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Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों का 18 वें दिन धरना जारी, पीएचडी मैन्युअल में संशोधन की मांग
Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) स्थित सेंट्रल ऑफिस पर छात्रों का धरना 18 दिन भी जारी रहा इस दौरान छात्र परीक्षा नियंता कार्यालय और सेंट्रल ऑफिस के सामने धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन कर रहे हैं।
Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) स्थित सेंट्रल ऑफिस पर छात्रों का धरना 18 दिन भी जारी रहा इस दौरान छात्र परीक्षा नियंता कार्यालय और सेंट्रल ऑफिस के सामने धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन कर रहे हैं। आमरण अनशन के दूसरे दिन भजनों की संख्या में छात्र बैठे हुए हैं। bhu की तरफ से धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन कर रहे 4 छात्रों पर मुकदमा दर्ज हो गया है। छात्रों पर आरोप है कि उन्होंने BHU के नए चीफ प्रॉक्टर प्रो. से गाली-गलौज की। BHU प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी ने लंका थाने में FIR कराते हुए कहा कि इन लोगों पर कठोर कार्रवाई हो।
पीएचडी के नए मैनुअल में संशोधन कराने को लेकर पिछले 18 दिन से धरनारत छात्रों का एक दल एग्जाम कंट्रोलर से वार्ता करने पहुंचा था। विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों ने आपसी वार्ता करके छात्रों के 4 डेलीगेट्स को वार्ता के लिए LD गेस्ट हाउस आने का संदेश भेजवाया। इसमें विकास राज, पतंजलि पांडेय, अभिषेक उपाध्याय और शुभम शुक्ला शामिल थे। इनके अलावा, क्षितिज उपाध्याय, श्वेतम उपाध्याय, दर्शित पांडेय, सौरभ राय, सूर्याभ वैभव, राहुल कुमार, अभिषेक राय और श्यामल नाम के छात्र पहुंच गए।
चीफ प्रॉक्टर -छात्रों के बीच हुआ था विवाद
आरोप है कि इन लोगों ने प्राक्टोरियल बोर्ड के ऊपर दबाव बनाना चाहा। इस दौरान चीफ प्रॉक्टर और छात्रों के बीच विवाद काफी बढ़ गया है। आरोप है कि छात्रों ने चीफ प्रॉक्टर के सामने गालियां दी। इनमें से एक छात्र दबाव बनाते हुए दरवाजे पर लात मारा। इस बीच अंदर कमरे में 4 छात्रों की विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ वार्ता चल रही थी। इनमें से एक छात्र अभिषेक पर आरोप है कि उसने गालियां दी और देख लेने के लिए कहा। जो बात प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारियों को नागवार गुजरी और मुकदमे के लिए तहरीर लिखा दी।
शोध छात्र भी आमरण अनशन में हुई शामिल
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में तीन शोध छात्र छात्राओं का एडमिशन कैंसिल हुआ है। जिममें साक्षी मौर्य सेंट्रल ऑफिस के सामने चल रहे धरने में शामिल होने पहुंची है, वही एक शोध छात्र अस्पताल में भर्ती है। आमरण पर बैठे शोध छात्र ने बताया हम लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है ऊपर से छात्रों के ऊपर मुकदमा पंजीकृत कराया जा रहा है।
मांगे माने जाने तक धरना प्रदर्शन और शांतिपूर्ण आमरण अनशन को होंगे विवश
धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन कर रहे छात्रों का कहना है कि जब तक हमारी 11 सूत्री मांगे नहीं मान ली जाती तब तक हम लोग शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन को बाध्य होंगे। वहीं छात्रों का कहना है कि हम लोगों के ऊपर फर्जी मुकदमा कराया जा रहा है हम लोगों को डराने धमकाने का अधिकार किया जा रहा है। दर्जनों की संख्या में छात्र मौजूद रहे।
छात्र सावंत कुमार ने बताया कि हम लोग सेंट्रल ऑफिस में पिछले 17 दिनों से धरना प्रदर्शन और आमरण अनशन कर रहे हैं परंतु बीएचयू प्रशासन गंगा और बड़ा बना हुआ है हम लोगों की बातें भी सुनने तक नहीं आ रही है। छात्र का कहना है कि हम लोग जब भी बातें करने जाते हैं तो हम लोगों को 5 दिन बाद आने का बात कही जाती है। कल से हम छात्रों का आवरण अनशन प्रारंभ हो गया है परंतु अभी तक हम लोगों से कोई बातें करने तक भी नहीं पहुंचा। बातचीत के दौरान छात्रा ने बताया कि bhu के कुलपति तानाशाही अपने हुए हैं। छात्र ने बताया कि चार लोगों पर मुकदमा बीएचयू प्रशासन द्वारा कराया गया है।