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Culture Parliament में देशभर से आए संतों ने कहा लोकसभा चुनाव से पहले नौ सूत्रीय एजेंडे पर राजनीतिक दल अपना मंतव्य स्पष्ट करें

Varanasi News: संघीय कानून बनाकर हिन्दू मन्दिरों को हिन्दू समाज को वापस दिए जाने की मांग।

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Newstrack Network
Published on: 5 Nov 2023 3:54 PM IST
Sanskriti Sansad
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Sanskriti Sansad

Varanasi News: सनातन हिंदू संस्कृति के पांच प्रमुख संगठनों ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर कहा कि देश के सभी राजनीतिक दल आम चुनाव 2024 से पूर्व सनातन हिंदू आकांक्षाओं के बारे में अपना मंतव्य स्पष्ट करें। विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय संत समिति, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, गंगा महासभा और श्री काशी विद्वत परिषद के आह्वान पर संस्कृति संसद में देशभर से आए 1500 संतों और महामंडलेश्वरों एवं 127 संप्रदायों के प्रमुखों से व्यापक चर्चा के बाद यह बात कही।

सनातन हिंदू संस्कृति में ये हुए शामिल

आज रविवार को काशी के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में संयुक्त प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए महंत रवीन्द्र पुरी, अध्यक्ष,अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद,स्वामी जीतेन्द्रानंद सरस्वती, महामंत्री, अखिल भारतीय संत समिति, आलोक कुमार, अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद, गोविंद शर्मा, संगठन महामंत्री, गंगा महासभा एवं प्रो. रामनारायण द्विवेदी, महामंत्री, श्री काशी विद्वत् परिषद् ने कहा कि कोई भी शक्ति किसी भी दशा में समाज को विभाजित करने का कुचक्र नहीं रचे। इसलिए नौ सूत्रीय हिंदू एजेंडा घोषित किया।

नौ सूत्रीय हिंदू एजेंडा

1- भारतीय संविधान की धारा 30 में संशोधन कर भारत के प्रत्येक सम्प्रदाय को शैक्षिक और सांस्कृतिक संस्थानों को स्थापित एवं संचालित करने के समान अधिकार दिये जाएँ। प्रत्येक शिक्षण संस्थाओं को अपने पाठ्यक्रम निर्माण और संचालन की स्वायत्तता अनिवार्य रूप से मिलनी चाहिए।2- वक्फ एक्ट 1995 को निरस्त किया जाए अथवा उसमें वक्फ बोर्ड द्वारा किसी भी संपत्ति को वक्फ सम्पत्ति घोषित करने का अधिकार वापस लिया जाए। सम्पत्ति का अधिकार और प्रक्रिया सब सम्प्रदायों के जैसी ही और उतनी ही मुसलमानों को भी रहे।

3- संघीय कानून बनाकर हिन्दू मन्दिरों को हिन्दू समाज को वापस दिया जाए।

4- पर्यटन मंत्रालय से अलग तीर्थाटन मन्त्रालय बनाकर तीर्थों का शास्त्रीय मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए विकास किया जाए। तीर्थ स्थलों की शुद्धता और वहां के पर्यावरण के संरक्षण के लिए यह आवश्यक है।

5- लव जिहाद एवं अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिए प्रभावी क़ानून बने। यह इस समय की अनिवार्य आवश्यकता है। लव जिहाद और इसके माध्यम से होने वाले धर्मांतरण के साथ सबसे बड़ी समस्या हिंसा की उत्पन्न हो चुकी है। हजारों मामले सामने आ चुके हैं जिनमें हिंदू बेटियों को धर्मांतरित कर विवाह किया गया और कुछ ही दिनों में उनकी हत्या कर दी गई। किसी भी दशा में धर्मांतरण कर विवाह की अनुमति नहीं होनी चाहिए। केवल विवाह के लिए धर्मांतरण रोकने के लिए प्रभावी कानून बनाया जाना अनिवार्य है।

6- भारत का प्रत्येक नागरिक बराबर है। देश में समान नागरिक संहिता लागू की जाए। एक राष्ट्र, एक नागरिकता, एक कानून लागू हो।

7- धर्मांतरित लोगों को जनजाति आरक्षण के दायरे से बाहर किया जाए। जो भी लोग किसी भी कारण से धर्मांतरित हुए या हो रहे हैं उन्हें किसी दशा में आरक्षण के दायरे में नहीं रखा जा सकता। यह स्थिति स्पष्ट कर दी जानी चाहिए। इसके लिए कानून बने।

8- अन्य मतावलम्बियों की तरह मन्दिर के पुजारियों को मानदेय दिया जाए। प्रत्येक मंदिर में पूजा आरती और धार्मिक कार्यों के लिए नियुक्त प्रत्येक पुजारी को उसके भरण पोषण के लिए सम्मानजनक राशि समय से देना सुनिश्चित किया जाय।

9- संत सेवा प्राधिकरण बनाकर संतों की भौतिक कठिनाइयों का समाधान किया जाए। संत समाज भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक शक्ति और एकता का आधार है। राष्ट्र सेवा का सबसे बड़ा दायित्व संतों पर है। भारत की संस्कृति, दर्शन और अध्यात्म के साथ राष्ट्र और समाज को एक सूत्र में बांधे रखने का दायित्व संत निभा रहे हैं। संतों की सुरक्षा, उनकी देखभाल और आवश्यकताओं की पूर्ति की जिम्मेदारी राज्य/राष्ट्र की ही है। इसके लिए केंद्र और राज्यों के स्तर पर संत सेवा प्राधिकरण की स्थापना आवश्यक है।

सभी संगठनों ने कहा कि हिन्दू समाज की इन अपेक्षाओं पर भारत के सभी राजनीतिक दल अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करें। राजनीतिक दलों के नजरिये को परख हिन्दू समाज अगले आम चुनावों में अपना समर्थन किसको देना है, यह निर्णय लेगा।



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Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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