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Varanasi News: श्यामवर्ण हनुमान जी का कल होगा दर्शन, अद्भुत है काशी का ये मंदिर

Varanasi News: इस बार 27 अक्तूबर को मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। साल में एक बार भोर की आरती वाले दिन श्यामवर्ण हनुमान जी के दर्शन का पुण्य लाभ मिलता है।

Purushottam Singh
Published on: 26 Oct 2023 8:59 AM GMT
दक्षिणमुखी हनुमान जी
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दक्षिणमुखी हनुमान जी (Social Media)

Varanasi News: रामनगर किला के अंदर काले हनुमान जी की प्रतिमा काफी खास है इस मूर्ति से जुड़ी हुई लोकमान्यताएं भी अचरज में डालती हैं। कहा जाता है कि रामनगर किले के दक्षिणी छोर पर विराजमान श्यामवर्ण हनुमान जी की प्रतिमा पूरे विश्व में अनूठी है। रामनगर दुर्ग में दक्षिण दिशा की ओर स्थित श्यामवर्ण दक्षिणमुखी हनुमान जी के मंदिर का पट आम श्रद्धालुओं के लिए वर्ष में एक बार ही खोला जाता है।

श्रद्धालुओं के लिए कल खोला जाएगा मंदिर

इस बार 27 अक्तूबर को मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। साल में एक बार भोर की आरती वाले दिन श्यामवर्ण हनुमान जी के दर्शन का पुण्य लाभ मिलता है। कहा जाता है कि रामनगर किले के दक्षिणी छोर पर विराजमान श्यामवर्ण हनुमान जी की प्रतिमा पूरे विश्व में अनूठी है। मान्यता है कि किले के भीतर खोदाई के दौरान मिली इस प्रतिमा को सैकड़ों साल पहले काशीराज परिवार ने किले के ही दक्षिणी छोर में मंदिर निर्माण करके प्रतिस्थापित कराया था।

मान्यता है कि इस प्रतिमा का संबंध त्रेतायुग में श्रीराम रावण युद्धकाल से है। रामेश्वरम में लंका जाने के लिए जब भगवान राम समुद्र से रास्ता मांग रहे थे उस समय समुद्र ने पहले तो उन्हें रास्ता नहीं दिया। इस पर कुपित होकर श्रीराम ने बाण से समुद्र को सुखा देने की चेतावनी दी। इससे भयभीत होकर प्रकट हुए समुद्र ने श्रीराम से माफी मांगी और अनुनय विनय किया। इसके बाद श्रीराम ने प्रत्यंचा पर चढ़ चुके उस बाण को पश्चिम दिशा की ओर छोड़ दिया। इसी समय बाण के तेज से धरती वासियों पर कोई मुसीबत न आए, इसके लिए हनुमान जी घुटने के बल बैठ गए, जिससे धरती को डोलने से रोका जा सके। श्रीराम के बाण के कारण हनुमान जी की पूरी देह झुलस गई, जिसके कारण उनका रंग काला पड़ गया। इस मंदिर में प्रतिस्थापित हनुमान जी की प्रतिमा भी श्यामवर्ण में ही है। यह मूर्ति रामनगर किले में जमीन के अंदर कैसे आई, ये किसी को ज्ञात नहीं है।

भोर की आरती कल

रामलीला में बृहस्पतिवार को राज्याभिषेक प्रसंग की झांकी सजेगी। इसके अगले दिन 27 अक्तूबर की भोर राज्याभिषेक की आरती की जाएगी।

Jugul Kishor

Jugul Kishor

Content Writer

मीडिया में पांच साल से ज्यादा काम करने का अनुभव। डाइनामाइट न्यूज पोर्टल से शुरुवात, पंजाब केसरी ग्रुप (नवोदय टाइम्स) अखबार में उप संपादक की ज़िम्मेदारी निभाने के बाद, लखनऊ में Newstrack.Com में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं। भारतीय विद्या भवन दिल्ली से मास कम्युनिकेशन (हिंदी) डिप्लोमा और एमजेएमसी किया है। B.A, Mass communication (Hindi), MJMC.

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