाहर लगाई थी जिसे पुलिस ने आकर उसे बंद कर दिया। उसके बाद हम विश्वविद्यालय के अंदर जब मोहब्बत की दुकान लगाई तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी इसे बंद कर दिया और यह विश्वविद्यालय प्रशासन और वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की तानाशाही है। पूर्वांचल के कई विश्वविद्यालय में मोहब्बत की दुकान लगाया गया है। सभी विश्वविद्यालय में मोहब्बत की दुकान लगाकर युवाओं के मुद्दों को उठाया गया और कांग्रेस पार्टी द्वारा युवाओं के मुद्दों को घोषणा पत्र में शामिल किए जाने को लेकर जानकारी भी दी गई। ऋषभ पांडे ने आरोप लगाया कि वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में सत्ता और बीजेपी की विचारधाराओं से जुड़े लोगों ने इस दुकान को बंद करवाने का काम किया है।