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Mahakumbh 2025: महाकुंभ के लिए काशी में व्यापक तैयारी, हजारों तीर्थयात्रियों के लिए मुफ्त ठहरने का इंतजाम
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर काशी में भी जोरदार तैयारियां की गई हैं।
Mahakumbh 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर काशी में भी जोरदार तैयारियां की गई हैं। महाकुंभ के दौरान काशी में भी तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होने का अनुमान है। अतीत में अर्ध कुंभ और महाकुंभ के दौरान स्नान पर्वों के दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं का काशी में पलट प्रवाह दिखता रहा है। यही कारण है कि जिला प्रशासन और नगर निगम की ओर से काशी में भी जोरदार तैयारियां की गई हैं।
नगर निगम की ओर से 25 हजार तीर्थयात्रियों के मुफ्त ठहरने के इंतजाम का लक्ष्य रखा गया है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनारस और कैंट रेलवे स्टेशन को भी तमाम सुविधाओं से लैस किया गया है। पर्यटन विभाग की ओर से भी काशी के लोगों से श्रद्धालुओं और पर्यटकों के प्रति सेवा भाव रखने और उन्हें पूरा सहयोग देने की अपील की गई है।
25 हजार तीर्थयात्रियों के लिए इंतजाम
रविवार को हुई बारिश के बाद पूर्वांचल में इस समय कड़ाके की ठंड व गलन पड़ रही है। ऐसे में नगर निगम की ओर से श्रद्धालुओं को सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। नवशहरी क्षेत्र के सभी ग्राम पंचायत भवनों को शेल्टर होम में तब्दील कर दिया गया है। अभी तक विभिन्न शेल्टर होम में करीब पांच हजार लोगों के मुफ्त में रहने की व्यवस्था की जा चुकी है जबकि नगर निगम की ओर से 25 हजार श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों के ठहरने के इंतजाम का लक्ष्य है। हरहुआ में भी श्रद्धालुओं के लिए बड़ा शेल्टर होम बनाने की तैयारी है। जानकार सूत्रों के मुताबिक तीर्थयात्रियों की की संख्या बढ़ने पर प्राथमिक विद्यालयों में भी शेल्टर होम बनाकर श्रद्धालुओं को मुफ्त सुविधा उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। शेल्टर होम में कंबल, गद्दा, शुद्ध पेयजल और शौचालय के साथ ही अलाव की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया है।
काशी विश्वनाथ और अन्य मंदिरों के आसपास विशेष व्यवस्था
महाकुंभ को देखते हुए वाराणसी में प्रमुख मार्गों और मंदिरों के आसपास सफाई पर भी पूरा फोकस रखा गया है। विशेष रूप से काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास के इलाकों में काफी व्यवस्था की गई है। विभिन्न मंदिरों के आसपास के इलाकों में तीन शिफ्टों में सफाई का काम कराया जाएगा। इसके साथ ही गंगा किनारे स्थित घाटों की सफाई का काम रात में ही पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। सफाई के काम को पूरा करने के लिए आउटसोर्सिंग से तीन सौ अतिरिक्त सफाईकर्मियों की भर्ती भी की गई है। कुंभ मेले के दौरान इन कर्मचारियों को शिफ्टवार 24 घंटे तैनात किया जाएगा।
सीवर ओवरफ्लो और अन्य समस्याओं के त्वरित निवारण के लिए सौ सफाई कर्मी अतिरिक्त रखे गए हैं। टाउनहॉल,भेलूपुर और बेनियाबाग में स्थायी कार्यालय बनाया जा रहा है जहां तीन शिफ्टों में 10-10 कर्मी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही मंदिर क्षेत्र में स्थित समस्त स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त रखने और सार्वजनिक शौचालयों और यूरिनल की नियमित सफाई करने का निर्देश भी दिया गया है।
रेलवे की ओर से भी मुकम्मल तैयारी
महाकुंभ के दौरान आने वाली भीड़ के लिए रेलवे की ओर से भी मुकम्मल तैयारी की गई है। बनारस और कैंट रेलवे स्टेशन पर आने वाले आने वाले श्रद्धालुओं को जरूरी सूचनाएं मुहैया कराने के लिए विशाल स्क्रीन लगाया गया है और विभिन्न प्लेटफार्मों को यात्री सुविधाओं से पूरी तरह लैस किया गया है। इसके साथ ही जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ ही हेल्प डेस्क भी बनाई गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो सके।
कैंट रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के दौरान एक लाख यात्रियों और बनारस स्टेशन पर करीब 50 हजार यात्रियों की औसतन आवाजाही को दृष्टिगत रखते हुए पूरी तैयारी की गई है।
स्टेशन और आसपास सीधी निगरानी
सर्कुलेटिंग एरिया, नए फुटओवर ब्रिज और आरक्षित व अनारक्षित टिकट काउंटर की सीधी निगरानी शुरू कर दी गई है। जल्द ही स्टेशन के सभी पॉइंट पूरी तरह कमरे की जद में होंगे। सीसीटीवी कैमरे के जरिए कैंट स्टेशन की गतिविधियों की लगातार निगरानी की जाएगी।
कुंभ यात्रियों के लिए कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर विशेष व्यवस्था भी की गई है। पर्यटन विभाग की ओर से काशीवासियों से आग्रह किया गया है कि वे वाराणसी आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के प्रति सेवा भाव रखें और व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त बनाए रखने में मदद दें।